#पंजाब_टूरिज्म
#बाबा_फरीद_टीला_फरीदकोट
दोस्तों पंजाब टूरिज्म की सपैशल पोस्ट में आपका सवागत हैं, जैसे कि आपको पता ही हैं, मैं इस पोसट के माध्यम से पंजाब के किसी ईतिहासिक और विरासती सथल के बारे में लिखता हूं तो इस बार पोस्ट पंजाब के शहर फरीदकोट में बाबा फरीद के आगमन पर आधारित हैं।
#बाबा_फरीद_जी
सबसे पहले बात करेंगे बाबा फरीद जी की, यह एक पहुंचे हुए फकीर और सूफी संत थे, जिनकी गिणती पंजाब के उच्चकोटि के कवियों में भी होती हैं। आप की लिखी हुई बाणी सलोकों के रूप में श्री गुरु ग्रंथ साहिब में भी दर्ज हैं। सिख धर्म में और पंजाब में आपका नाम बहुत आदर और सतिकार से लिया जाता हैं। आपकी बाणी बहुत मीठी और समाज सुधारक वाली हैं, जैसे आपने लिखा हैं " काले मैंडे कपड़ें , काला मैंड़ा वेस, गुनहिं भरिया मैं फिरा लोग कहन दरवैश " ।। बाबा फरीद जी का जन्म पाकिस्तान के मुलतान शहर के पास कोठेवाल में 1173 ईसवी में हुआ, आपको शकरगंज भी कहा जाता हैं कयोंकि आपकी माता आपसे नमाज करवाने के लिए आपके नमाज वाले कपड़ें के नीचे कुछ शकर रख देती थी, जब आप नमाज करते तो बाद में शकर खा लेते, इसलिए आपको शकरगंज भी कहा जाने लगा। आपकी मजार पाकपटन पाकिस्तान में बनी हुई हैं।
#टीला_बाबा_फरीद
तेहरवीं सदी में फरीदकोट शहर में मोकलसी नाम का राजा राज करता था और शहर का नाम मोकलोहर था। उस समय यह शहर दिल्ली से मुलतान जाने वाले रास्ते पर था, बाबा फरीद जी भी दिल्ली से पाकपटन जाते हुए यहां आए। उस समय राजा शहर में किले का निर्माण करवा रहा था, सभी शहर वासियों को किले के निर्माण में लगाया हुआ था। राजा के सिपाहियों ने बाबा फरीद जी को भी काम पर लगा लिया, जब बाबा फरीद जी ने ईटों से भरी हुई टोकरी उठाई तो टोकरी बाबा जी के सिर से एक हाथ ऊपर ही रही, इस चमत्कार को देखकर सिपाही राजा के पास गए और बताया, तब राजा को अपनी भूल का एहसास हुआ और बाबा जी के चरणों को पकड़ लिया, इस जगह पर आजकल टीला बाबा फरीद जी बना हुआ हैं जो फरीदकोट किले के पास ही हैं, बाबा जी के नाम पर शहर का नाम पर फरीदकोट रखा गया। यह शहर आजकल पंजाब के फरीदकोट जिले का हैडक्वार्टर हैं। फरीदकोट पंजाब की बहुत मशहूर रियासत भी रही हैं। जब भी कभी पंजाब आए तो बाबा फरीद जी के टीले पर जरूर माथा टेको, यहां पर टीले में साथ ही गुरू ग्रंथ साहिब का प्रकाश हैं और गुरूद्वारा भी बना हुआ है।
कैसे पहुंचे - फरीदकोट शहर पंजाब के फरीदकोट जिले का जिला मुख्यालय हैं। बस मार्ग से बठिंडा, फिरोजपुर, अमृतसर, लुधियाना, चंडीगढ़ आदि शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।फरीदकोट में रेलवे स्टेशन भी हैं , यह शहर फिरोजपुर-दिल्ली रेलमार्ग पर है। आप दिल्ली से ट्रेन पकड़ कर भी फरीदकोट आ सकते हो।
![Photo of Faridkot by Dr. Yadwinder Singh](https://static2.tripoto.com/media/filter/nl/img/1609956/SpotDocument/1652072338_1652072334077.jpg.webp)
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