खजुराहो अपने आप मे आश्चर्यो का एक समूह है!
इसके आगे विश्व के 8 आश्चर्य बौने लगते हैं!
शिल्प, कला और संस्कृति का अदभुत मिलन यहाँ देखने को मिलता है! एक ही पत्थर को काट कर बनाया गया हाथी देखते ही बनता है और उस पर की गई नक्काशी मुह मे उँगली दबाने पर विवश् कर देती है! सभी मंदिरों का वास्तु एवम उनकी सरचना तथा प्रत्येक छोटी से छोटी जगह पर की गई अति सूक्षम् नक्काशी आश्चर्य से कम नहीं!
मध्यकाल मे चंदेल राजाओं के द्वारा निर्मित कला का अदभुत स्वप्नलोक जिसमे उस समय के समाज को सही दिशा दिखाने के संकेत एवम कथा के रूप मे चित्रित शैली में अलंकृत कर तत्कालीन एवम वर्तमान पीढी़ को सही दिशा निर्देश दिखाने में अभूतपूर्व योगदान दिया!
चंदेल राजाओं ने मध्यकाल मे (1025-1100 ईस्वी)इन मंदिरों का निर्माण समाज को बचाने के लिए किया! तत्कालीन समाज मे पुरुषो मे वैराग्य की इच्छा प्रबल हो गयी जिससे समाज मे स्थिरता को रोकने के लिए चंदेल शासको ने इस तरह के मंदिरों का निर्माण किया!