जब जिंदगी लगने लगे झंड। तो आ जाओ उत्तराखंड।

Tripoto
24th Apr 2022
Photo of जब जिंदगी लगने लगे झंड। तो आ जाओ उत्तराखंड। by KAPIL PANDIT
Day 3

शीर्षक कुछ लोगो को अटपट्टा लग सकता है। लेकिन ऐसा कुछ भी नकारामक नही है। उत्तर भारत मे उक्त शब्द ( झंड  ) सामान्यतः प्रयोग किया जाता है  । भोजपूरी सिनेमा का एक प्रसिद्ध संवाद भी है। 

जिंदगी झंडवा - फिर भी घमंडवा  ।

उक्त शब्द झंड का मतलब  बेज्जती, बोरियत, निराशा, बोझिल इत्यादी  है।
कहने का मतलब है  की जिंदगी में कभी कभी  कुछ बोझिल, निराशा के पल भी आ जाते है  । यात्रा के माध्यम से उन बोझिल पलों से भी पार पाया जा सकता है

उत्तराखंड को देवभूमि भी कहा जाता है  लेकिन वर्तमान मे उत्तराखंड मे साहसिक खेलो जैसे की  वॉटर राफ्टिंग, कैंपिंग, ट्रैकिंग, बुन्जि जंपिंग, माउंटेन क्लिम्बिंग,इत्यादी का भी काफी चलन है देश विदेश के कोने कोने से पर्यटक यहा इन खेलो मे हाथ आजमाने के लिए आते है 
कहने का मतलब इतना है की उत्तराखंड मे वो सब कुछ है जो एक व्यक्ति को चाहिए  धर्म, संस्कृति, प्रकार्तिक सौंदर्य, योग, साहसिक खेल  इत्यादी  ।

पिछले साल सितंबर के महीने मे मैं एक बाईक दुर्घटना का शिकार हो गया था  लग भग  6 महीने घर पर ही रहा की आ जा नही सकता था  । हम ठेहरे घुमकड़ जाति के प्राणी  तो आप लोग समझ सकते है  कैसे समय गुजरा होगा  ।
हाल ही मे दोबारा नौकरी शुरू की ठीक होने के बाद 
दफ्तर के लोगो को अपने घूमकड़ी के किस्से सुना रहा था
की मैंने यहा वहा की अनेको यात्रा की है  मेरे सीनियर भी मेरे स्वभाव से भली भाती परिचित है  । वो समझ सकते थे की मैंने काफी समय से कोई यात्रा नही की है  बस यूँही अचानक से सभी दफ्तर के साथियो का प्रोग्राम सेट हो गया चलो कही चलते है  हम तो हमेशा तैयार रहते ही है  सो कार्यक्रम तय हो गया की  ऋषिकेश मे दो दिन के लिए  कैंपिंग और रिवर राफ्टिंग करते है।  आनन फानन मे ऋषिकेश के नजदीक शिवपुरी मे  कैंप साइट बुक की गयी  हमने ग़ाज़ियाबाद से अपनी यात्रा शुरू की और लगभग 4 घंटे की यात्रा करके हम रात 9 बजे कैंप साइट पहुँचे  हम थोड़ा थके हुए थे  लेकिन वहा स्विमिंग पूल देखा तो रुका नही गया  आह हा हा  -- क्या ठंडा पानी था सारी थकान काफूर हो गयी  ! हमारे कुछ सहकर्मी दिल्ली से  सोमरस भी ले गए थे  तो मेहफिल तो जमनी ही थी  हालाँकि मैं व्यक्तिगत रूप से इन चीजों से दूर ही रहता हु   पार्टी रात भर चली  हालाँकि हम लोगो ने 3 se 4 कैंप बुक किये ही थे लेकिन  अंत मे  सभी लोग बाहर खुले मे सोने को तैयार हुए  वही खुले मे खाना मंगवाया  खाया  रात भर धमा चौकड़ी रही ,एक दूसरे की टांग खिचाई हुई ,लगभग सुबह 4 बजे तक पार्टी चली
अगले दिन दोपहर 1 se 2 बजे तक सभी लोग लोग उठे खाना खाया  पूल मे थोड़ी मस्ती की तब तक शाम हो चुकी थी
हम लोगो मे से कुछ लोग थोड़ा कैंप से बाहर गए थोड़ी ट्रैकिंग की  अब शाम  ढल चुकी थी कुछ लोगो ने फिर मेहफिल सजा ली लेकिन इस मेहफिल जल्दी थम गयी लगभग 12 बजे सभी सो गये  कल के लिये प्लान पहले ही सेट था की कल राफ्टिंग करनी है

Photo of Hanuman Chatti by KAPIL PANDIT
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Day 4

सुबह करीब 9:00 बजे सभी साथी उठ गए थे कैंपिंग साइट द्वारा प्रायोजित सुबह का नाश्ता करने के बाद सभी लोगों ने कैंपसाइट छोड़ दी अब अगला कदम था अपने डर को काबू करना हालांकि में एक बार पहले भी रिवर राफ्टिंग कर चुका हूं लेकिन ग्रुप में काफी नए लोग थे जो शायद पहली बार राफ्टिंग कर रहे थे हालांकि वह थोड़े नर्वस और डरे हुए भी थे तो बस इसी डर से पार पाने के लिए हमने एक राफ्टिंग ऑर्गेनाइज ग्रुप से संपर्क किया हमने करीब 16 किलोमीटर वाली राफ्टिंग ट्रिप प्लान की गंगा नदी की तीव्र धारा उछलते मचलती लहरें मैं साफ देख सकता था एक अलग ही अनुभव था उन लहरों की सवारी करने का एक छोटे से ब्रीफिंग सेशन के बाद हमने अपनी राफ्टिंग शुरू की रास्ते में कई छोटे-बड़े रैपिड हमारे सामने आए हमने बखूबी उन सब को पार किया राफ्टिंग की एक सबसे बड़ी खास बात यह है कि यह आप लोगों को एक टीम के साथ काम करना सिखाती है कैसे पूरी टीम उफनती लहरों का सामना करते हुए अपनी नाव को किनारे लगाती है टीम स्पिरिट और टीम बॉन्डिंग का इससे अच्छा कोई और उदाहरण नहीं हो सकता लगभग 4 घंटे की राफ्टिंग खत्म करने के बाद हम लोगों ने ऋषिकेश को बाय-बाय कहां और वापस आने के लिए निकल पड़े रास्ते में हरिद्वार में हम लोगों ने हरि की पैड़ी पर शाम की आरती देखी और हरिद्वार में ही खाना खाया और अपने गंतव्य के लिए निकल पड़े लगभग रात 11:00 या 12:00 बजे हम अपने अपने घर पहुंचे और फिर अगली सुबह हम सभी लोग ऑफिस में मिले यकीन मानिए कितना तरोताजा महसूस कर रहे थे सभी के सभी बारी बारी से हम सभी अपने वीडियो फोटोस देख रहे थे बड़े ही शानदार गुजरे 2 दिन अब हम सभी तैयार थे आने वाले दिनों को लेकर आने वाले चैलेंगेस् को लेकर। हम सभी तैयार थे आने वाले दिनों में आने वाले तमाम उतार-चढ़ाव से लड़ने के लिए ।

सभी लोगों से एक बात कहना चाहता हूं जिन लोगों ने अभी तक राफ्टिंग नहीं की है कृपया करके एक बार जरूर करें आपको एक टीम के रूप में काम करना राफ्टिंग आसानी से सिखा सकती है

छोटी सी यात्रा के बाद मैं फिर से तैयार हूं जीवन में आने वाली किसी भी बाधा से लड़ने के लिए ।🤘

Photo of River Rafting At Rishikesh by KAPIL PANDIT
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