#नूरमहल_सराय_जिला_जालंधर
#पंजाब_टूरिज्म
नमस्कार दोस्तों 🙏🙏
आज हम बात करेंगे, पंजाब के दुआबा क्षेत्र में जिला जालंधर के ईतिहासिक कस्बे नूरमहल में बनी हुई नूरमहल सराय की। ऐसा कहा जाता हैं मुगल बादशाह जहांगीर की बेगम नूरजहां का जन्म यहां हुआ और यही उसका बचपन बीता।
#नूरमहल_सराय
नूरमहल शेरशाह सूरी द्वारा बनाए हुए पुराने दिल्ली- लाहौर मार्ग पर एक पुराना कस्बा था, जिसका पुराना नाम कोट कथलूर था, साथ ही एक गांव था कोट बादल खाँ जो दोनों भाईयों के नाम पर था। कोट कथलूर का नाम जहांगीर ने बदलकर नूरमहल रख दिया लेकिन पास ही कोट बादल खाँ नाम का गांव आज भी मौजूद हैं। जब जहांगीर अकबर की मौत के बाद बादशाह बना और नूरजहां को उसने अपनी बेगम बनाया, तब उसने नूरजहां के लिए नूरमहल सराय का निर्माण करवाया और शहर का नाम भी नूरमहल रखा। आज भी यह आलीशान महल देखने लायक हैं। इसकी भव्यता कलाकारी लाजवाब हैं। इसकी बाहरी दिख मुझे फतेहपुर सीकरी के दरवाजे जैसी लगी। नूरमहल सराय भी हैं और एक खूबसूरत महल भी। नूरमहल सराय में बहुत सारे कमरे भी बने हुए हैं इन कमरों में जहांगीर की सैना के सिपाही रात को रुकते थे जब वह जहांगीर के साथ नूरमहल आते थे। नूरमहल सराय का दर्शनी गेट बहुत लाजवाब बना हुआ हैं। नूरमहल सराय के अंदर एक सुंदर बाग बना हुआ है। जहांगीर ने सराय के अंदर नूरजहां के लिए एक खूबसूरत महल भी बनवाया था। आज यह ईतिहासिक ईमारत भारतीय पुरातत्व विभाग के कंट्रोल में हैं, वह ही इसका रख रखाव करती हैं कयोंकि यह एक ईतिहासिक धरोहर हैं।
#नूरजहां
नूरजहाँ जहांगीर बादशाह की बेगम थी और मुगल काल की सबसे खूबसूरत औरतों में से एक थी। खूबसूरत होने के साथ साथ नूरजहां बहुत चतुर और राजनीतिक मामलों में बहुत माहिर थी। ऐसा कहा जाता हैं जहाँगीर शराबी किसम का आदमी था, शराब और अफीम की उसे लत लगी हुई थी। जहांगीर के सारे फैसले नूरजहां ही करती थी बस नाम जहांगीर का लगता था। नूरजहां के नाम पर जहां तक मुझे पता है एक तो पंजाब में नूरमहल का कस्बा बसा हुआ है जहां मैं 2016 में नूरमहल सराय देखने गया था। दूसरा हिमाचल प्रदेश के काँगड़ा जिले में पठानकोट- मंडी हाईवे पर नूरपुर नाम का पहाड़ी शहर बसा हुआ है और तीसरा नूरी छंब जो जम्मू कश्मीर में मुगल रोड़ पर एक खूबसूरत झरना हैं जो नूरजहां के नाम पर बना हुआ है। कहते हैं जब एकबार जहांगीर कश्मीर से लाहौर आ रहा था तब मुगल रोड़ पर बनी एक सराय में जहांगीर की मृत्यु हो गई थी, लेकिन यह बात नूरजहां ने लाहौर पहुंचने से पहले गुप्त रखी और जल्दी जल्दी लाहौर पहुंच कर सत्ता को काबू करने के बाद ही बताई। जहांगीर और नूरजहां दोनों का मकबरा लाहौर में ही बना हुआ है।
#नूरमहल
नूरमहल के ऊपर एक खूबसूरत पंजाबी गाना भी बना हुआ हैं जिसके बोल हैं " एक तारा वजदा वे रांझणा नूरमहल दी मोरी " एक तारा संगीत का एक साज हैं और कोई गायक उसे नूरमहल की मोरी ( एक भीड़ी छोटी सी गली) में बजाता था, इसीलिये यह पंजाबी गाना बन गया। इसके अलावा नूरमहल के सुनियार और बाजार बहुत मशहूर हैं।
कैसे पहुंचे - नूरमहल पंजाब के जालंधर जिले में जालंधर शहर से 40 किमी और नकोदर शहर से 13 किमी दूर हैं। यहां बस सुविधा भी अच्छी हैं दिल्ली-अमृतसर जीटीरोड पर बसा कस्बा फिलौर भी नूरमहल के पास ही है। आप जब भी कभी पंजाब के जालंधर आए तो ईतिहास का यह शानदार नमूना नूरमहल सराय जरूर देखना।
धन्यवाद।