पांचवें सिख गुरु अर्जुन देव जी का बसाया शहर तरनतारन

Tripoto
13th Apr 2022
Day 1

#दरबार_साहिब_तरनतारन
#जिला_तरनतारन
#पंजाब_टूरिज्म

नमस्कार दोस्तों 🙏🙏
पंजाब टूरिज्म की पोस्ट में आपका सवागत हैं, आज  हम दर्शन करेंगे, पांचवे गुरु अर्जुन देव जी के बसाये हुए शहर तरनतारन के दरबार साहिब की। वैसे तो सिख धर्म कुरबानियों से भरा हुआ है लेकिन सबसे पहली शहीदी गुरू अर्जुन देव जी की थी, इसीलिए गुरु जी को शहीदों का सरताज कहते हैं।
दरबार साहिब तरनतारन का निर्माण गुरू अर्जुन देव जी ने करवाया, यह शहर अमृतसर से 25 किमी  दूर हैं।
तरनतारन का सरोवर सभी गुरू द्वारो में सबसे बडा़ हैं।
मैंने अपनी डाक्टर की डिग्री तरनतारन से ही की हैं, 2006 से 2012 तक मैं तरनतारन में ही रहा हूँ। दरबार साहिब के दर्शन करके बहुत शांति मिलती हैं।
#दरबार_साहिब_तरनतारन
पंचम गुरू अर्जुन देव जी ने अपने जीवन काल में दो शहरों का निर्माण करवाया तरनतारन और करतारपुर दुआबा। करतारपुर भी दो हैं, पहले करतारपुर साहिब को पहले गुरु नानक देव जी ने बसाया जहां वह जयोति जोत समाऐ 1539 ईसवीं में जो अब पाकिस्तान में हैं , जहां जाने के लिए करतारपुर कोरिडोर बना हुआ हैं, दूसरा करतारपुर दुआबा हैं जो जालंधर- अमृतसर जीटी रोड़ पर बसा हुआ एक ईतिहासिक शहर हैं जिसको गुरू अर्जुन देव जी ने बसाया। उसी तरह तरनतारन शहर को भी गुरु अर्जुन देव जी ने बसाया। गुरु जी ने दो गांव खारा और पलासौर की जमीन 1,57000 मोहरे देकर खरीदी और ताल की खुदवाई की और शहर की सथापना की जिसका नाम तरनतारन रखा गया। तरनतारन साहिब का सरोवर पंजाब के गुरुद्वारों में सबसे बड़ा सरोवर हैं। छठे गुरु हरिगोबिन्द जी और नौवें गुरु तेगबहादुर जी के भी मुबारक चरण इस पवित्र जगह पर पड़े हैं। तरनतारन सरोवर की परिक्रमा को शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह ने पकका करवाया और दरबार साहिब की ईमारत को सोने की मीनाकारी से नवीन रुप दिया। दरबार साहिब तरनतारन की ईमारत सामने से देखने से बिल्कुल हरिमंदिर साहिब अमृतसर की तरह लगती हैं कयोंकि सोने की मीनाकारी दोनों जगह पर महाराजा रणजीत सिंह ने करवाई हैं। दरबार साहिब तरनतारन सरोवर के एक कोने में बना हुआ हैं, जिसके पीछे विशाल सरोवर दिखाई देता है। दर्शनी डियूढ़ी के रास्ते से हम दरबार साहिब में प्रवेश करते हैं। दरबार साहिब तरनतारन का नकशा भी पंचम गुरु अर्जुन देव जी ने खुद बनाया हैं और हरिमंदिर साहिब अमृतसर का भी। महाराजा रणजीत सिंह के पौत्र कंवर नौनिहाल सिंह ने दरबार साहिब की परिक्रमा के एक कोने में एक विशाल मीनार का निर्माण करवाया जहां से बहुत दूर तक सुरक्षा को मद्देनजर नजर रखी जा सकती थी। दरबार साहिब के दर्शन करके मन निहाल हो जाता हैं। यहां लंगर और रहने की उचित सुविधा हैं, अमृतसर से तरनतारन शहर की दूरी सिर्फ 25 किमी हैं, अमृतसर के साथ आप तरनतारन दरबार साहिब को भी अपने टूर में जरूर शामिल करें।
धन्यवाद

दरबार साहिब तरनतारन

Photo of पांचवें सिख गुरु अर्जुन देव जी का बसाया शहर तरनतारन by Dr. Yadwinder Singh

दरबार साहिब का पास से खींचा हुआ फोटो

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दरबार साहिब तरनतारन

Photo of पांचवें सिख गुरु अर्जुन देव जी का बसाया शहर तरनतारन by Dr. Yadwinder Singh

दर्शनी डियूढ़ी दरबार साहिब तरनतारन

Photo of पांचवें सिख गुरु अर्जुन देव जी का बसाया शहर तरनतारन by Dr. Yadwinder Singh

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