
दोस्तों आप सभी के मन में चल रहा होगा कि आज सचिन वालिया ने अपने ट्रिप से हट कर कुछ अलग ही पोस्ट किया है तो आपकी यह बात सोचना भी लाजमी है।
दोस्तों मेरा विचार आज उन दो शख्स को तह दिल से शुक्रिया करना था जिन्होंने मुझे इस काबिल समझा। मुझे इससे बढ़िया उनका शुक्रिया अदा करने का कोई ओर विचार समझ में नहीं आया। इन्हीं दो शख्स के बदोलत और उनके समन्वय से मुझे एक असली घुमक्कड़ होने का एहसास होने लगा।
बैसे तो इस भाग दौड़ वाली जिंदगी में हर कोई अपने काम के सिलसिले से एक नई जगह से दूसरी नई जगह जाता रहता है लेकिन जहां वो जाता है उस जगह के आसपास बहुत सी ऐसी जगह होतीं हैं जिनको वो इंसान नजरअंदाज कर जाता है यूँ मान लो की उसको उस नई जगह की प्राकृतिक खूबसूरती दिखाई ही नहीं देगी या वो देखने से बचता है।
ऐसा ही कुछ आजतक मेरे साथ होता आया था। मैं भी ऐसी बहुत सी खूबसूरती से भरी जगहों पर गया मैंने भी बहुत सारी ऐसी ऐसी जगहें देखी पर उन प्राकृतिक और सोंदर्य से भरी जगहों को मैंने अपने तक ही सीमित रखा और अपने दूसरे साथियों को उस जगहों के बारे में समन्वय नहीं कर पाया मुझे हमेशा इसी बात की चिंता रहेगी। लेकिन कहते हैं ना देर आए दुरुस्त आए यह कहावत मेरे लिए एक दम सही बैठती है।
मुझे मेरी यात्रा के प्रति प्रोत्साहित करवाने वाले और उस यात्रा पर लिखने का जोश भरने वाले पहले शख्स का नाम विशाल यादव है।
मेरी बहुत सारी यात्राओं के ऊपर लिखने का विशाल यादव का समन्वय अच्छा रहा है।
बैसे तो मैं पूरे Tripoto परिवार का दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ।
जिसने मुझे इतना अच्छा लिखने और मेरे द्बारा की हुई अविस्मरणीय यात्राओं के विषय में पोस्ट करने का प्लेटफॉर्म दिया लेकिन मेरे दूसरे जो Tripoto के Hindi tripoto online marketing head थे। उनका नाम kanj sourav जी है kanj सर बहुत ही काबिले तारीफ इंसान रहे हैं kanj sourav सर ने मुझे मेरी छोटी छोटी गलत चीजों को सही करने के लिए बहुत ही अच्छे तरीके से समन्वय स्थापित किया। अब उनकी जगह deeksha जी Tripoto की भाग दौड़ सम्भाले हुए है। हालांकि deeksha जी भी सभी को बहुत अच्छा cordinate कर रहीं हैं।
Hatts off both.....
विशाल यादव और kanj sourav सर का पुराना प्रोफाइल फोटो...
क्यूंकि नया तो मिला नहीं 😊......


आशा करता हूँ कि आप जान चुके हुए होंगे मेरे Tripoto के साथ अभी तक का सफर कैसा रहा है। मुझे अपना कीमती समय देने के लिए आपका बहुत-बहुत आभारी रहूँगा।
जय भारत