हां जब मै भाई बहन, बहनोई के साथ उनको घुमाने रीवा के सेमरिया में एक पूर्वा जल प्रपात है जो बहुत ही ऊंचा प्रपात है देखते में लगता बस यहीं समय रुक जाए ऐसे ही घूमते रहे यह झरना टॉस नदी में बना हैं। जिसका पानी बहुत नीला हैं उसे देखकर बहुत डर लगता है और वही थोड़ी दूर जाके एक चेचाई जल प्रपात हैं वहां भी ठंडी हवा का अनुभव होता हैं
मेरी हिमांचल यात्रा _*मुझे लगा हिमांचल जाके वहा जॉब करूंगा पर वहा जाके मेरा सारा मन घूमने में लगने लगा वहा भी जॉब में ना जाकर के घूमने निकल जाता इतना आनंद आता जितना मुझे कही नही आया मुझे लगा यही एक पहाड़ों में घर होना चाहिए बस सोचा ही सकता था क्या करू ये जमाना और सारा खेल पैसों का था मैने बहुत मजे किए
जो मैने सोचा नहीं था की मै हिमांचल जाऊंगा अब तो लगता है की घूमना ही मेरी जिन्दगी है
फ्री घूमना *** यार जानते हो घूमना तो पसंद हैं पर घूमने के साथ साथ पैसा भी मिलता रहे तो उससे अच्छी ही क्या होगी ,मैने गूगल से हद कर दी ये पूछ पूछ की घूमने के साथ पैसा कैसे कमाया जाए पर कोई मतलब नही फिर वही ना ना....
मैने tripoto से बहुत सी उम्मीद हैं शायद मेरा घूमने का सफर पूरा हो।
मेरा सफ़र *लगभग एक महीने हो गए, घर में मेरी बहन और बहनोई और छोटा भाई....बोले भईया कही घूमने चलते हैं
चुकीं घुमा तो मैं बहुत हूं पर मेरा पेट नही भरता मम्मी भी बोलती रहती हैं,तेरे पैर एक जगह नहीं
एक सकते क्या पर मैं हूं कि घूमने से मेरा पेट नही
भरता जितना घूमो उतना कम लगता और पुराने किले और राजाओं के महल , पार्क , पहाड़ों, और
सुंदर घटिया देखना बहुत पसंद हैं, वैसे तो मैंने बाइक
से बहुत से सफ़र किया अपने गांव चित्रकूट से खजुराहों और पन्ना, कालिंजर किला रीवा , मझगांव आदि
बाइक से किया बहुत मजा आता है घूमने में अपने इतनी बड़ी लाइफ में मुझे खुशी घूम के ही मिली है नही तो इस जमाने में सभी को पैसा के अलावा कुछ भी नही दिखाता है।
सब यही बोलते रहते हैं पता नही अपनी जिम्मेदारी कब समझेगा पर मैं हू की घूमता रहता हूं सबकी बातें सुनकर भी अनसुनी कर देता हूं