नए साल की शुरुआत के साथ ही त्योहारों का सीजन भी शुरू हो गया है और नए साल का पहला त्योहार है मकर संक्रांति जिसे हिंदूओं के सबसे पवित्र त्योहार में से एक माना जाता है। वैसे तो मकर संक्रांति देशभर में धूमधाम से मनायी जाती है लेकिन इस त्योहार की सबसे खास बात यह है कि इसे देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है और इसे सेलिब्रेट करने का तरीका भी सबका अलग-अलग है। इस दौरान पतंग उड़ाने और तिल और गुड़ से बनी चीजें खाने की परंपरा सालों से चली आ रही है और आज भी लोग इसे संक्रांति के दौरान जरूर फॉलो करते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस बार मकर संक्रांति के दौरान घर पर रहकर छुट्टी मनाने की बजाए कहीं घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं उन बेस्ट जगहों के बारे में जहाँ मकर संक्रांति का त्योहार सबसे बेहतरीन तरीके से सेलिब्रेट किया जाता है।
लोहड़ी, पंजाब
मकर संक्रांति के त्योहार को पंजाब में लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है और यह हर साल संक्रांति से एक दिन पहले यानी 13 जनवरी को सेलिब्रेट किया जाता है। लोहड़ी की शाम को लोग दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ एक जगह पर इक्ट्ठा होते हैं। बड़े-बड़े अलाव और आग जलाई जाती है। आग की पूजा की जाती है। आग में पहली नई फसल को समर्पित किया जाता है। रेवड़ी और गजक से एक दूसरे का मुंह मीठा कराया जाता है और फिर सभी लोग आग के चारों ओर घूमकर नाचते-गाते और धूमधाम से लोहड़ी मनाते हैं। आप चाहें तो इस साल पंजाब जाकर वहाँ के लोगों के बीच ट्रेडिशनल लोहड़ी का त्योहार सेलिब्रेट कर सकते हैं।
सकरात, यूपी
उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाके में मकर संक्रांति के त्योहार को सकरात के तौर पर मनाया जाता है। इस पवित्र दिन पर लोग बड़ी संख्या में गंगा तट पर पहुंचकर गंगा स्नान करते हैं। इस दौरान प्रयागराज स्थित गंगा-यमुना के संगम तट पर हर साल प्रसिद्ध माघ मेले का आयोजन होता है। इस साल तो प्रयागराज में कुंभ मेला लगा हुआ है जिसमें शामिल होने के लिए देश ही नहीं दुनियाभर से श्रद्धालु यहाँ पहुंच रहे हैं। गंगा स्नान के बाद तिल और गुड़ का लड्डू खाने का प्रावधान है। साथ ही इस दिन बड़ी संख्या में लोग पतंग भी उड़ाते हैं।
उत्तरायन, गुजरात
गुजरात में मकर संक्रांति के त्योहार को उत्तरायन के रूप में मनाया जाता है। खासतौर पर पुराने अहमदाबाद के इलाके में इस दिन त्योहार की रौनक देखने लायक होती है। पूरा आसमान पतंगों से भरा रहता है। हर कोई अपने घर की छत से अलग-अलग रंग और डिजाइन की पतंग उड़ाता नजर आता है। इस दौरान अहमदाबाद में इंटरनैशनल काइट फेस्टिवल का भी हर साल आयोजन होता है। अगर आपको पतंगबाजी का शौक है तो आप इस फेस्टिव में भी शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा उत्तरायन के मौके पर गुजरात में उन्धियु और चिक्की खाने की परंपरा है।
पोंगल, तमिलनाडु
आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में मकर संक्रांति को पोंगल के नाम से मनाया जाता है और यहाँ पर यह त्योहार पूरे 3 दिन तक चलता है। पहले दिन भोगी मनाया जाता है, दूसरे दिन मुख्य त्योहार मकर संक्रांति यानी पोंगल और तीसरे दिन कनुमा। इस दौरान घर की महिलाएं घर के बाहर खूबसूरत रंगोली बनाती हैं और साथ ही चावल और गुड़ से बनने वाली स्पेशल डिश पोंगल भी बनाई जाती है। इसे दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच बांटा जाता है। साथ ही पोंगल के दौरान मुरुक्कु और पायसम खाने का भी अपना ही मजा है।
बिहू, असम
मकर संक्रांति का त्योहार असम में बिहू के तौर पर मनाया जाता है जो एक हार्वेस्ट फेस्टिवल है। इस त्योहार को गुवाहाटी में यूनिक तरीके से सेलिब्रेट किया जाता है। इस दौरान यहाँ लकड़ी, और घास-फूस का इस्तेमाल कर आग जलाई जाती है जिसे मेजी कहते हैं। फिर पारंपरिक बिहू डांस होता है और बफेलो फाइटिंग जैसे गेम्स भी खेले जाते हैं।
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