अश्वत्थामा कौरव और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य का पुत्र था। इसने महाभारत के युद्ध में कौरवों की ओर से युद्ध किया था। लेकिन अपनी एक गलती के कारण इसे एक श्राप मिला जिसके कारण या दुनिया खत्म होने तक जीवित रहेगा और भटकेगा अब बात करते हैं। अश्वत्थामा अमर क्यों थे? अश्वत्थामा के पास शिव जी द्वारा दी गई शक्तियां थी। वह स्वयं शिव का अंश है। जन्म से ही अश्वत्थामा के मस्तिष्क में एक अमूल्य मणि विद्यमान थी जो कि उन्हें दैत्य दानव शास्त्र, देवता, नाग आदि से निर्भय रखती थी। इस मणि के कारण ही उस पर किसी भी अस्त्र शस्त्र का असर नहीं हो पाता था।
Ashwatthama was the son of Dronacharya, the guru of the Kauravas and the Pandavas. He fought on the side of Kauravas in the war of Mahabharata. But due to one mistake it got a curse due to which or will live till the end of the world and wander why was Ashwatthama immortal? Ashwatthama had the powers given by Shiva. He is part of Shiva himself. A priceless gem was present in Ashwatthama's mind since birth, which kept him fearless from demonic demons, gods, serpents etc. Due to this gem, any weapon could not affect him.
Real Story - Khereshwar Mandir shivaraj, Kanpur
Watch Video Youtube - Vaibhav Travel Guide