में आज आपको जिस जगहे के बारे में बताँऊंगा उस जगह के बारे में काफी काम लोगो को ही पता है। यह है पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर में चन्द्रकोणा रोड में स्तिथ प्रयाग फिल्म सिटी। यहां पर काफी सारे बंगाली फिल्म की शूटिंग हुई थी पर अभी यह जगह बिरान पढ़ा हुआ है। आप अगर यहां जायेंगे तो आपको ३०० रूपया टिकट का चार्ज देना होगा जो की इस फिल्म सिटी के रखरखाब के काम में आता है। में १५ तारीख की सुबह करीब ६:०० बजे अपनी मामा और भाई के साथ एक बाइक पर निकला फिल्म सिटी देखने के लिए। प्लानिंग था की फिल्म सिटी अच्छी तरह से घूमेंगे और कुछ फोटो और वीडियो और इस जगह के बारे में कुछ जानकारिया इक्क्ठा करेंगे। मेरा मामा कभी यहां का सिक्योरिटी सुपरवाइजर रह चूका था थो इसलिए जानकारी लेना और घूमनाफिरना आसान हो गया था। पहले हमलोग बांकुरा - खरगपुर हाईवे को पकड़ कर पहुँच गए चन्द्रकोणा रोड पर। रस्ते में जाते जाते हमने एक जंगल को पर किया जो की आराबाड़ी फारेस्ट रिज़र्व में पड़ता है। में पहले ही बता दू यह जागा पूरा हाथीओ का इलाका है। चन्द्रकोणा रोड के बाद एक लेवल क्रासिंग को पार करने के बाद हमलोग पहुचे दुकी नाम की एक जागा पर। यहां से फिल्मसिटी ५ किलोमीटर की दुरी पर है। इलाका आदिबासीओ का है। करीब ९:३० बजे हमलोग मंजिल पर पहुँच गए। सामने एक बड़ा गेट के पास एक छोटा सा टिकट काउंटर था। मायने ९०० रूपया देने के बाद और टिकट हाथ में लेने के बाद गेट के अन्दर प्रबेश किया। मुझे आज भी वह दिन याद है जब में जन्नत मेरे आँखों के सामने देखा। जिस तरफ भी देख रहा हूँ मुझे सिर्फ कैलिफ़ोर्निया ग्रीस चाइना पेरिस की याद आ रहा था। यहां कुल मिलकर ७ गार्डन है जो की अलग अलग थीम पर बना हुआ है। जैसे की चाइनीस गार्डन सी गार्डन एलीफैंट गार्डन डिज़्नी लैंड गार्डन अम्ब्रेला गार्डन यह सब। में पहले किंगफ़िशर के एक चार्टेड प्लेन को देख कर बड़ा सी गार्डन की और पूरा जागा ग्रीस के प्राचीन देवदेवि और मुर्तिओ से घिरा हुआ था और था एक पैलेस। चारे तरफ फूलो के सुन्दर बगीचों से घिरा हुआ यह जागा असल में फाइबर कलाकृतिओ से बना हुआ है। इस्सके बाद एलीफैंट गार्डन और चाइनीस गार्डेन को देख कर मई आगे बढ़ा । एक काफी अनोखा चीज मेरे मामा ने मुझे बताया की चाइनीस गार्डेन में जो लकड़ी लगाया गया है वह बिदेशो से लाया गया एक ख़ास लकड़ी है जो कभी खराप नहीं होगा और कीड़े भी नहीं पड़ेंगे। यह जागा सालो से बांध पारा हुआ है इससलिए आप को सब गार्डन खुला हुआ नहीं मिलगे जैसे की अम्ब्रेला गार्डन और डिज़्नी लैंड गार्डन। यह कबि वाटर शो होता था लेज़र लाइट ो देख कर पता चला। इसके बाद मई गया फिल्म सिटी की पीछे की तरफ यहां कुछ रिसोर्ट बना हुआ है अतिथिो के लिए पर इनमेसे ज्यादातर आपको बांध पड़ा हुआ मिलेगा। एक जगह पर मुझे एक रेलवे स्टेशन के थीम पर बना हुआ पार्क मिला जो काफी भेतरीन था इकदम असली रेलवे स्टेशन जयसा। यहां आपको एक अम्युजमेन्ट पार्क भी देखने को मिलेगा पर टुटा फूटा। सात गार्डनो में से ४ या ५ गार्डन बिलकुल ठीक हालत पर है। करीब २ घंटे भीतर रहने के बाद मेरे पैट में चूहे दौड़ रहे थे तो हमने एक थीम सिटी को देख कर बहार निकल आये। आपको एक चीज बता दू यहां बगल में ही एक और मिनी फिल्म सिटी है जिसे कहते है अमेचर गार्डन यहाँ आपको सब कुछ चीज टुटा फूटा देखने को मिलेगा रखरखाव के अभाब में। फिल्म सिटी जाने के लिए आपको चन्द्रकोणा रेलवे स्टेशन में उतर कर भाड़े का कोई भी गाड़ी लेकर फिल्मसिटी आ सकते है। कोलकाता से आने के लिए आपको खड़गपुर या मेदनीपुर स्टेशन में उतरना पड़ेगा और यहां से आपको चन्द्रकोणा रोड के लिया बस या ट्रैन आसानी से मिल जायेगा।