जब हम कोलकाता पहुँचे तो हमारा इरादा एक दिन में ही पूरा कोलकाता घूम लेने का था परंतु हम पहले दिन सोये रहे , या यूं कहिए थकान मिटाते रहे , वाकई वो सफर काफी थकाने वाला था क्यो इसका मुझे आज तक पता नही चल पाया , हर चीज थकाने वाली थी , कई घंटों तक सोने के बाद शाम को हमे भूख लगी और हम वही पास की बिरयानी की दुकान पर जाकर बिरयानी खा आये । दो दिनों के बाद हम लोग विक्टोरिया मेमोरियल हॉल पहुँचे , वहाँ पहुँचे तो देखा कि हम एक घण्टा पहले ही वहाँ पहुँच गए है , फिर एक घण्टा वह हमने घूम कर गुजारा , मुझे भूख लगी थी सो मैंने एक बिस्कुट का पैकेट लिया और खाने लगा प्यास बुझाने के लिए एक कॉक की कैन ले ली कैन अपने दाम से 5 रुपये ज्यादा महंगा था सो मैंने इसके लिए बहस किया परंतु अब 5 रुपये की लिए बहस भाई को ठीक नही लगा और हम वहाँ गाड़ी पार्क करके फिर टिकट लेकर बाहर खड़े हो गये आखिर घंटो इंतेज़ार के बाद मेमोरियल का गेट खुल गया और लोग लाइन में अंदर जाने लगे हमने वहा की हर जगह देखी घूम कर क्योंकि विक्टोरिया इमारत की गेट अभी भी बंद थीं जो ग्यारह बजे खुलती है और अभी 10 बज रहा था फिर हमने वह बहुत सी फोटोज़ लिए जो आपको नीचे दिख रहे होंगे बाकी के फोटोज़ इस साइड पर आपको मिल जाएगी और इसकी शानदार प्रदर्शन की वीडियो आप यूट्यूब पर भी देख सकते है आपको बस मुसाफ़िर निज़ाम सर्च करना है और आप मेरी वीडिओज़ देख सकते है ,चलिए आगे बढ़ते है , फिर एक घण्टा कैसे बीता पता ही नही चला और फिर हमने अंदर शाही एंट्री ली और मैंने फटाक से फ़ोन निकाला और रेकॉर्डिंग शुरू कर दी इसकी भव्यता इसकी ज्यादा थी कि पूछिये मत , इसमे मौजूद प्रत्येक वस्तु प्राचीन तो थी ही इसके साथ ही ये महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की निशानियां थी , जो हमे उनको कार्य क्षमता दर्शाती है वहाँ की प्रत्येक वस्तु मुझे मेरे देश से जोड़ रही थी वही बगल में एक टेलीविजन जैसे पर्दे पर कदम कदम बढ़ाये जा संगीत इसमे और भी ज्यादा चार चांद लगा रही थी । मैं घंटो तक इसके हर एक गलियारों को रिकॉर्ड करता रहा , हर गेट के गार्ड ने हमे चेतावनी दी परंतु में नही रुका बस अपनो धुन में कदम बढ़ा रहा था , वैसे वो वीडियो इतनी शानदार नही बानी परंतु जानदार जरूर बनी है , आज भी उस वीडियो को देख के अंदर से एक अलग एहसास होता है मुझे अगर मेरे पुनः से कोलकाता जाना हुआ तो मैं एक बार फिरस विक्टोरिया मेमोरियल हॉल जाना चाहूंगा । बाकी आप लोग यूट्यूब चैनल पर वीडियो देखिये मुसाफ़िर निज़ाम आज के लिए आपसे विदा लेता हूं ।