हर भारतीय शहर के गठन के पीछे एक कहानी है - चाहे उसका उपनिवेश हो, स्वतंत्रता संग्राम हो, किसी देवता के साथ जुड़ाव हो, एक नेता हो या सिर्फ भूगोल! हमारे देश की खूबसूरती यह है कि यहां हर शहर का अपना अलग अंदाज है। आपने वो गाना तो सुना होगा... ‘शाम गुलाबी शहर गुलाबी पहर गुलाबी है गुलाबी ये शहर’। यहां बात हो रही है गुलाबी शहर जयपुर की। इसी तरह ऐसे कई शहर हैं, जिनकी एक खासियत है। जिनका अलग अंदाज है और इसी अंदाज की वजह से उन्हें हमेशा याद रखने के लिए एक अलग नाम/उपनाम दिए गए हैं।
1. पिंक सिटी, जयपुर -
जयपुर पिंक सीटी के नाम से लोकप्रिय है क्योंकि यहाँ की संरचनाओं के निर्माण के लिए गुलाबी रंग के पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। जो कोई भी इस शहर को देख चुका है, वह इस बात को साबित कर सकता है कि जयपुर के सभी भवन गुलाबी रंग के हैं। गुलाबी रंग का अपना एक इतिहास है। 1876 में वेल्स के राजकुमार और रानी विक्टोरिया ने भारत का दौरा किया था। चूँकि गुलाबी रंग मेहमानों के स्वागत को दर्शाता है इसलिये जयपुर के महाराजा राम सिंह ने मेहमानों का स्वागत करने के लिए पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया था। लोगों द्वारा इस परंम्परा का ईमानदारी से पालन किया गया जो अब कानून द्वारा गुलाबी रंग बनाए रखने के लिए मजबूर हैं।
2. ब्लू सिटी, सन सिटी जोधपुर -
राजस्थान का जोधपुर ही इस देश का ब्लू सिटी है, जो लगभग 558 साल पहले बसाया गया था। यह एक बहुत ही खुबसूरत शहर है और यह शहर अपने रंग की वजह से जाना जाता है। इस शहर के बारे में कहा जाता है कि 1459 में राव जोधा ने जोधपुर शहर की खोज की थी। जोधा, राठौड़ समाज के मुखिया और जोधपुर के 15वें राजा थे। उनके नाम से ही इस शहर का नाम जोधपुर पड़ा, इससे पहले इस शहर का नाम मारवाड़ था। यह शहर रेगिस्तान के बीचो- बीच बसा हुआ है, यहां के सभी घर नीले रंग के दीखते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी से बचने के लिए यहां के सभी घरों में नीला रंग लगाया गया है। इसीलिए इस शहर को नीला शहर यानी ब्लू सिटी कहा जाता है।इस ब्लू सिटी में मौजूद ऐतिहासिक किले, पुराने महल और प्राचीन मंदिर जोधपुर के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक हैं।
3. सिटी ऑफ लेक्स, उदयपुर -
राजस्थान में उदयपुर को पहले मेवाड़ के नाम से जाना जाता था। यह कई प्रमुख झीलों का घर है और फिल्म की शूटिंग और फोटोग्राफी के लिए एक तरह का खास शहर है। पिछोला झील, फतेह सागर, बड़ी, ढेबर, सागर स्वरूप झील, दूध तलाई उदयपुर की प्रसिद्ध झीलें हैं।
4. सिटी ऑफ लेक्स, भोपाल -
मध्य प्रदेश की राजधानी उदयपुर की तरह कई प्राकृतिक और कृत्रिम जल निकायों का शहर है - भोजताल झील या बड़ा तालाब लोगों के लिए पीने के पानी का स्रोत है। भोपाल में झीलें और उद्यान बहुतायत में पाए जाते हैं।
5. मेनचेस्टर ऑफ इंडिया, बाॅस्टन ऑफ इंडिया, अहमदाबाद -
साबरमती नदी के तट पर स्थित, अहमदाबाद औद्योगीकरण का उद्गम स्थल है। यह Zydus Cadila और Torrent, The Adani Group, Nirma डिटर्जेंट और कई IT कंपनियों जैसे फार्मास्यूटिकल्स का घर है।इसके 600 साल के इतिहास और वास्तुकला के कारण, अहमदाबाद विश्व विरासत सूची में शामिल होने वाला भारत का पहला और एशिया का तीसरा शहर है।
6. डायमंड सिटी ऑफ इंडिया, सूरत -
सूरत दुनिया के 90 प्रतिशत हीरे की कटिंग, पॉलिशिंग का काम करता है और यह कपड़ा और हीरा उद्योग में कार्यरत है। इसलिए गुजरात के इस स्वच्छ शहर को भारत के डायमंड सिटी के रूप में जाना जाता है।
7. नवाबों का शहर, लखनऊ -
18वीं शताब्दी में, 'अवध' (जैसा कि तब कहा जाता था) पर नवाबों का शासन था। लखनऊ के गौरवशाली दिन इतिहास में महज एक पन्ना नहीं हैं; यह उनकी "तहज़ीब" और रहन-सहन में झलकता है। संगीत, साहित्य, कविता, नाटक और भोजन - बहुत सारे कबाब ऐसे हैं जिन्हें नवाब लखनऊ में हमारे लिए छोड़ गए।
8. लीची की भूमि, मुजफ्फरपुर -
गर्मियों के सीजन में आम के बाद अगर कोई मौसमी फल सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है तो वह है लीची। और जब हम लीची की बात करते हैं तो भला बिहार के मुजफ्फरपुर को कैसे भूल सकते हैं। मुजफ्फरपुर बिहार ही नहीं पूरे विश्व में लीची को लेकर मशहूर है। यहां की लीची देश-दुनिया के लगभग सभी भागों में पाई जाती है। गर्मी के महीनों में लोगों के खास पसंदीदा फल में लीची सबसे प्रचलित है। जिसे हर राज्य के लोग बड़े चाव से खाते हैं।
9. महलों का शहर, कोलकाता -
कोलकाता के लोग मस्ती करना जानते हैं; चाहे वह दुर्गा पूजा हो, क्रिसमस हो, ईद हो या नया साल हो, वे फ्रीस्टाइल का आनंद लेते हैं! फ्रांसीसी लेखक डोमिनिक लैपियरे ने कोलकाता को सिटी ऑफ जॉय करार दिया। विक्टोरिया मेमोरियल, फोर्ट विलियम, मार्बल पैलेस और धन्यकुरिया इस शहर के कुछ प्रसिद्ध महल है।
10. चंदन का शहर, मैसूर -
रेशम, चंदन, सागौन की लकड़ी, शीशम और हस्तशिल्प सब कुछ मैसूर में है। इसके अलावा, फलते-फूलते चंदन के धूप उद्योग ने मैसूर को चंदन शहर का खिताब दिलाया है।
11. भारत का स्विट्जरलैंड , कश्मीर -
बर्फीले कश्मीर को भारत का स्विट्जरलैंड या धरती का स्वर्ग कहा जाता है। हिमालय में आराम से बसे पहाड़ी परिदृश्य और धुंध की जलवायु इसे एक सेब की तरह ताजा रखती है। धरती पर स्वर्ग” के रूप में लोकप्रिय, कश्मीर बर्फ से ढके पहाड़ों और चमचमाती झीलों से घिरा हुआ भारत का लोकप्रिय पर्यटक स्थल है।
12. मसालों का शहर, कालीकट -
काली मिर्च, इलायची, लौंग, दालचीनी, अदरक, हल्दी, इमली, जायफल ऐसे मसाले हैं जो कोझीकोड के लिए प्रसिद्ध हैं। कालीकट में मसालों की खेती की जाती है और उन्हें पैक करके हर जगह बेचा जाता है, जिसका उपनाम "मसालों का शहर" है।
13. मोतियों का शहर, हैदराबाद -
हैदराबाद के निजाम फारस की खाड़ी में घूमते रहे और पत्नियों के लिए मोती घर लाए। तब से मोतियों की मांग बढ़ रही थी और मोती के व्यापारी हैदराबाद में बस गए। हैदराबाद का एक गाँव चंदमपेट, मोती की ड्रिलिंग और पॉलिशिंग के लिए समर्पित है! मोतियों का शहर होने के अलावा, हैदराबाद में एक टेक टाउनशिप जिसे साइबराबाद के नाम से जाना जाता है, इसका दूसरा नाम हैदराबाद इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी सिटी या HITEC है।
14. सिलिकॉन वैली ऑफ इंडिया, बैंगलोर -
भारत में आईटी कंपनियों और स्टार्ट-अप के लिए बैंगलोर हॉटशॉट है, और इसलिए इसकी तुलना अक्सर सिलिकॉन वैली से की जाती है। हरे भरे स्थान शहर को सुशोभित करते हैं और कहने की जरूरत नहीं है, बैंगलोर में कई उद्यान हैं - कब्बन पार्क, लालबाग बॉटनिकल गार्डन कुरियप्पा मेमोरियल पार्क, एम.एन. कृष्णा राव पार्क उनमें से कुछ हैं।