राजस्थान लोक देवताओं का राज्य यहां कई सारे लोक देवता है उसमें से एक लोक देवता रामदेव जी हैं जिन्हें पूरा राजस्थान और भारत के कई राज्य के लोग उन्हें पूजते हैं। हमारी यात्रा सुबह 4:00 बजे प्राइवेट कार से शुरू हुई हम सांचौर होते हुए बाड़मेर पहुंचे बाड़मेर से रामदेवरा जाने के लिए हम आगे बढ़े तो शिव नाम का एक कस्बा आया वहां हमने चाय नाश्ता किया तो हमे पता चला की यहां नजदीक में एक रामदेव जी से जुड़ा धाम है जहां रामदेव जी ने अवतार लिया था तो हमने वहां जाने का निश्चय किया ।यह अवतार धाम काश्मीर गांव में स्थित है जो शिव से 51 किमी व बाड़मेर रामदेवरा मार्ग पर स्थित उंडू कस्बे से 11 किमी है। यह अवतार धाम बहुत ही सुंदर धाम है या रामदेव जी ने अवतार लिया था आज से पहले मैंने यहां की यात्रा कभी नहीं की वहां पहुंचने पर मुझे एहसास हुआ कि मैंने जो पहले यात्राएं की है वह तो इसके आगे कुछ भी नहीं एक बहुत विशाल रामदेव जी का मंदिर बना हुआ जो बहुत ही सुंदर और आकर्षक वहां पर मैंने रामदेव जी के दर्शन किए उस मंदिर से बाहर आने की इच्छा ही नहीं हो रही थी इतनी सुंदर रामदेव जी की मूर्ति रखी हुई है जिसे देखने की बार-बार इच्छा हो रही है पालने में रामदेव जी झूल रहे हैऔर अति सुंदर मनमोहक मंदिर में कलाकृतियां बनी हुई है । शायद घर से जब निकले तो 1 दिन की यात्रा पर निकले लेकिन अब वह यात्रा 2 दिन की हो गई क्योंकि इस सुंदर मंदिर से बाहर निकलने की इच्छा ही नहीं हो रही थी लगभग दोपहर के 1:00 बज गया उसी मंदिर में दर्शन करते करते हुए । फिर वहां चाय नाश्ता किया और वहां से रामदेवरा की यात्रा शुरू की को उंडू कस्बे से होते हुए हम शाम को रामदेवरा पहुंचे। सभी थक गए थे इसलिए वहां हमने निश्चय किया कि हम सुबह जल्दी रामदेव जी के दर्शन करेंगे आज हम रामदेवरा में ही रात्रि विश्राम करेंगे हम वहां हमारे समाज की ही धर्मशाला में रामदेवरा में रुके। रामदेवरा में रात्रि विश्राम के लिए विभिन्न समाज की धर्मशालाएं तथा होटल है जहां हम आराम से रात्रि विश्राम कर सकते हैं l
सुबह जल्दी उठकर दैनिक दिनचर्या करके हम रामदेव जी की समाधि स्थल पर पहुंच गए वहां हमने रामदेव जी के दर्शन किए डाली बाई के मंदिर में दर्शन किए ,डाली बाई के कंगन में से निकलना बहुत ही अच्छा लगा। फिर हमने पर्चा बावड़ी के दर्शन किए , राम सरोवर में बोटिंग का मजा लिया ।यह बहुत ही मनमोहक स्थान है यहां आस्था का सरोवर भरा पड़ा है। लोगो की मान्यता है की यहां आकर रामदेव जी की समाधि के आगे आकर हमने जो मांगा है वो हमे जरूर मिलता है।यह दो दिन की यात्रा मेरे लिए बहुत ही आकर्षक व कभी नहीं भूलने वाली थी।
हमने तो एक दिन का प्लान बनाया था लेकिन 2 दिन की यात्रा हो गई हमने कम समय का प्लान बनाया था ।हम घर के लिए रवाना हुए।
*रामदेवरा में देखने योग्य स्थान
रामदेव जी मंदिर ,पर्चा बावड़ी, रामसरोवर,डाली बाई का कंगन,गुरु बालीनाथ जी का धूणा,भैरव राक्षस गुफा,श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर,छतरियां ( सतीयो की देवली )।
* यहां आस पास में बहुत ही अच्छे स्थान देखने योग्य है
जैसे पोकरण , उंडू काश्मीर (अवतार धाम),जैसलमेर किला , सम के धोरे (टीले),हवेलिया ,छतरिया, प्रसिद्ध तालाब,तनोट माता का मंदिर ,आदि।
*कैसे पहुंचे
रामदेवरा सड़क व रेल मार्ग व हवाई मार्ग से पहुंच सकते है।
1नजदीकी रेलवे स्टेशन रामदेवरा जो समाधि स्थल से 2 किमी है।यह जोधपुर जैसलमेर रेलवे मार्ग पर स्थित है यहां पहुंचने के लिए जोधपुर व विभिन्न शहरों से खूब ट्रेन आती है।
2 नजदीकी एयरपोर्ट जैसलमेर, जोधपुर।
3 सड़क मार्ग विभिन्न बड़े शहरों से जुड़ा है।यहां सड़क मार्ग से सबसे पहले पोकरण कस्बे में पहुंचना पड़ता है फिर रामदेवरा।
पोकरण से रामदेवरा की दूरी लगभग 12 किमी है।
* कहां ठहरें
यहां रात्रि विश्राम के लिए मंदिर के नजदीक कई धर्मशालाएं है तथा होटलें है।यहां विभिन्न समाज की धर्मशालाएं है जिसमे लगभग 400 रु तक रूम मिल जाता है।
*कहां भोजन करे
रामदेवरा में मंदिर के आस पास बहुत सारे रेस्टोरेंट व ढाबे है जहां हम भोजन कर सकते है ।हमने जैन रेस्टोरेंट में भोजन किया था।