हम सभी में से किसी न किसी का सपना होता है। आसमान में पंछियों की तरह पंख फैलाकर नीले आसमान में उड़ान भरने की। आप अपने इस सपने को पैराग्लाइडिंग के द्वारा साकार कर सकते हैं। पैराग्लाइडिंग साहसिकता व रोमांचकता का एहसास कराता है। भारत में अनेकों प्रसिद्ध हिल स्टेशनों पर इसकी व्यवस्था है । भारत के इन स्थानों पर देश- विदेश से सैलानी यहां पैराग्लाइडिंग के लिए आते है। पैराग्लाइडिंग करने के लिए इन हिल स्टेशन से ज्यादा खूबसूरत जगह और कोई दूसरी हो ही नहीं सकती। भारत की ये खूबसूरत जगहें पैराग्लाइडिंग के लिए सर्वोत्तम है। पैराग्लाइडिंग के साथ-साथ इन हिल स्टेशनों पर प्राकृतिक के अनुपम सौंदर्य का दीदार करते हैं। भारत की यह जगहें रोमांच और मनोरम खूबसूरती से भरी पड़ी है।
बीर बिलिंग- हिमाचल प्रदेश।
बीर बिलिंग हिमाचल प्रदेश में स्थिति है। बीर बिलिंग को पैराग्लाइडिंग की राजधानी कहा जाता है। यह पैराग्लाइडिंग स्पॉट दुनिया भर में प्रसिद्ध है। बीर बिलिंग पैराग्लाइडिंग के साथ ही एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भी है। यहां पर अनेक प्राकृतिक, खूबसूरत एवं अमेजिंग
पर्यटक स्थल है। यहां पर देश-विदेश से पर्यटक पैराग्लाइडिंग के लिए आते हैं। विंटर मौसम में यहां की पहाड़ियां बर्फ से ढकी रहती है । पैराग्लाइडिंग के साथ ही प्राकृतिक की बर्फ से ढके पर्वत हसीन वादियों का अवलोकन किसी सपने से कम नहीं है। बीर बिलिंग दुनिया का दूसरा सबसे हाईएस्ट टेक अप पॉइंट है । बीर बिलिंग हिमालय के धौलाधार पर्वत श्रेणियों के मध्य में स्थित है। यहां सन 2015 में भारत में पहली बार पैराग्लाइडिंग विश्व कप का आयोजन हुआ था। इस आयोजन में दुनिया भर के पैराग्लाइडर्स शामिल हुए थे। रोमांचऔर खूबसूरती से भरी हुई है। बीर बिलिंग। पैराग्लाइडिंग के लिए सर्वोत्तम जगह मानी जाती है।
बीर बिलिंग मैं पैराग्लाइडिंग की 30 मिनट की उड़ान के लिए 2500 - 3000 रुपए लिए जाते हैं ।
बीर बिलिंग जाने का उपयुक्त समय गर्मी के मौसम में मार्च से जून का महीना व ठंडी में अक्टूबर से नवंबर का महीना अच्छा रहता है।
कैसे पहुंचे-
बीर बिलिंग का नियरेस्ट एयरपोर्ट कांगड़ा एयरपोर्ट है। जिसकी दूरी 67 किलोमीटर है ।
बीर बिलिंग का नियरेस्ट रेलवे स्टेशन बैजनाथ धाम 3 किलोमीटर की दूरी पर है। यह माउंटेन ट्रेन हैं।
2-शिवपुरी-शिमला, हिमाचल प्रदेश।
शिमला एक विश्व प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। यहां पर लाखों पर्यटक देश-विदेश से आते रहते हैं। यहां पैराग्लाइडिंग स्पॉट है। यहां पर पर्यटक पैराग्लाइडिंग का आनंद लेते हैं।
यहां पर पैराग्लाइडिंग उड़ान का समय १० मिनट का है जिसका 2850/_रुपए लिया जाता है। शिमला में पैराग्लाइडिंग का समय मार्च से जून का समय उपयुक्त रहता है। इस समय आसमान साफ रहता है ।तथा टेंपरेचर भी अच्छा रहता है। सितंबर से दिसंबर का मौसम भी उपयुक्त रहता है । इस समय शिमला में बर्फबारी का आनंद भी देखने को मिलता है। यहां के पहाड़ पर्वत जंगल बर्फ से ढके रहते हैं। यहां का मौसम व नजारे बहुत खूबसूरत दिखाई देते हैं।
कैसे पहुंचे-
शिमला का नियरेस्ट एयरपोर्ट चंडीगढ़ है।
शिमला का अपना रेलवे स्टेशन है, यह हिल रेलवे है।
शिमला मेट्रो सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।
3- मनाली, हिमाचल प्रदेश-
मनाली हिल स्टेशन दुनिया भर में अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। ठंड के समय में मनाली बर्फ की चादर लपेटे हुए दिखाई देता है। यहां पर देश-विदेश से सैलानी आते रहते हैं। सोलंग वैली, मनाली का पैराग्लाइडिंग साइट है। यह टेक अप साइट मनाली से 14 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां गर्मी के मौसम में बर्फ से ढके वादियों पहाड़ व ग्लेशियर का खूबसूरत नजारा दिखाई देते हैं। मनाली में 2050 मीटर की ऊंचाई पर पैराग्लाइडिंग करना व बर्फ, ग्लेशियर का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। यह किसी अमेजिंग से कम नहीं है।
यहां पर पैराग्लाइडिंग के 20 मिनट उड़ान के 1000 से ₹4000 तक लिए जाते हैं।
कैसे पहुंचे-
सोलंग वैली का नियरेस्ट एयरपोर्ट कुल्लू मनाली हवाई अड्डा है। सोलाग से इसकी दूरी 65 किलोमीटर है।
सोलंग वाली का नियरेस्ट रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर है।
यह हिल रेलवे स्टेशन है।सोलाग से इसकी दूरी175 किलोमीटर है।
सोलांग सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।
चंडीगढ़ से इसकी दूरी 327 kmहै। या ब्रॉडगेज रेलवे स्टेशन है।
4-नैनीताल उत्तराखंड-
नैनीताल उत्तराखंड का प्रकृति की गोद में पर्वतों के बीच एक सुंदर खूबसूरत शहर है जो की समुद्र तल से 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है ।पहाड़ों के बीच स्थित नैनी झील का खूबसूरत नजारा किसी को भी मंत्रमुग्ध कर देता है।यह झीलों का शहर कहलाता है । जो अपने प्राकृतिक छटा व प्राकृतिक खूबसूरती के लिए देश विदेश में प्रसिद्ध है।ठंड के समय में नैनीताल की पहाड़ियां व देवदार के घने जंगल बर्फ की चादर से ढक जाता है। पैराग्लाइडिंग के लिए पर्वतीय क्षेत्र से अच्छी जगह और कोई हो ही नहीं सकती। पैराग्लाइडिंग के साथ पर्वत क्षेत्र के सौंदर्य का दीदार करना किसी सपने से कम नहीं है।
नैनीताल में सैलानियों की आवाजाही वर्ष भर रहती है। यह प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। यहां पर पैराग्लाइडिंग का रोमांच और ही कुछ है। नैनीताल से कुछ दूरी पर नौकुचिया ताल के पास नैनीताल पैराग्लाइडिंग साइट है। यहां पर पर्यटक अपने पैराग्लाइडिंग सपनों को पूरा करने को आते हैं।
नैनीताल में पैराग्लाइडिंग के साथ ही प्राकृतिक व पहाड़ों के खूबसूरत नजारों का दृश्य देखने को मिलता।
यहां पर पैराग्लाइडिंग उड़ान के 20 मिनट के 2500/ से 5000/ रुपए लिए जाते हैं
जुलाई से अगस्त का महीना छोड़कर कैसे भी अन्य मौसम में यहां आया जा सकता।
कैसे पहुंचे-
यहां का निकटम एयरपोर्ट पंतनगर है। जोकि नैनीताल से 65 किलोमीटर की दूरी पर है।
यहां का नियरेस्ट रेलवे स्टेशन काठगोदाम है इसकी दूरी 34 किलोमीटर है।
नैनीताल अन्य शहरों के साथ सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ। यहां अपने वाहन से भी जाया काम से जा सकता है।
5-कामशेत- पावना, महाराष्ट्र।
मुंबई से 110 किलोमीटर की दूरी व पुणे से 45 किलोमीटर की दूरी पर यह पैराग्लाइडिंग साइट स्थित है। कामशेत अपने पैराग्लाइडिंग के लिए पश्चिम भारत का सुप्रसिद्ध स्थान है। साथ ही यह एक खूबसूरत प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। इसलिए इस स्थान को पैराग्लाइडरो का स्वर्ग कहा जाता। साथ ही यहां का खूबसूरत पर्यटन स्थल शिंदेवाडी हिल्स की प्राकृतिक सुंदरता के बीच पैराग्लाइडिंग सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।इसलिए इस स्थान पर पैराग्लाइडिंग हेतु सैलानी आते रहते हैं।
यहां पर पैराग्लाइडिंग उड़ान जनवरी से जून व विंटर मौसम सितंबर से अक्टूबर के बीच रहता है।
यहां पर पैराग्लाइडिंग 10 मिनट की उड़ान के लिए 2500/से₹4000 तक लिए जाते हैं।
6-गंगटोक- सिक्किम
भारत का स्विट्जरलैंड गंगटोक एक विश्व प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। हिमालय पर्वत की श्रेणियों के बीच स्थित है। हिमालय की पर्वत श्रेणि कंचनजंगा पर्वत का नजारा यहां से साफ दिखाई पड़ता। यहां पर बर्फ व ग्लेशियर दिखाई पड़ते हैं।
गंगटोक में पैराग्लाइडिंग उड़ान के लिए देश-विदेश पर्यटक आते रहते हैं तथा आपने सपनों को पूरा करते हैं। पैराग्लाइडिंग और उसके साथ हिमालय व कंचनजंगा की पर्वतों की चोटियों का अवलोकन करना किसी सपने जैसा है। बलियन दारा पैराग्लाइडिंग टैकेप्वाइंट है। जो कि 22०० मीटर की ऊंचाई पर स्थित है ।
कैसे पहुंचे-
गंगटोक का निकटतम हवाई अड्डा बागडोगरा इंटरनेशनल है।
नियरेस्ट रेलवे स्टेशन जलपाईगुड़ी है।
गंगटोक सड़क मार्ग से भी कनेक्टर।
7-शिलांग - मेघालय-
यह भारत के एक खूबसूरत प्रसिद्ध हिल स्टेशन में से एक है। यह 14०० मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर देश विदेश से सैलानी पर्यटन को आते रहते हैं। शिलांग में पैराग्लाइडिग के साथ ही हिमालय की चोटियों प्रकृति के अद्भुत नजारे देखने को मिलते हैं। यहां पर पैराग्लाइडिंग का अच्छा समय गर्मी का होता है। इस मौसम में यहां का मौसम साफ रहता है। शिलांग मैं हिमालय की पूर्वांचल हिल्स के बीच उड़ान भरना किसी अमेजिंग से कम नहीं है। इससे पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाता है। यहां पैराग्लाइडिंग उड़ान के 20 से 30 मिनट के ₹2000 से ३०००/रुपए लिए जाते हैं।
कैसे पहुंचे-
यहां का करीबी हवाई अड्डा अमरोही एयरपोर्ट है। जिसकी दूरी 35 किलोमीटर है।
यह सड़क मार्ग से भी जुड़ा हुआ है।
गुवाहाटी करीब रेलवे स्टेशन है। इसकी दूरी 105 किलोमीटर है।
7-नंदी हिल्स -बेंगलुरु
नंदी हिल्स बेंगलुरु से कुछ दूरी पर स्थित है। यह एक मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण एक सुंदर हिल स्टेशन है। यह दक्षिण भारत के पैराग्लाइडिंग के लिए प्रसिद्ध है।
निकटतम हवाई अड्डा बेंगलुरु जो 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
बेंगलुरु रेलवे स्टेशन है।
यह बड़े शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ।
8 गोवा-
भारत का गोवा शहर, बीच व समुद्री टापू के लिए विश्व विख्यात है। यहां पर पूरे विश्व भर से पर्यटक घूमने को आते हैं। यहां पर पैराग्लाइडिंग का भी पर्यटक आनंद लेते हैं। यहां पर कई पैराग्लाइडिंग साइट है। समुद्र व समुंद्री तटो के ऊपर से पैराग्लाइडिंग उड़ान भरना सपने जैसा है।
कैसे पहुंचे-
डाबोलिम एयरपोर्ट गोवा। यहां का एयरपोर्ट है।
वास्कोडिगामा यहां का रेलवे हैं।
यह सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।