उत्तरी सिक्किम में स्थित, युमथांग घाटी पृथ्वी पर एक स्वर्ग है, जो प्राकृतिक आश्चर्यों और सुरम्य सुंदरता से भरा है। यह एक ज़िलियन फूलों, शानदार पहाड़ों और एक शांत नदी का घर है, और इसे अक्सर उत्तराखंड में स्थित फूलों की घाटी के रूप में भी कहा जाता है। कहने की जरूरत नहीं है, इसके लुभावने और जादुई परिवेश इसे हर यात्री के लिए ज़रूरी है। इस घाटी की सुंदरता देखेंगे तो आप भी मान जाएंगे कि इसे ये नाम देना बिल्कुल गलत नहीं है। फूल तो हर किसी को पसंद होते हैं। फूलों का गुलदस्ता देखते ही सबका दिल बाग-बाग हो जता है। ऐसे में यहां जब फूलों का पूरा बाग ही देखने को मिल जाए तो बात ही क्या है।
इसलिए फेमस है युमथांग घाटी-
समुद्र तल से लगभग 3 हज़ार से अधिक की ऊंचाई पर मौजूद ये घाटी सिक्किम के साथ पूरे नार्थ-ईस्ट के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह किसी भी प्रकृति प्रेमियों और सैलानियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। युमथांग घाटी में लगभग 25 से अधिक फूलों की प्रजातियां पाई जाती है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से भी सैलानी आते हैं। यहां सबसे अधिक रोडोडेंड्रोन और बुरांश (एक तरह का फूल) फूलों को देखने का अनूठा संगम मिलता है। यहां ऐसे कई फूल भी होते हैं, जिन्हें औषधि के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
घाटी की खूबसूरती-
युमथांग घाटी खूबसूरती के मामले भी बेहतरीन है। इस घाटी के पास मौजूद उंचे-उंचे पहाड़ और घने जंगल सैलानियों को और भी अधिक आकर्षित करते हैं। इस घाटी के बगल में मौजूद तीस्ता नदी एक अद्भुत नज़ारा पेश करती है। वैली में ऐसे कई झरने भी मौजूद है जहां आप परिवार, दोस्तों या फिर पार्टनर के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं।
घाटी के आसपास घूमने की जगह-
फूलों की वादियों में घूमने के साथ-साथ आप युमथांग घाटी के आसपास मौजूद कई बेहतरीन जगहों पर भी घूमने के लिए जा सकते हैं। आप हिमालयन जूलॉजिकल पार्क, हनुमान टोक और ताशी व्यू पॉइंट जैसी खूबसूरत जगहों पर भी घूमने के लिए जा सकते हैं। इन जगहों पर घूमने के अलावा ट्रेकिंग और कैम्पिंग भी एन्जॉय करने के लिए यह जगह एक बेस्ट ऑप्शन है। आप जब भी घूमने के लिए यहां जाए तो कम से कम तीन से चार दिन का टिप्स ज़रूर बनाएं।
टाइमिंग और कब घूमने जाएं-
इस घाटी में घूमने के लिए आप सुबह 6 बजे से लेकर शाम 5 बजे के बीच कभी भी जा सकते हैं। चीन सीमा के करीब होने के चलते कई बार यहां घूमने के लिए स्थानीय अधकारियों से परमिट भी लेनी पड़ती है। यहां घूमने के लिए सबसे अच्छा समय फ़रवरी से लेकर जून तक माना जाता है। बहुत से लोगों का यह भी कहना है कि सितंबर से दिसंबर में भी घूमने के लिए यह जगह बेस्ट है। सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन लाचुंग रेलवे स्टेशन पहुंचकर आप ऑटो या कैब करके यहां घूमने के लिए जा सकते हैं।
युमथांग वैली केसे पहुचें –
युमथांग वैली गंगटोक से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहाँ पहुचने का सबसे अच्छा तरीका सड़क मार्ग से यात्रा करना है। युमथांग तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका गंगटोक से लाचुंग की यात्रा करना है और यहाँ रात रुकने के बाद सुबह जल्दी युमथांग वैली की यात्रा करना है। लाचुंग से, युमथांग की ड्राइव में लगभग 50 मिनट लगते हैं और सड़क रंगीन खिलते हुए फूलों से सुसज्जित है, जो सुखदायक और बेहद खास अनुभव प्रदान करती है।
युमथांग घाटी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय -
युमथांग घाटी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय फरवरी के अंत से शुरू होता है और जून तक रहता है। यदि आप युमथांग घाटी को सबसे खूबसूरत रूप में देखना चाहते है तो आपको इस दौरान ही युमथांग घाटी गंगटोक की यात्रा करनी चाहिए। हालांकि, यदि आप बर्फ से ढके पहाड़ों के शानदार दृश्य का आनंद लेना चाहते हैं, तो सितंबर – दिसंबर का समय इस जगह की यात्रा के लिए आदर्श होगा। युमथांग घाटी की यात्रा का एक और अच्छा समय फरवरी से मार्च तक है जब लोसार त्योहार मनाया जाता है। यह वह समय होता है जब आप स्थानीय लोगों की शानदार सांस्कृतिक शो के साथ खाने और पीने का अनुभव ले सकते हैं।
युमथांग घाटी की यात्रा में रुकने के लिए होटल्स –
यदि आप युमथांग वैली की यात्रा में रुकने के लिए होटल्स सर्च कर रहे है तो हम आपको बात दे युमथांग वैली में रुकने के लिए कोई विकल्प उपलब्ध नही है। आप युमथांग वैली के सबसे नजदीकी शहर लाचुंग में रुक सकते हैं जहाँ से घाटी लगभग एक घंटे की ड्राइव पर है।
कुछ प्रमुख होटल्स -