उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने।

Tripoto
19th Jun 2021
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Day 1

गोरखनाथ मन्दिर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर में स्थित है। बाबा गोरखनाथ के नाम पर इस जिले का नाम गोरखपुर पड़ा है।

Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या

गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर में अनवरत योग साधना का क्रम प्राचीन काल से चलता रहा है। ज्वालादेवी के स्थान से परिभ्रमण करते हुए ‘गोरक्षनाथ जी’ ने आकर भगवती राप्ती के तटवर्ती क्षेत्र में तपस्या की थी और उसी स्थान पर अपनी दिव्य समाधि लगाई थी, जहाँ वर्तमान में ‘श्री गोरखनाथ मंदिर (श्री गोरक्षनाथ मंदिर)’ स्थित है। नाथ योगी सम्प्रदाय के महान प्रवर्तक ने अपनी अलौकिक आध्यात्मिक गरिमा से इस स्थान को पवित्र किया था, अतः योगेश्वर गोरखनाथ के पुण्य स्थल के कारण इस स्थान का नाम ‘गोरखपुर’ पड़ा। गोरखनाथ मन्दिर के वर्तमान महन्त श्री बाबा योगी आदित्यनाथ जी है। पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ जी महाराज के संरक्षण में श्री गोरखनाथ मंदिर विशाल आकार-प्रकार, प्रांगण की भव्यता तथा पवित्र रमणीयता को प्राप्त हो रहा है।

Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या

गुरु गोरखनाथ एक योग सिद्ध योगी थे, इन्होंने हठयोग परंपरा का प्रारंभ किया। इनको भगवान शिव का अवतार माना जाता है। गोरखनाथ को गुरु मत्स्येन्द्रनाथ का मानस पुत्र भी कहा जाता है।
गोरखनाथ  या गोरक्षनाथ जी महाराज प्रथम शताब्दी के पूर्व नाथ योगी के थे ( प्रमाण है राजा विक्रमादित्य के द्वारा बनाया गया पञ्चाङ्ग जिन्होंने विक्रम संवत की शुरुआत प्रथम शताब्दी से की थी जब कि गुरु गोरक्ष नाथ जी राजा भर्तृहरि एवं इनके छोटे भाई राजा विक्रमादित्य के समय मे थे ) गुरु गोरखनाथ जी ने पूरे भारत का भ्रमण किया।

Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या

भारत के 84 सिद्धों की परंपरा में से एक थे गुरु गोरखनाथ जिनका नेपाल से घनिष्ठ संबंध रहा है। नेपाल नरेश महेन्द्रदेव उनके शिष्य हो गए थे। उस काल में नेपाल के एक समूचे क्षेत्र को 'गोरखा राज्य' इसलिए कहा जाता था कि गोरखनाथ वहां डेरा डाले हुए थे। वहीं की जनता आगे चलकर 'गोरखा जाति' की कहलाई। यहीं से गोरखनाथ के हजारों शिष्यों ने विश्वभर में घूम-घूमकर धूना स्थान निर्मित किए। इन्हीं शिष्यों से नाथों की अनेकानेक शाखाएं हो गईं।

Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या
Photo of उत्तर प्रदेश का वह प्राचीनतम मन्दिर,जिसके महंत एक सीएम हैं, जाने। by मौर्यवंशी दीपू मौर्या

Further Reads