मुंबा देवी मंदिर, जिनके नाम पर मुंबई बना
अगर एक दिन की छुट्टी हो तो साउथ बॉम्बे में स्थित मुंबई के मुंबा देवी मंदिर (Mumba Devi Mumbai) का दर्शन किया जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि मुंबा देवी माता के नाम पर ही मुंबई का नाम पड़ा। कोली समुदाय की देवी मुंबा मां का यह मंदिर लगभग 400 साल पुराना है। जहां यह बना ठीक उस स्थान पर आज विक्टोरिया टर्मिनस (CST) की इमारत है। अंग्रेजों ने मंदिर को मरीन लाइंस-ईस्ट में बाजार के बीच में स्थापित किया।
स्थानीय मान्यताओं में कहा जाता है कि एक बार मुंबा देवी माता का दर्शन कर लेने से देवी खुश होती हैं और भक्तों को मुंबई में सफल बनाती हैं।
श्री महालक्ष्मी मंदिर, मुंबई
महालक्ष्मी मंदिर मुंबई के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह देवी महात्म्यम की प्रमुख देवी महालक्ष्मी को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण हिंदू व्यापारी धाकजी दादाजी के 71 वर्ष की उम्र में 1831 में करवाया था।
श्री महालक्ष्मी मंदिर (मुंबई) में त्रिदेवी शक्तियां देवी महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की मूर्तियां हैं। तीनों मूर्तियों को नाक की नथुनी, सोने के कंगन और मोतियों के हार से सजाया गया है। अर्थात ये त्रिदेवियों के श्रृंगार महत्व हैं। श्री महालक्ष्मी की मूर्ति केंद्र में कमल के फूल को अग्रानुक्रम में पकड़े हुए दिखाया गया है। इस मंदिर के परिसर में कई स्टॉल हैं। जो भक्तों द्वारा पूजा और प्रसाद के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले चीजों केफूलों की माला और अन्य सामान बेचते हैं।
श्री महालक्ष्मी मंदिर दर्शन के लिए कैसे पहुंचे? (How to reach Mahalakshmi Mandir in Mumbai)
यह मुंबई में महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन से केवल 1 किमी दूर है। परिसर में दो और मंदिर हैं। मंदिर के पास ही त्र्यंबकेश्वर मंदिर और महादेव ढकलेश्वर मंदिर का भी दर्शन किया जाता है।
जुहू बीच
मुंबई के पश्चिमी अंधेरी का सबसे पॉश एरिया जुहू को तो सब जानते हैं। जी हां, सही सोचा आपने, 'जुहू-चौपाटी' लेकिन ठहरिए जुहू में स्थित होने की वजह से इसका नाम जुहू चौपाटी पड़ा। दरअसल पूरे इलाके का नाम जुहू ही है। यह बहुत से बड़े फिल्मी सितारों का घर भी है। इन सबके घर के आसपास जुहू बीच पसरा हुआ है।
जुहू बीच मुंबई का सबसे बड़ा और खूबसूरत समुद्र तट है। यह बीच मुंबई के सबसे व्यस्ततम पर्यटन स्थल तो है ही। साथ ही, सभी पीढ़ियों बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं की विशेष पसंद भी रही है। जुहू बीच के साथ जुहू चौपाटी भी काफी प्रसिद्ध है। चौपाटी का मतलब होता है चौराहा, इस लिए इसका नाम पड़ा जुहू चौपाटी। जुहू बीच पर आप घुड़सवारी का मजा भी ले सकते हैं।
अगर आप मुंबई के किसी भी क्षेत्र में रहते हैं और वीकेंड को मुंबई में ही एन्जॉय करना चाहते हैं तब आपको मुस्कुराना चाहिए क्योंकि आप मुंबई में हैं। ऐसा क्यों बोल रहा हूं? भई, वैसे तो मुंबई का कोना-कोना देखने में खूबसूरत है। क्योंकि मुंबई अलग-अलग 7 टापूओं पर बसा हुआ है। इसलिए, मुंबई के लगभग सभी हिस्सों से समुद्र के किनारे नजदीक ही लगते हैं। समुद्र के किनारे दोस्तों के साथ बैठ एन्जॉय करना या अकेले बैठ सन-सेट को निहारना, समुद्र की लहरों पर डूब रहे सूरज की लगभग ओझिल हो चुकी लालिमे वाली किरणों को देखना, ये सब बीच पर हो कर ही महसूस किया जा सकता है।
बहरहाल, बीच के इतर और आसानी से पहुंच सकने वाले मुंबई की उन जगहों के बारे में पढ़ें, जहां आपको अपने मुंबई की शुरुआती दिनों में ही घूम लेना चाहिए।
पवई झील, पवई विलेज
मुंबई के पवई वैली में स्थित पवई झील (Powai Lake) एक कृत्रिम झील है। मुंबई के पवई घाटी में स्थित इस झील के जगह पर पहले झोपड़ियों से भरा पवई गाँव मौजूद था। मुंबई का यह उपनगर पवई अपने नाम को इस मशहूर झील के साथ साझा करता है। भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रमुख संस्थानों में से एक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT B) झील के पूर्व में स्थित है। इसके अलावा एक अन्य प्रसिद्ध संस्थान, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग (NITIE) भी झील के करीब ही स्थित है। झील की परिधि के चारों ओर आवास परिसर और आलीशान होटल विकसित किए गए हैं। इस प्रकार झील के आसपास की आबादी में पिछले कुछ वर्षों में काफी इजाफा हुआ है।
झील के पास में बना सेल्फी पॉइंट पे सेल्फी ले कर पवई झील के वीकेंड मस्ती को यादगार भी बना सकते हैं।
पवई झील पहुंचने के साधन
यह झील मुंबई के डाउनटाइम से सड़क मार्ग से लगभग 40 किलोमीटर दूर है और कुर्ला या सांताक्रूज और अंधेरी के माध्यम से यहां पहुंचा जा सकता है। मुंबई उपनगरीय रेलवे की सेंट्रल लाइन पर स्थित कंजुरमार्ग, झील का निकटतम रेलवे स्टेशन है। पास में ही मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का टर्मिनल 2 भी है।