हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गीता की जन्म स्थली ज्योतिसर में भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप लगाया जाएगा। भगवान के विराट स्वरूप को प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वी सुतार ने तैयार किया है। करीब 40 फीट ऊंची कांसे की इस मूर्ति पर करीब 10 करोड़ रुपये की लागत आई है। मूर्ति को राम वी सुतार के निर्देशन में नोएडा स्थित कार्यशाला में अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसे ज्योतिसर लाकर स्थापित करने में करीब तीन महीने का समय लगेगा।
बताया जा रहा है कि कि मूर्ति में 85 प्रतिशत कांसा, 5 प्रतिशत टिन, 5 प्रतिशत जिंक और 5 प्रतिशत लेड का मिश्रण लगाया जा रहा है। कहा जाता है कि इन धातुओं के मिश्रण से बनी मूर्ति हजारों साल तक ऐसी ही बनी रहती है। राम वी सुतार इससे पहले ब्रह्म सरोवर के पास श्रीकृष्ण भगवान और अर्जुन के विशाल रथ को बना चुके हैं। इस रथ की लंबाई 60 फीट, चौड़ाई 35 फीट और ऊंचाई 30 फीट है।
भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के इसी स्थल पर महाभारत के युद्ध से पहले विराट स्वरूप में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। मूर्तिकार राम सुतार ने 11 जून को कुरुक्षेत्र पहुंचकर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड में मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, डीसी मुकुल कुमार और सीईओ अनुभव मेहता के साथ विराट स्वरूप स्थल पर भूमि पूजन किया।
भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की उंचाई कुल मिलाकर 50 फीट की होगी। इसमें 10 फीट का चबूतरा और करीब 40 फीट का विराट स्वरूप होगा। भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र होगा। इससे कुरुक्षेत्र में पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी।