काशी में खुले बाबा विश्वनाथ के दरबार, एक साथ पांच श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन

Tripoto
Photo of काशी में खुले बाबा विश्वनाथ के दरबार, एक साथ पांच श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन by Hitendra Gupta
Day 1

वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। कोरोना लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद मंगलवार, 8 जून से बाबा विश्वनाथ का दरबार भक्तों के लिए खोल दिया गया। मंदिर खुलने की खबर मिलते ही बाबा के दरबार में भक्तों की लंबी कतार लग गई। लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए एक साथ सिर्फ पांच श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई है।

Photo of Kashi Vishwanath temple, Varanasi - Bhadohi Road, Chauri Bazar, Lachhapur, Uttar Pradesh, India by Hitendra Gupta

बाबा के दरबार में आने वाले सभी भक्तों को कोरोना के नियमों का पालन करना होगा। भक्तों को मास्क लगाकर आना होगा। मंदिर परिसर में किसी दीवार या प्रतिमा को छूने की अनुमति नहीं दी गई है। भक्तों के लिए मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश को बंद रखा गया है। श्रद्धालुओं को बाबा को दूर से जल चढ़ाना होगी। नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालु दूर से ही बाबा को जलाभिषेक कर रहे हैं। पूरा मंदिर परिसर एक बार फिर से हर हर महादेव और बम बम भोले से गूंजना शुरू हो गया है।

Photo of काशी में खुले बाबा विश्वनाथ के दरबार, एक साथ पांच श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन by Hitendra Gupta

कोरोना के दूसरी लहर के बाद 15 अप्रैल से बाबा के दरबार में भक्तों के आने पर रोक लगा दी गई थी। अब देश भर में कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण भक्तों को फिर से दर्शन और पूजा अर्चना की अनुमति दे दी गई है। इसके लिए मंदिर की ओर से कई व्यवस्था की गई है। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भक्तों की थर्मल स्कैनिग के बाद भी प्रवेश कराया जा रहा है। जगह-जगह सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जगह- जगह गोल घेरे बनाए गए हैं।

सभी फोटो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

Photo of काशी में खुले बाबा विश्वनाथ के दरबार, एक साथ पांच श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन by Hitendra Gupta

मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति भक्तों को नहीं है। फिलहाल मंदिर के पुजारी ही गर्भगृह में बाबा की पूजा-अर्चना और श्रृंगार कर पाएंगे।

कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।

अपनी यात्राओं के अनुभव को Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटने के लिए यहाँ क्लिक करें।

बांग्ला और गुजराती के सफ़रनामे पढ़ने के लिए Tripoto বাংলা  और  Tripoto  ગુજરાતી फॉलो करें।

रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।

Further Reads