वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। कोरोना लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद मंगलवार, 8 जून से बाबा विश्वनाथ का दरबार भक्तों के लिए खोल दिया गया। मंदिर खुलने की खबर मिलते ही बाबा के दरबार में भक्तों की लंबी कतार लग गई। लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए एक साथ सिर्फ पांच श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई है।
बाबा के दरबार में आने वाले सभी भक्तों को कोरोना के नियमों का पालन करना होगा। भक्तों को मास्क लगाकर आना होगा। मंदिर परिसर में किसी दीवार या प्रतिमा को छूने की अनुमति नहीं दी गई है। भक्तों के लिए मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश को बंद रखा गया है। श्रद्धालुओं को बाबा को दूर से जल चढ़ाना होगी। नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालु दूर से ही बाबा को जलाभिषेक कर रहे हैं। पूरा मंदिर परिसर एक बार फिर से हर हर महादेव और बम बम भोले से गूंजना शुरू हो गया है।
कोरोना के दूसरी लहर के बाद 15 अप्रैल से बाबा के दरबार में भक्तों के आने पर रोक लगा दी गई थी। अब देश भर में कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण भक्तों को फिर से दर्शन और पूजा अर्चना की अनुमति दे दी गई है। इसके लिए मंदिर की ओर से कई व्यवस्था की गई है। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भक्तों की थर्मल स्कैनिग के बाद भी प्रवेश कराया जा रहा है। जगह-जगह सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जगह- जगह गोल घेरे बनाए गए हैं।
मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति भक्तों को नहीं है। फिलहाल मंदिर के पुजारी ही गर्भगृह में बाबा की पूजा-अर्चना और श्रृंगार कर पाएंगे।
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