कुदरती और प्राकृतिक सौंदर्यता को लेकर उत्साहित रहने वाले पर्यटकों को इस राज्य की सैर जरूर करनी चाहिए। प्राकृतिक खूबसूरती के मामले में पूर्वोत्तर भारत का यह राज्य काफी ज्यादा समृद्ध है। यहाँ की ऊंची-ऊंची पहाड़ियां, नदी, झरने और घाटियां सैलानियों को काफी ज्यादा प्रभावित करते हैं। एक नेचर लवर्स से लेकर एडवेंचर के शौकीनों के लिए यहाँ बहुत कुछ उपलब्ध है। यहाँ की मनमोहक पहाड़ी घाटियां, मिजोरम को एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाने का काम करती हैं। शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर आप यहाँ एक शानदार अवकाश अपने परिवार या दोस्तों के साथ बिता सकते हैं। आइजोल, चम्फाई, लुंगलेई, सेरछिप, लांन्गतलाई आदि यहाँ के सबसे ज्यादा भ्रमण किए जाने वाले स्थान हैं। इस आर्टिकल में, आज मैं आपको मिजोरम के प्राकृतिक खजानो में से एक वानतांग जलप्रपात के बारे में बताने जा रही हूं, यह वाटरफॉल आपको काफी आनंदित कर सकता है। और यहाँ आकर आप खुद को प्राकृतिक खूबसूरती को करीब से महसूस कर सकेंगे।
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़े
वानतांग जलप्रपात
वानतांग जलप्रपात मिजोरम का सबसे ऊंचा और देश का 13वां सबसे ऊंचा जलप्रपात है। यह वाटरफॉल राज्य के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में गिना जाता है, जहाँ सैलानी ज्यादा आना पसंद करते हैं। अपनी 324 फीट की ऊंचाई के साथ यह जलप्रपात पर्यटकों को रोमांचित करने का काम करता है। इसकी खूबसूरती देखने लायक है। यह वाटरफॉल आइजोल से 104 कि.मी की दूरी पर स्थित है। पहाड़ी घाटियों और घनी वनस्पतियों से घिरा वानतांग जलप्रपात दूर से किसी दूध की नदी जैसा लगता है।
यहाँ का आसपास का वातावरण यहाँ आने वाले पर्यटकों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है। इस जलप्रपात को दूर से ही देखा जा सकता है, क्योंकि यह घने जंगलों से घिरा हुआ है। वानतांग वाटलफॉल वानवा नदी से जल प्राप्त करता है।
वानतांग जलप्रपात पर्यटकों के लिए क्यों है इतना खास
वानतांग आपकी यात्रा को कई मायनो में खास बना सकता है। एक प्रकृति प्रेमी से लेकर रोमांच के शौकीनों के लिए यहाँ बहुत कुछ उपलब्ध है। इस जलप्रपात की ऊंचाई और भौगोलिक स्थित इसे खास बनाने का काम करती है। नए जगह की तलाश कर रहे ट्रैवलर यहाँ आ सकते हैं।
अगर आप फोटोग्राफी का शौक रखते हैं, तो यहाँ के अदभुत नजारों को आप अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। दोस्तों के साथ एक शानदार आइजोल ट्रिप के दौरान आप यहाँ आ सकते हैं। ऑफबीट प्लेस के प्रेमियों के लिए यह एक आदर्श स्थल भी माना जाता है।
यहाँ की निकटवर्ती आकर्षक जगहें और गतिविधियां
वानतांग जलप्रपात की खूबसूरती का आनंद लेने के अलावा आप यहाँ आसपास के स्थलों की सैर का आनंद भी ले सकते हैं। आप यहाँ से सेरछिप का प्लान बना सकते हैं, जो यहाँ से कुछ ही कि.मी के फासले पर स्थित है। यह एक शानदार पर्यटन स्थल है। यह स्थान आपको बहुत ही अलग अनुभव का आनंद देने वाले है। सेरछिप में कई गाँव ऐसे है, जहाँ घूमने के बाद आपको मिजोरम से जुड़ी कई जानकारियाँ प्राप्त हो सकती है।
यह एक शानदार पर्यटन स्थल है, जहाँ आप पैराग्लाइडिंग का रोमांच भरा अनुभव ले सकते हैं। दूर -दूर से पर्यटक इस रोमांच भरे एडवेंचर का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहाँ कई शानदार पर्यटन स्थल भी हैं, जहाँ आप जा सकते हैं। इसके अलावा आप आइजोल और थेनजाल का भ्रमण कर सकते हैं।
यहाँ आने का सही समय
अगर आप वानतांग की खूबसूरती को अच्छी तरह देखना चाहते हैं तो यहाँ का प्लान सितंबर से लेकर जनवरी के मध्य का बना सकते हैं। इस दौरान मौसम काफी अनुकूल बना रहता है, और आप अपने आनंद और रोमांच को दुगना कर सकते हैं। आपको बता दूं कि सर्दियां के दौरान यहाँ ज्यादा ठंड पड़ती हैं। इसलिए अपने साथ गर्म कपड़े और आवश्यक सामान जरूर रखें।
कैसे पहुंचें
हवाई मार्ग: वागतांग आप परिवहन के तीनों साधनों की मदद से पहुंच सकते हैं, यहाँ का निकटतम हवाईअड्डा लेंगपुई एयरपोर्ट है, जो गुवाहाटी और कोलकाता से सीधे जुड़ा हुआ है। यहाँ से आपको सेरछिप के लिए टैक्सी मिल जाएगी, जिसके बाद आप आसानी से वानतांग पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: रेल मार्ग के लिए आप सिलचर रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं, जो आइजोल से 130 कि.मी की दूरी पर स्थित है।
सड़क मार्ग: आइजोल और गुवाहाटी की दूरी 470 कि.मी की है, आप यह सफर सड़क मार्ग के जरिए पूरा कर सकते हैं। आइजोल पहुंचने के बाद आप सेरछिप या वानतांग के लिए सीधे प्राइवेट टैक्सी ले सकते हैं।
क्या आपने भी मिजोरम की यात्रा की हैं। अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़ें और फ़ीचर होने का मौक़ा पाएँ।