अभी तक आपने सिर्फ तैरते हुए घर, होटल, पूजा स्थल और बाजार देखे होंगे। लेकिन आज मैं आपको दुनिया के तैरने वाले पोस्ट ऑफिस (डाकघर) के बारे में बताऊंगी। इसकी सबसे खास बात यह है कि इस पोस्ट ऑफिस को देखने के लिए आपको 'धरती के स्वर्ग' यानी जम्मू-कश्मीर का रुख करना होगा। इस पोस्ट ऑफिस की लोकेशन देखकर आप हैरान रह जाएंगे। डल झील में एक विशाल हाउसबोट पर मनोरम बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच खूबसूरत शहर श्रीनगर में फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस पर्यटकों को खासा आकर्षित करता है। इस ‘फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस’ में वो सारे कामकाज होते हैं जो दूसरे पोस्ट ऑफिस में होते हैं लेकिन यह पोस्ट ऑफिस नदी में तैरता रहता है। जो भी टूरिस्ट कश्मीर घूमने आते हैं वे इसे देखने के लिए यहाँ जरूर आते हैं। और एक आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि यह भारत ही नहीं, बल्कि विश्व का एकमात्र तैरता हुआ डाकघर है।
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विश्व का एकमात्र तैरता हुआ डाकघर
यह भारत ही नहीं, बल्कि विश्व का एकमात्र तैरता हुआ डाकघर है। यहाँ जाकर आप श्रीनगर की खूबसूरती को देख सकते हैं। यहाँ खड़े होकर आपको ऐसा लगेगा, जैसे सपनों की दुनिया में पहुंच गए हों। आप श्रीनगर में भव्य डल झील के पानी पर तैरते हुए इस डाकघर को देख सकते हैं। पहली नजर में आप दूर से देखने पर सोच सकते हैं कि यह एक सामान्य नाव है, लेकिन ऐसा नही हैं। इस अनोखे डाकघर को काफी पर्यटक देखने के लिए आते हैं।
पहले इसका नाम 'नेहरू पार्क पोस्ट ऑफिस' था
पहले इस डाकघर का नाम "नेहरू पार्क पोस्ट ऑफिस" था, लेकिन 2011 में तत्कालीन चीफ पोस्ट मास्टर जान सैम्युअल ने इसका नाम "फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस" रखवाया। अगस्त, 2011 में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और तत्कालीन केंद्रीय संचार और आईटी मंत्री सचिन पायलट ने इसका उद्घाटन किया। ये पोस्ट ऑफिस जिस हाउसबोट में है उसमें दो कमरे हैं। एक कमरा पोस्ट ऑफिस के तौर पर काम करता है और दूसरा कमरा संग्रहालय के तौर पर। संग्रहालय में भारतीय डाक के इतिहास से जुड़ी सामग्री प्रदर्शन के लिए रखी गई है। जिसे पर्यटक देखने आते हैं।
दूसरे डाकघरों से अलग हैं कुछ चीजें
धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर की मशहूर डल झील में स्थित इस "फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस" में वो सारे कामकाज होते हैं जो दूसरे सामान्य पोस्ट ऑफिस में होते हैं। हालांकि इस पोस्ट ऑफिस में कुछ चीजें दूसरे डाकघरों से अलग भी हैं। इस डाकखाने की मुहर पर तारीख और पते के साथ शिकारी खे रहे नाविक की तस्वीर बनी होती है। ये पोस्ट ऑफिस है तो अंग्रजों के जमाने का लेकिन इसे नया नाम (फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस) साल 2011 में मिला। अब यह डाकघर भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया हैं।
पर्यटक भी इस डाकघर से उठाते हैं सुविधा
आप ये न समझिएगा कि ये "तैरता डाकघर" केवल सजावट की चीज है। डल झील के हाउसबोट में रुकने वाले सैलानी और वहाँ घूमने वाले पर्यटक अपने मित्रों-परिजनों को डाक भेजने के लिए इस्तेमाल करते हैं। स्थानीय नागरिक इस डाकघर की बचत योजनाओं का भी लाभ उठाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई इसमें जमा करते हैं। डल झील इलाके में करीब 50 हजार लोग रहते होंगे। आम तौर पर इस पोस्ट ऑफिस को कामकाज में कोई दिक्कत नहीं आती लेकिन साल 2014 में आई बाढ़ में ये पोस्ट ऑफिस भी संकट में घिर गया था। राहत एवं बचाव दल के जवानों ने इस पोस्ट ऑफिस को बाढ़ के दौरान एक जगह अंकुश लगाकर बांधना पड़ा था। जब बाढ़ थम गई तो इसे दोबारा डल झील में वापस लाया गया।
देखने आते हैं हजारों पर्यटक
यह डाकघर अब एक पर्यटक के कश्मीर यात्रा कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। काफी पर्यटक इस अनोखे डाकघर को देखने आते हैं। अब यह डाकघर यहाँ के आकर्षण का केंद्र बनते जा रहा हैं।
यहाँ आपको मिलती हैं कई तरह की सुविधाएं
यहाँ दी जाने वाली अन्य सेवाओं में इंटरनेट सुविधा और अंतरराष्ट्रीय फोन कॉल शामिल हैं। इसके अलावा, पोस्ट ऑफिस के परिसर में एक डाक टिकट संग्रहालय है जिसमें अद्वितीय टिकटों का विशाल संग्रह है। इसके अलावा एक स्मारिका की दुकान है जहाँ से आप पोस्टकार्ड, टिकट, स्थानीय आइटम और ग्रीटिंग कार्ड खरीद सकते हैं। तो, अगली बार जब आप श्रीनगर जाएं, तो सुनिश्चित करें कि आप दुनिया के एकमात्र फ्लोटिंग डाकघर से अपने निकट और प्रिय लोगों को पोस्टकार्ड ज़रूर भेजें।
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