कोरोना महामारी की दूसरी लहर काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस महामारी को रोकने के लिए देश भर के कई राज्यों में लॉकडाउन और नाईट कर्फ्यू भी लगा हुआ है। अब पर्यटन पर भी इसका बुरा असर पड़ने लगा। इसी के साथ ही अब उत्तराखंड सरकार ने इस महामारी को रोकने के लिए इस साल होने वाली चार धाम यात्रा को रद्द करने का फैसला किया है। अब कोरोना महामारी के इस दूसरे दौर के चलते अगले महीने से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा को रद्द कर दिया गया है। चार धाम यात्रा अगले महीने मई से शुरू होने वाली थी। इस बात की जानकारी उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने दी है। उन्होंने इस बारे में जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि, 'चारों धाम के कपाट अपने तय समय पर खुलेंगे, लेकिन केवल पुजारी और पुरोहित ही इन धामों में पूजा अर्चना करेंगे। यात्रियों को वहाँ प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।'
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़े
मई में शुरू होने वाली थी चारधाम यात्रा
देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अगले महीने मई से शुरू होने वाली थी। इसके तहत उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा की जाती है और इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल उत्तराखंड आते हैं। इस यात्रा में लाखों लोग शामिल होते हैं। यात्रा में शामिल होने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से भक्त यहाँ अपनी आस्था से पहुंचते हैं। इस बार अक्षय तृतीया के दिन 14 मई से यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने से इस यात्रा की शुरूआत होनी थी। 14 मई को गंगोत्री मंदिर के कपाट खुलने वाले थे। 17 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट और 18 मई को बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने थे। केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट अक्षय तृतीया के बाद खोला जाता है। इसमें सबसे पहले केदारनाथ का कपाट खोला जाता है। उसके बाद बद्रीनाथ का कपाट खोला जाता है। उत्तराखंड में सर्दियों में भरी बर्फबारी के चलते क्षेत्र के सभी मंदिर 6 महीने के लिए बंद रहते हैं।
श्रद्धालु कर पाएंगे ऑनलाइन दर्शन
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के चलते चार धाम यात्रा को रद्द तो कर दिया गया है। लेकिन इसके आगे जानकारी देते हुए मीडिया को बताया गया है कि चार धाम के कपाट निर्धारित समय पर खुलेंगे। हालांकि, श्रधालुओं को मंदिर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। लेकिन सभी श्रद्धालु ऑनलाइन प्रभु के दर्शन कर पाएंगे।
कोरोना के कहर से बचें, घर में रहें सुरक्षित रहें और लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। साथ ही अपनी सुरक्षा के साथ अपने आस पास के लोगों को भी सुरक्षित रखने की कोशिश करें।
क्या आपने भी हाल ही में कोई यात्रा की हैं अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़ें और फ़ीचर होने का मौक़ा पाएँ।