अंद्रेटा गांव : भटके हुए राही का तू बसेरा बन गया मेरे अंधेरी रातों का तू सवेरा बन गया

Tripoto
27th Apr 2021
Photo of अंद्रेटा गांव : भटके हुए राही का तू बसेरा बन गया मेरे अंधेरी रातों का तू सवेरा बन गया by Yadav Vishal
Day 1

हिमाचल प्रदेश एक ऐसी जगह है, जो किसी को भी सुकून दे सकती है।अगर मैं ये कहूं की सुकून का दूसरा नाम हिमाचल प्रदेश हैं तो मेरा कहना गलत भी नहीं होगा।बर्फीले पहाड़ों के प्रांत हिमाचल प्रदेश को “देव भूमि” भी कहा जाता है। वैसे तो हिमाचल प्रदेश में देखने को बहुत सी प्यारी प्यारी जगहें हैं।पर आज मैं आपको एक ऐसे खुबसुरत जगह के बारे में बताने जा रहा हूं, जो अभी काफ़ी टूरिस्टों की नजरों से बची हुई हैं।

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अंद्रेटा गांव

पालमपुर शहर से 12 कि.मी. दूर स्थित आर्टिस्ट कॉलोनी नाम से प्रसिद्ध अंद्रेटा गांव चारों तरफ से खूबसूरती और कलाकारों से घिरा हुआ हैं।यह एक ऐसी जगह है जहां आपके लिए नेचर के साथ-साथ एडवेंचर और रिलैक्सिंग हर एक चीज़ के लिए ऑप्शन्स मौजूद हैं।यहां पर मिट्टी के बर्तन बनाने का काम होता है। हिमाचल के इस गांव में कलाकृति और नेचुरल ब्यूटी का अनोखा संगम देखने को मिलता है।

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अंद्रेटा गांव का इतिहास

आर्टिस्टो की यह कॉलोनी 1920 के दशक में स्थापित की गई थी, जब नोरा रिचर्ड्स, लाहौर से आ कर यहां बस गई थी।

"भटके हुए राही का तू बसेरा बन गया मेरे अंधेरी रातों का तू सवेरा बन गया"

यह शायरी नोरा रिचर्ड्स पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं।फिर उन्होंने इंडियन मॉडर्न आर्ट के जानकार BC Sanyal और प्रोफेसर Jaidayal के साथ मिलकर यहां पॉटरी का काम शुरू किया।अंद्रेटा गांव से ही दिल्ली ब्लू आर्ट पॉटरी हाट की शुरुआत हुई।वैसे तो मिट्टी से बर्तन बनाने की ये शैली ईरानी शैली से प्रेरित है।अंद्रेटा के ठंडे मौसम और कलात्मक माहौल की वजह से यहां टूरिस्ट और कलाकारों का जमावड़ा साल भर लगा रहता हैं। वास्तव में यह जगह कला प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं।

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अंद्रेटा गांव में घूमने वाली जगहें

शोभा सिंह आर्ट गैलरी

यह एक प्रसिद्ध कलाकार शोभा सिंह जी की आर्ट गैलरी म्यूजियम हैं।जो इनके ओरिजिनल क्रिएशन को प्रदर्शित करता है। इस आर्ट म्यूजियम में आपको मूर्तियां, पोस्टर और कैनवास प्रिंट भी देखने को आसानी से मिल जायेंगे। इसके अलावा आप यहां से मग, किताबें और लोकल हैंडी क्राफ्ट भी खरीद सकते हैं,जो की यहां की फेमस हैं।

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बुंदलामाता मंदिर

5 सदियों पहले बने इस मंदिर को शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है और यह मंदिर इस क्षेत्र का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। मंदिर के पास से ही एक धारा बहती हैं जिसे बुंदला धारा कहते हैं।मंदिर का नाम भी इसी धारा पर रखा गया है।यह मंदिर चाय के बागानों में स्थित है जो यहाँ की सुंदरता को और बढ़ाती हैं।

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नोरा रिचर्ड का घर

अंद्रेटा गांव में देखने लायक यह सबसे खूबसूरत जगह हैं। क्योंकि किसी गांव में जा के उस गांव के संस्थापक का घर ना देखा तो यकीनन मानिये आपकी यात्रा पूरी नहीं हो सकती।नोरा रिचर्ड का घर पुरानी अंग्रेजी शैली से बना हुआ हैं,जिसका स्ट्रक्चर देखने लायक है।घर के बाहर एक छोटा सा आउटडोर थियेटर है जहाँ वह छात्रों को नाटक करना सिखाते थे।पटियाला के पंजाबी विश्वविद्यालय ने हाल ही में उसके निवास स्थान को पुनर्निर्मित किया है और अब हर 29 अक्टूबर को, जो कि नोरा का जन्मदिन है, नाटकीय प्रदर्शन द्वारा मनाया जाता है।

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नेगल खड़

नेगल खड़ एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट हैं। जहां आप शहर की चकाचौंध से दूर रहकर कुछ दिन अपने परिवार और दोस्तों के साथ यादगार पल बिता सकते हैं।बुंदला चस्म के नाम से मशहूर नेगल खड़ एक व्यापक जलधारा है जो पालमपुर के करीब बहती है। इस जगह की खूबसूरती और शांति दुनियाभर से टूरिस्टों को अपनी ओर आकर्षित करती है।

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कैसे पहुंचें

पालमपुर से 12 किलोमीटर दूर पर स्थित हैं अंद्रेटा गांव।यहां का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा गग्गल हवाई अड्डा है, जो 15 किमी की दूरी पर है। जहां से आप टैक्सी या कैब सेवाएं ले कर अंद्रेटा गांव आराम से पहुंच सकते हैं।यहां से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पठानकोट है।दिल्ली और चंडीगढ़ से रोजाना यहां तक जाने के लिए आपको बसें मिल जाएंगी।

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