काशी कोतवाल काल भैरव

Tripoto
3rd Mar 2021
Day 1

सबसे पहले जयकारा बाबा विश्वनाथ का,जयकारा कालो के काल काल भैरव का,जयकारा गंगा मईया का
काशी,बनारस,वाराणसी जो भी कहिए आप आस्था की इस नगरी को,ये है भोले की नगरी,कहते हैं काशी भोले के त्रिशूल पर विराजमान है,जब भी कभी प्रलय आएगा,काशी फिर भी सुरक्षित रहेगा
खैर यहां हम चर्चा करेंगे काशी के कोतवाल काल भैरव का

क्या आपको पता है,काशी में कोई भी अधिकारी ,जनप्रतिनिधि आता है तो सबसे पहले वो बाबा काल भैरव के दरबार मे हाज़िरी लगाता है,मत्था टेकता है।बिना बाबा के आशीर्वाद के वो अपना कार्यकाल प्रारम्भ नही कर सकता

वाराणसी में एक ऐसा थाना है,जो देश का इकलौता थाना है,जिसका निरीक्षण कोई भी उच्च अधिकारी नहीं कर सकता,वो थाना है।कोतवाली थाना
अगर किसी अधिकारी ने गलती से इस थाने का निरीक्षण किया तो उसका तबादला होना तय है।
वाराणसी विशेश्वरगंज इलाके में शहर का कोतवाली थाना है और इसी थाने के ठीक पीछे बाबा कालभैरव का मंदिर है,कोई भी अधिकारी वाराणसी आता है,कार्यभार ग्रहण करने से पहले वो बाबा विश्वनाथ और काल भैरव का दर्शन ज़रूर करता है।अगर वाराणसी में नौकरी करनी है,तो बाबा से आशीर्वाद लेना जरूरी है

जिसके ऊपर से बाबा का आर्शिवाद हट गया वह नगरी में लंबे समय कार्य नहीं कर पाता है।कोतवाली थाने के असली कोतवाल तो बाबा काल भैरव हैं,कोई भी एसएचओ अपनी कुर्सी पर नही बैठता,बल्कि बगल में कुर्सी डालके बैठता है,एसएचओ की कुर्सी पर बाबा काल भैरव की फोटो रखी होती है।ये परम्परा सालों से चली आ रही है

इस थाना क्षेत्र में अपराध से लेकर सामाजिक कार्यों और फरियादियों की फरियाद का निस्तारण बाबा करते हैं। इसीलिए इन्हें विश्वनाथ की नगरी का कोतवाल भी कहा जाता है।साल 1715 में बाजीराव पेशवा ने काल भैरव मंदिर को बनवाया था।वास्तुशास्त्र के मुताबिक बना ये मंदिर आज तक वैसा ही है।

न देश का अकेला ऐसा थाना,जहां थानेदार की कुर्सी पर बाबा काल भैरव विराजमान हैं,और उस थाने का थानाध्यक्ष बगल में सामान्य कुर्सी डालके बैठता है

और इन थाने की जांच न एसएसपी, न डीआईजी,न ही आईजी,डीजीपी कर सकते हैं,करें भी कैसे,जिस थाने के कोतवाल खुद जब काल भैरव हों
                                     जय बाबा विश्वनाथ
                                    जय काल भैरव
                                  मनोज पंकज सिंह

Photo of Kaal Bhairava Mandir by Manoj pankaj singh

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