कॉंक्रीट के इमारत और इतिहास की इमारत में जो सबसे बड़ा बुनियादी फर्क है, वह यह कि एक पुरानी होने पर हर बीतते दिन के साथ जर्जर होती चली जाती है। तो दूसरी बीतते समय के साथ दिन-ब-दिन और ज्यादा निखरते चले जाती है। वर्तमान के बरामदे में बैठ कर अतीत के आंगन में झांकने का अहसास एक बेहद अनोखी अनुभूति कराता है। लेकिन जरा सोचिए, जब अतीत के आंगन में खड़ी इतिहास की इमारत को निहारने भर में इतना आंनद है, तो फिर ऐसे प्राचीनतम शहरों और नगरों में भ्रमण अनुभव कैसा होगा।
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तो चलिए आज हम आप सभी को दुनिया के उन 8 प्राचीनतम शहरों की सैर कराते हैं, जिनका वजूद हजारों साल पहले से है। और आज भी ये सभी शहर उतनी ही मजबूती से अपने अस्तित्व को बनाए हुए हैं।
1) बनारस:-
कहते हैं जिस जीवन में रस ना हो, उसे जीने में मजा नहीं आता। लेकिन जरा सोचिए, जिस शहर का नाम ही रस में डूबा हुआ हो, वहां की आबोहवा में कितना उत्साह, उमंग और उल्लास होगा। भारत ही नहीं तो एशिया के सबसे प्राचीन शहर में शुमार होने वाला शहर है उत्तरप्रदेश में स्थित बनारस। ऐतिहासिक प्रमाण के आधार पर बनारस में मानव सभ्यता 3000 साल पुरानी है। लेकिन कुछ विद्वानों का मानना है कि बनारस शहर का इतिहास 8000 साल पुराना है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बनारस शहर भगवान शिव जी के त्रिशूल पर टिका हुआ है। बनारस को काशी और वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है। दिल्ली तो देश की राजनीतिक राजधानी है। लेकिन बनारस को धर्म प्रधान देश भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी का तमगा प्राप्त है।
2) बगदाद:-
इराक की राजधानी बगदाद विगत कुछ सालों से गलत वजहों से चर्चा में है। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के सबसे प्राचीन शहरों में से एक बगदाद का इतिहास करीब 6000 साल पुराना है। इस शहर का भारत के साथ बहुत प्राचीन रिश्ता है। दरअसल इराकी प्राचीन सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता से प्राप्त अवशेषों के आधार पर दोनों के बीच अपनी संबंधों का खुलासा हुआ। बगदाद बाबुली और सुमेर जैसी प्राचीन सभ्यताओं की जन्मस्थली रहा है। सबसे खास बात यह कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहीं के एक बाग में आदम और हव्वा रहा करते थे।
3) तेहरान:-
ईरान की राजधानी तेहरान पारसी धर्म की जन्मस्थली रही है। आज दुनिया के हर एक कोने में जितने भी पारसी मौजूद हैं, उन सभी के पूर्वज ईरान से ही संबंध रखते हैं। क्योंकि एक समय पारसी धर्म ईरान का राजधर्म हुआ करता था। जैसे हिंदुओ का धार्मिक स्थल भारत में और मुस्लिमों का अरब में मौजूद है, उसी तरह धार्मिक रूप से पारसियों का सबसे पवित्र स्थल पश्चिमी ईरान के सिस्तान प्रांत की हमुन झील के पास खाजेह पर्वत पर था। इसकी खोज में यहां से 250 ईसापूर्व बने मंदिर के अवशेष मिले थे।
4) रोम:-
इटली की राजधानी रोम को जिसने भी देखा, वह उसके रोम-रोम में बस गया। यह शहर जितना खूबसूरत है उतना ही ज्यादा प्राचीन भी। इस शहर से कई प्राचीन और महान सभ्यताओं का इतिहास जुड़ा हुआ है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि रोम का जिक्र महाभारत में युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में उपहार लेकर आने वाले विदेशियों के रूप में भी मिलता है। मान्यताओं के अनुसार रोम नगर की नींव 'वर्गाकार रोम' के रूप में पैलेटाइन पहाड़ी पर रॉमुलस के द्वारा डाली गई थी। आप इस प्राचीन शहर की महत्वता का अंदाज इस बात से लगा सकते हैं कि अपने समय में यह शहर आर्थिक, धार्मिक और राजनीतिक रूप से इटली के केंद्र बिंदु था।
5) काहिरा:-
दुनिया के सात अजूबों में से एक 'गीजा का पिरामिड' की इस इलाके में मौजूदगी इस शहर के प्राचीन होने का प्रमाण और प्रतीक दोनों ही है। इतना ही नहीं तो दुनिया की प्राचीन सभ्यताओं में से एक यह सभ्यता नील नदी के किनारे बसी हुई हैं। प्राचीन म्रिस उत्तर में भूमध्य सागर, उत्तर पूर्व में गाजा पट्टी और इसराइल, पूर्व में लाल सागर, पश्चिम में लीबिया एवं दक्षिण में सूडान से घिरा हुआ है। करीब 4000 हजार साल से भी ज्यादा पुराना यह शहर अफ्रीका, अरब और रोमन सरीखी महान सभ्यताओं का मिलन स्थल है।
6) जेरुसलम:-
जेरुसलम ऐसा शहर है जिसका जितना राजनीतिक वजूद है उतना ही ज्यादा ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व भी है। वर्तमान में इजराइल की राजधानी जेरुसलम दुनिया के तीन प्रमुख धर्म यहूदी, इस्लाम और ईसाई का संयुक्त पवित्र स्थल है। धर्मग्रंथों के अनुसार यहूदियों का परमपवित्र सुलैमानी मंदिर यहीं पर स्थित था, जिसे रोमनों ने नष्ट कर दिया था। इसके अलावा यह शहर ईसा मसीह की कर्मभूमि भी रहा है जबकि यहीं से हज़रत मुहम्मद के स्वर्ग जाने की बात भी कही जाती है। हिब्रू भाषा में लिखी बाइबिल में इस शहर का नाम करीब 700 बार आता है। ईसाई और यहूदी धर्म मे आस्था रखने वालों की मान्यता के अनुसार जेरुसलम शहर दुनिया का केंद्र है।
7) एथेंस:-
अरस्तू, प्लूटो, सुकरात, डायोनीस, होमर और आर्कमेडिस जैसे महान दार्शनिकों और वैज्ञानिकों की जन्मस्थली है एथेंस। इसके अलावा विश्वविजेता सिकंदर भीएथेंस की जमीन से ही संबंध रखते हैं। आपको बता दें कि एथेंस की यूनानी सभ्यता भारत की हड़प्पा संस्कृति और इटली की रोम सभ्यता जितनी ही पुरानी है। यूनान पर भारतीय धर्म और संस्कृति का गहरा असर था और रोमन साम्राज्य पर प्राचीन यूनान का गहरा असर था। एथेंस में मानव सभ्यता का वजूद करीब 5000 सालों से भी ज्यादा पुराना है।
8) मक्का:-
मक्का यह धार्मिक रूप से मुस्लिमों के लिए दुनिया की सबसे पवित्र जगह है। सऊदी अरब के हेजाज़ प्रांत की राजधानी मक्का इस्लाम धर्म के आख़िरी पैग़ंबर मोहम्मद साहब की जन्मस्थली भी है। इस वजह से इस धार्मिक स्थली का इसका ऐतिहासिक महत्व कई गुना बढ़ जाता है। मक्का में स्थित इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक काबा मौजूद है। जिसके बारे में यह कहा जाता है कि इसकी शुरुआत यहूदी धर्म के पैग़ंबर अब्राहम द्वारा ईसा पूर्व 2000 में हुई थी। यानी आज के हिसाब से इस ऐतिहासिक शहर का अस्तित्व करीब 4000 वर्ष पुराना है।
- रोशन सास्तिक
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