ऊँचे-ऊँचे बर्फ से ढके पहाड़ हर घुमक्कड़ की पहली पसंद होगी।आजकल हर कोई ऐसी ही जगह की तलाश में रहता है जहाँ सुकून हो शांति हो।उत्तर भारत में ऐसे कई जगह है जो आपके मन को सुकून से भर देगा।वहाँ की वादियों में एक ऐसा जादू है जो हर किसी को अपनी तरफ खींच ही लाता है।वैसे तो पूरा हिमाचल ही टूरिस्टो की पहली पसन्द रहा है।लेकिन वहाँ के बहुत से जगह ऐसे भी है जो आज भी लोगो की नजरो से बचा हुआ है ।ऐसी ही एक जगह है गुलाबा।जो अपने बर्फ के पहाड़ो और अपनी अनंत खूबसूरत वादियों के लिए जाना जाता है।जो एक प्राकृतिक दृश्य के साथ पर्यटकों को बड़ी संख्या में अपनी ओर आकर्षित करता है।तो आज हम आपको बताते है गुलाबा के बारे में।
गुलाबा
हिमाचल के मनाली से 20 किमी.की दूरी पर स्थित है यह छोटा-सा गाँव गुलाब।जो की रोहतांग दर्रा, लेह-मनाली राजमार्ग पर स्थित है।सर्दियों में यह जगह बन्द रहती है कारण है भारी बर्फ बारी जिसके कारण रास्ते ब्लॉक हो जाते है।लेकिन मनाली से रोहतास तक का रास्ता फरवरी के अंत तक खुल जाता है और मार्च से यहाँ आना-जाना शुरू हो जाता है।यही रास्ता गुलाबा हो कर भी गुजरता है तो आप यह आसानी से आ सकते है।
कहा जाता है कि इस जगह का नाम जम्मू और कश्मीर के राजा गुलाब सिंह के नाम पर रखा गया है।जब उनके शासन काल में चीन की लड़ाई हुई थी तो यही वह जगह है जहाँ पर उन्होंने ड़ेरा ड़ाला था।कुछ समय पहले तक इस जगह को कोई नही जानता था।बर्फ से ढंके पहाड़ की चोटियों और घास के मैदानों, जंगली पौधों और प्राचीन ब्यास नदी से घिरा हुआ, यह स्थल हर मोड़ पर सुंदरता का प्रतीक है। इसकी आश्चर्यजनक स्थलाकृति के कारण, गुलाबा धीरे-धीरे मनाली क्षेत्र में एक लोकप्रिय आकर्षण के रूप में उभर रहा है।
गतिविधियां
गुलाबा के प्राकृतिक परिदृश्य में वैसे तो बर्फ़बारी का मजा ही सबसे लोकप्रिय है लेकिन इसके अलावा भी आप वहाँ ट्रेकिंग, पैराग्लाइडिंग, हाइकिंग, कैंपिंग, स्नो-स्कूटर राइडिंग, स्कीइंग आदि जैसी साहसिक गतिविधियों का मजा ले सकते है।यहाँ पर्यटक बर्फबारी का भरपूर आनंद उठा सकते है। इस जगह आकर पर्यटक बर्फ से ढ़के पहाड़ों और सड़क का अद्भुत नजारा देख सकते हैं।इसके अलावा गुलाबा के मैदानी क्षेत्रों में आप शिविरों की स्थापना भी कर सकते हैं और रात के आकाश में चमकते हुए आश्चर्यजनक सूर्यास्त का आनंद ले सकते हैं।इसके अलावा आप यह याक और घोड़े की सवारी भी कर सकते है।
गुलाबा में विशेष
लोकप्रिय फिल्म अभिनेता रणबीर कपूर की फिल्म ये जवानी है दीवानी के बाद, यह स्थान विशेषकर भारतीयों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया, यहाँ के कुछ दृश्य इस फिल्म में दिखाए गए थे। तभी से यह स्थान और अधिक लोकप्रिय हो गया और एक पिकनिक स्पॉट के तौर पर पॉपुलर हुआ।
आने का सही समय
सर्दियों के महीने, नवंबर और फरवरी के महीनों के बीच, गाँव की यात्रा के लिए सबसे अच्छे समय में से एक हैं। तब यह पूरा क्षेत्र बर्फ की मोटी परत से ढका हुआ रहता है, जिससे यह रोमांचक साहसिक गतिविधियों, जैसे कि आइस स्केटिंग, स्कीइंग, पैराग्लाइडिंग, ट्रेकिंग और बहुत कुछ का आनंद लेने के लिए एकदम सही है। मार्च से जून के महीने तक, गुलाबा गर्मियों का अनुभव करता है। उस समय यहाँ मौसम फिर से गाँव आने के लिए काफी अच्छा होता है, जब पूरा गाँव हरे-भरे, हरियाली भरे पेड़ों के साथ-साथ एक सुहावना मौसम होता है। यदि आप ज़ोरिंग, रिवर राफ्टिंग या अन्य पहाड़ी खेलों का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह सबसे अच्छा समय है।
कैसे पहुंचे
गुलाबा मनाली से लगभग 20 किलोमीटर दूर हिमालय के पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला में स्थित है। यहाँ सार्वजनिक परिवहन के द्वारा पहुँच जा सकता है अथवा सबसे पसंदीदा तरीका किराए पर निजी टैक्सी के द्वारा भी पहुँच सकते है। तंग बजट के लोग मनाली से टैक्सी की सवारी भी साझा कर सकते हैं।