Day 1
ऋषिकेश कें गलियों में घूमते हुए मधुबनी हैंडीक्राफ्ट का दुकान दिखा। वहा एक इंसान मसाले के साथ बैठा था। मुझे लगा कोरोना के इस टाइम में कोई काढ़े बेच रहा है। उनसे बात करने पर मालूम हुआ कि वो चाय बेच रहे थे। ये ऋषिकेश की ठंडी में इस चाय ने ही मुझे जिंदा रखा था। मैं पूछा चाय कितने में है। तो वो बोले कि मैडम चाय तो फ्री है। अच्छी लगे तो सिर्फ पैकेट ख़रीद लेना। और सच मे चाय का एक घुट लेते ही मैं एक पैकेट चाय पाउडर ख़रीद ली। अभी भी स्वाद मु में है। बाकी कुछ नहीं। आज international tea day दिन के लिए एक टी स्पेशल स्टोरी 😋☕