ग्वालियर से मडुवाडी पहुंचे बुन्देलखन्ड एक्प्रेस से ....हवा ही जुदा है बनारस की.. हम सब पांच लोग थे हालांकि सबने बहुत मना किया था कि इस समय जाना ठीक नहीं है.. पर हमारा तय था तो हम सब पहुँच गये बनारस जहाँ की हवा में बहता है पारस... हम सब का बनारस... 😊😊
हम सब लोग अपने रूम पर पहुंचे उसके बाद हम सभी ने आराम किया फिर काशी विश्वनाथ के दर्शन किये, और शाम को हमने वोटिंग का प्रोग्राम रखा | हम सभी ने गंगा आरती का आनंद लिया | और घूमते रहे बनारस की फ़िज़ा में खुद को सरावोर करते रहे हम सब..
काशी की मिट्टी की खुशबू..... बस महसूस करे वो एहसास..
सुबह उठते ही हम सभी लोग मिलकर घाट पर सुबह का सौंदर्य दृश्य देखने के लिए घाटों पर गए उसके बाद लौट कर काशी विश्वनाथ के दोबारा दर्शन किए नाश्ता करने निकल पड़े....बनारस का नाश्ता वाह....हींग वाली कचौरी... सेजेरियन टोस्ट उफ़्फ़्फ़... 😋😋और मलायेओ वाह ...सारा दिन हम सब ने काशी की गलियो में घूमकर बिताया.... बनारस की छटा देखते ही बनती है...
देव दीपावली कहते है इस दिन देवता भी काशी में आते हैं घूमने ,इस दिन जो काशी में देखने को मिलेगा और कहीं नहीं मिलेगा पूरी काशी दीपों से सजी हुई प्रत्येक घाट दीपों से सजा हुआ ऐसा लगता है रात की चांदनी उतरकर धरा को पल्लवित और रोशन कर रही है |हम सब का सौभाग्य रहा कि इस दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी जी भी देव दिवाली पर बनारस आए हुए थे ,उनकी सुरक्षा में पूरा वाराणसी चाक-चौबंद ,चारों तरफ सुरक्षा गार्डों की भीड़ और काशी का हर चप्पा सुंदर और सुहाना लगा|
हर घाट जगमग करता हुआ.... रोशनी से नहायी माँ गंगे.....काशी की हर नाव एक कहानी कहती है... हर दिये की अपनी कहानी है... देव दीपावली जरूर देखें एक बार वाह काशी..