भारत ऐतिहासिक किलो, मस्जिदों, मंदिरों और गुरुद्वारों के साथ कई प्रसिद्ध मीनारों के लिए भी जाना जाता है। अक्सर हम मीनार के बारे में पढ़ते या सुनते हैं तो ध्यान दिल्ली में मौजूद क़ुतुब मीनार पर ही जाता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि दिल्ली की क़ुतुब मीनार के अलावा भी भारत में ऐसी कई प्रसिद्ध और उंची मीनारें हैं जो आज भी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
जी हां, भारत में क़ुतुब मीनार के अलावा भी मीनारें हैं जो अपने समय की कई ऐतिहासिक कहानियों को बयां करते हुए आज भी मौजूद है। आज इस लेख में हम आपको क़ुतुब मीनार के अलावा भारत की सबसे उंची और मशहूर मीनारों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो बिना देर किए हुए चलिए इस सफर की शुरुआत करते हैं-
झूलता मीनार, गुजरात
गुजरात के अहमदाबाद में स्थित झूलता मीनार आज भी सैलानियों के लिए किसी रहस्यमय कहानी से कम नहीं है। इस मीनार के बारे में कहा जाता है कि यदि एक मीनार को हिलाया जाता है तो दूसरी मीनार कुछ सेकंड के भीतर हिल जाती है। इसके हिलने का कारण आज तक किसी को मालूम नहीं चला। यह मीनार अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के सामने ही स्थित है। इस मीनार के बारे में बोला जाता है कि तक़रीबन 500 साल से लेकर आज भी ये मीनार रहस्यों को संजोय वैसे ही खड़ी है।
कैसे पहुंचें-
हवाई मार्ग. यहां जाने के लिए अहमदाबाद का सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है। दिल्ली, पुणे, जयपुर, कोलकाता, आदि शहरों से इसकी सीधी उड़ान कनेक्टिविटी है। वहां उतरने के बाद आप झूलता मीनार की यात्रा के लिए टैक्सी बुक कर सकते हैं या फिर पर्यटक बस में सीट ले सकते हैं।
सड़क मार्ग. अहमादाबाद शहर अन्य नजदीकी और प्रमुख शहरों से सड़कों के माध्यम से भी काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप दिल्ली, पुणे, चंडीगढ़, कोलकाता आदि शहरों से आसानी से यात्रा कर सकते हैं। सड़क मार्ग से यात्रा करने पर आपको लगभग दिल्ली से 16 घंटे, पुणे से 11 बजे, चंडीगढ़ से 19 घंटे और कलकत्ता से 38 घंटे की कुल समय लगेगी। यात्रा के लिए, आप NH 60, NH 48, NH 52, NH 19 की मदद ले सकते हैं।
रेल मार्ग. कालूपुर रेलवे स्टेशन झूलता मीनार का निकटतम रेलवे स्टेशन है। कालूपुर स्टेशन पहुँचने के बाद आप स्थानीय टैक्सी, ऑटो-रिक्शा या बस से आसानी से स्मारक तक पहुँच सकते हैं। इसके लिए दिल्ली, चंडीगढ़, कोलकाता, पुणे आदि स्थानों से ट्रेन की अच्छी कनेक्टिविटी है। इसके लिए आश्रम एक्सप्रेस, अहमदाबाद अहिंसा एक्सप्रेस, अहमदाबाद एसएफ एक्सप्रेस कुछ बेहतरीन विकल्प हैं।
शहीद मीनार, कोलकाता
कोलकाता कई ऐतिहासिक मंदिर, मस्जिद और महलों के लिए आज भी पूरे भारत में प्रसिद्ध स्थान माना जाता है। देश की पहली राजधानी होने का भी गौरव प्राप्त है इस राज्य को। कोलकाता के इन्हीं ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है शहीद मीनार, जिसे Ochterlony स्मारक के नाम से भी जाना जाता है। इस मीनार का निर्माण ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के दौरान वर्ष 1828 में डेविड ओचेरटोनी की याद में बनाया गया था।
कोलकाता में घूमने के लिए सबसे आकर्षक जगहों में से इसे एक माना जाता है।
कैसे पहुंचें-
हवाई मार्ग. यहां जाने के लिए कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है। दिल्ली, पुणे, जयपुर, आदि शहरों से इसकी सीधी उड़ान कनेक्टिविटी है। वहां उतरने के बाद आप शहीद मीनार की यात्रा के लिए टैक्सी बुक कर सकते हैं।
सड़क मार्ग. कोलकाता शहर अन्य नजदीकी और प्रमुख शहरों से सड़कों के माध्यम से भी काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप दिल्ली, पुणे, चंडीगढ़ आदि शहरों से आसानी से यात्रा कर सकते हैं।
रेल मार्ग. कोलकाता रेलवे स्टेशन शहीद मीनार का निकटतम रेलवे स्टेशन है। कोलकाता स्टेशन पहुँचने के बाद आप स्थानीय टैक्सी, ऑटो-रिक्शा या बस से आसानी से स्मारक तक पहुँच सकते हैं। इसके लिए दिल्ली, चंडीगढ़, पुणे आदि स्थानों से ट्रेन की अच्छी कनेक्टिविटी है।
चांद मीनार, महाराष्ट्र
कहा जहा है कि महाराष्ट्र के दौलाताबाद में मौजूद ये मीनार भारत का दूसरा सबसे लंबा मीनार है। ये मीनार टॉवर ऑफ़ मून के नाम से भी पूरे भारत में मशहूर है। कहा जाता है कि इस मीनार का निर्माण अलाउद्दीन बहमनी ने साल 1445 में करवाया था। इस मीनार के बारे में ये भी कहा जाता है कि दिल्ली में मौजूद क़ुतुब मीनार से बहुत हद तक मिलता - जुलता है ये मीनार। इस मीनार को इंडो इस्लामिक वास्तुकला के बेहतरीन नमूनों में से एक माना जाता है।
कैसे पहुंचें-
सड़क मार्ग
औरंगाबाद और एलोरा के बीच चलने वाली रोडवेज की बसों से यहां पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा आप टैक्सी के जरिए भी यहां सुगमता से पहुंच सकते हैं।
वायु मार्ग
यहां से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा औरंगाबाद है। इस हवाई अड्डे के लिए मुंबई, दिल्ली, जयपुर और उदयपुर से उड़ानें भरी जा सकती हैं।
रेल यात्रा
मुंबई और देश के अन्य भागों से औरंगाबाद आसानी से पहुंचा जा सकता है। मुंबई से यहां दो सीधी ट्रेनें हैं। तपोवन एक्सप्रेस सुबह के समय मुंबई से चलती है और औरंगाबाद दिन में पहुंचा देती है इसके अलावा देवगिरी एक्सप्रेस है जो मुंबई से रात को चलती है।
फतेह बुर्ज, पंजाब
पंजाब का फतेह बुर्ज मीनार भारत की सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध मीनारों में से एक है। इस मीनार को विजय टावर के नाम से भी जाना जाता है। फतेह बुर्ज पंजाब के चिरी गांव में स्थित है। इस बुर्ज के बारे में कहा जाता है कि सिखों द्वारा मुगल साम्राज्य के पतन के बाद इसका निर्माण करवाया था। फतेह बुर्ज की ऊंचाई तक़रीबन 100 मीटर है। अगर आप पंजाब घूमने के लिए निकल रहे हैं तो यहां ज़रूर घूमने पहुंचें।
कैसे पहुंचें-
यह स्मारक मोहाली शहर से लगा हुआ है। बस, ट्रेन व हवाई मार्ग से सीधा चंडीगढ़ पहुँच कर सीधा मोहाली पहुंचे। ऑटो या टैक्सी ले कर फ़तेह बुर्ज आएं। कृपया ऑटो या टैक्सी वाले को वहीँ रुकने के लिए कहें अन्यथा वापसी में परेशानी हो सकती है।
अगर अपने वाहन से जा रहे हैं तो बाहर ही पार्किंग की बहुत जगह है।
एंट्री बिलकुल फ्री है। स्मारक खुलने का समय सुबह 9 से शाम 5 तक है। सोमवार और सरकारी छुट्टी वाले दिन स्मारक बंद रहता है। आप अपने साथ कैमरा या बैग भी ले जा सकते हैं। पूरा स्मारक घूमने में लगभग 15 - 20 मिनट का समय लगता है।
इसलिए जब भी अवसर मिले तो आप यहां जरूर जाइये और भारत की इन इतिहासिक विजय स्मारकों के साक्षी बनिए।
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