महाराष्ट्र में कई ऐसी जगहें हैं जहां आप प्रकृति को नजदीक से महसूस कर पाएंगे। ऐसी ही एक जगह राज्य का छोटा सा हिल स्टेशन माथेरान है। पहाड़ियों से घिरी इस जगह पर घने जंगल भी हैं जहां तेंदुए, हिरण, मालाबार जायंट गिलहरी जैसे कई जानवर पाए जाते है।
महाराष्ट्र का खूबसूरत हिल-स्टेशन माथेरान दुनिया भर की उन गिनी-चुनी जगहों में से एक है जहां किसी भी किस्म के मोटर वाहन के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी है।
इस तरह यह न सिर्फ एक प्रदूषणरहित बल्कि अपने आपमें विशेष और बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है।
माथेरान का इतिहास
मुम्बई से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक सुन्दर पर्वतीय पर्यटन स्थल है। लगभग 2650 फुट की ऊँचाई पर बसा माथेरान पर्यटन स्थल पश्चिमी घाट श्रंखला के पहाड़ी क्षेत्र में बसा है।। माथेरान का अर्थ है- "सिर पर जंगल"। इतिहास से यह जानकारी मिलती है कि 'ह्यू पोलिंट्ज़ मलेट' नाम के व्यक्ति ने वर्ष 1850 में माथेरान की खोज की थी। पंचगनी के साथ ही अंग्रेज़ों ने इस स्थान को भी गर्मियों के एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया।
माथेरान – प्रकृति का स्वर्ग
माथेरान के वन घने हैं और कुछ भागों में अभेद्य हैं। अपने चारों ओर जलप्रपातों को गिरते हुए देखना और हरियाली देखना वास्तव में एक रोमांचकारी अनुभव है। माथेरान में जहां बादलों से घिरे पहाड़ और पहाड़ों से गिरते झरनों के खूबसूरत और आकर्षक नजारे बेहद मनमोहक लगते हैं वहीं पेड़ों के घने आवरण से बीच में पहाड़ी के नीचे की घाटियां, तीव्र ढलानों, पठारों और मैदानों के कई विहंगम दृश्य भी देखने को मिल जाते हैं। पेड़ों की घनी दीवारों के बीच जैसे खिड़कियां-सी खुलती हैं जहां से इन अद्भुत नजारों का आनंद लिया जा सकता है।
माथेरान पहुंचने के लिए मुंबई के करीब नेरूल जंक्शन से दो फुट चौड़ी नैरो गेज लाईन पर चलनेवाली टॉय-ट्रेन सबसे बेहतर विकल्प हैं जो लगभग इक्कीस किमी का सफर तय कर सवारियों को माथेरान बाजार के बीच स्थित रेलवे स्टेशन तक पहुंचाती है।
यह टॉय ट्रेन भारत के सबसे घुमावदार रेल पथ पर चलती है, जिसका ग्रेडियेन्ट 1:20 है।
लगभग 2 से ढाई घंटे की इस छोटी से यात्रा में इतने तीखे और घुमावदार मोड़ हैं कि कई बार सवारियों को अपने कोच की सीट पर बैठे-बैठे अचानक अगला कोच या कहीं-कहीं रेलवे ट्रेक पर घुमाव लेते हुए पूरी ट्रेन ही नजर आ जाती है ऐसे में ये दृश्य काफी आकर्षक लगता है।
यहां जाने के बाद मानो आप किसी सपनों की दुनिया में आ गए हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए माथेरान किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य आपको अभिभूत कर देगा। यह एकमात्र ऐसा पहाड़ी स्थल है जहां वाहनों का प्रवेश निषेध है।
इस संपूर्ण क्षेत्र के चारों ओर बंदरों को मुक्त रूप से घुमते हुए देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित हो जाते हैं।वाहन न होने के कारण यहाँ प्रदूषण और हार्न की आवाज़ बहुत कम है। जिसके परिणामस्वरुप इस छोटे से पर्वतीय स्थल ने प्रतिदिन आनेवाले हजारों पर्यटकों के बाद भी आकर्षक शान्ति को बरकरार रखा है। यही कारण है कोई भी पर्यटक यहाँ घुड़सवारी की गतिविधि से बच नही सकता।
अन्य पर्यटन स्थल
चारलोट झील
आराम करने के लिए सबसे उत्तम स्थान है। यहाँ आप पक्षियों को देख सकते हैं, किसी प्रिय व्यक्ति के साथ किनारे पर शांत चल सकते हैं या उद्यान में अपने बच्चों के साथ समय व्यतीत के सकते हैं। इस स्थान पर रहते हुए पिसारनाथ के ग्रामीण मंदिर को देखना न भूलें। मोरबे बाँध पानी से संबंधित एक अन्य स्थान है जिसे भूलना नही चाहिए।
लुइस पॉइंट
इस पॉइंट से एक ऐतिहासिक क़िले को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जो माथेरान का एक अन्य प्रसिद्ध स्थल है। वर्तमान में यह क़िला अब खंडहर बन चुका है, परंतु अपने जमाने की यह एक बेजोड़ और मज़बूत राजसी संरचना है।
हार्ट पॉइंट
मुंबई के रात्रि जीवन से आने वाले विभिन्न रंगों के प्रकाश का एक मोहक दृश्य हार्ट पॉइंट प्रस्तुत करता है।
पेनोरमा पॉइंट
यह एक ऐसा पॉइंट है, जो संपूर्ण क्षेत्र का 360 डिग्री का दृश्य प्रस्तुत करता है। इस स्थान से देखे जा सकने वाले सूर्योदय और सूर्यास्त को देखकर पर्यटक मुग्ध हो जाते हैं।
कैसे पहुँचे माथेरान
भारत के सभी प्रमुख शहरों और महानगरों से माथेरान तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। यहाँ एक अच्छी तरह से जुड़ा हुआ नेटवर्क है चाहे आप यात्रा हवा, रेल या रास्ते से कर रहे हों। नेरल रेल के द्वारा माथेरान से निकट से जुड़ा हुआ है।
नेरल से माथेरान तक की रेलयात्रा आपकी साँस रोक देगी। यदि आप हवाई मार्ग द्वारा पहुँचने की योजना बना रहे हैं। तो पुणे निकटतम हवाई अड्डा है जहाँ से आपको किसी वाहन के द्वारा घाट से होते हुए जाना पड़ेगा। यहाँ पहुँचने का सबसे उत्तम विकल्प वाहन चलाकर जाना है परंतु सावधान रहिये, अदक्ष ड्राइवरों के लिए घाट कुछ पेचीदा हैं – खासकर मानसून के समय। चाहे शहर की गर्मी से बचना हो, पागल कर देने वाली रोज़मर्रा की ज़िंदगी से बचना हो, प्रदूषण या ट्रैफिक से बचना हो – माथेरान प्रत्येक यात्री की आवश्यकताओं को पूरा करता है।