ऋषिकेश यानि माँ गंगा का स्थान, ना जाने कितनो को सुकून पहुँचती माँ गंगा की धारा, ऋषियों मुनियों का शहर, योगा धाम या आज की युवा पीढ़ी का फेवरेट अडवेंचरे स्पोर्ट प्लेस, ना जाने कितनी ही खूबियां समेटे एक छोटा सा शहर, पर मेरे लिए एक सुकून का शहर| आखिर हो भी क्यों ना, दिल्ली में रहने वाले को तो मानो जन्नत के दर्शन होगये हो, बेवजह के शोर से दूर पंछियों और बहते पानी की आवाज मानो एक अलग ही सुकून देती है| यूँ तो आप ये सोच रहे होंगे कि इसमें अलग क्या है, हर कोई ही जानता है इस शहर के बारे में| पर यहाँ मैं आपको एक सैलानी कि नज़रों से ये शहर दिखाउंगी| एक सैलानी की कहानी के जैसा|
तो चलो ले चलती हूँ आपको एक यात्रा पे, एक ट्रैवलर की यात्रा|
होटल नहीं, हॉस्टल (ट्रैवलर हॉस्टल)
अभी तक आप जब भी घूमने गए होंगे आप किसी ना किसी होटल में ही रुके होंगे| शायद ही आपने इन होस्टल्स के बारे में सुना होगा| यह तस्वीर लाइव फ्री हॉस्टल की है| ऋषिकेश में इस तरह के कई होस्टल्स हैं, जैसे Zostel, Mustache, Shalom Bagpackers इत्यादि| इन होस्टल्स की अपनी ही एक रंग बिरंगी दुनिया है| ना जाने कहाँ कहाँ से घुमक्क्ड़ी लोग आते हैं, ढेरों अनुभव एवं कहानियों के साथ| यहाँ आपको indoor games साहित्यिक किताबें common room में मिल जाएगी| देर रात छत पे बैठ पूरे शहर को देखने का एहसास ही अलग होता है| साथ ही आप इनके कैंटीन के खाने एवं चाय का भी लुफ्त उठा सकते हैं| एक बार रुक कर जरूर देखिएगा|
ऋषिकेश का सूरज: नीले आसमान की सुनहरी सुबह
इस भागती हुई ज़िंदगी में जैसे मैं दिन के इस लम्हेँ को भूल ही चुकी थी| इसकी याद भी जैसे बस धुंधली सी एक तस्वीर थी| पर जब ऋषिकेश की सुबह को देखा तो याद आया कि कितना खूबसूरत होता है ये उगता हुआ सूरज, आसमान की नीली चादर को अपने तेज की चादर उढ़ाते हुए| जब भी ऋषिकेश जाएँ तो ये अर्ली मॉर्निंग वाक पर जरूर जाएँ| हल्के हल्के उजाले में लक्षमण झूले पे फैलती सुबह की किरणों का दृश्य आप कभी भी नहीं भूल पायंगे|
गंगा का किनारा (लक्ष्मण झूला के पास)
यूँ तो पूरा ऋषिकेश की गंगा के घाट पे बसा हुआ शहर है तो यहाँ आपको बहुत से घाट मिल जांयेंगे| पर लक्ष्मण झूला के सीधे हाथ की तरफ काफी पत्थर पड़े हुए हैं, जहाँ गंगा का बहाब भी बहुत तेज नहीं है| आप इन पत्थरों पे बैठ गंगा के बहाब का मजा ले सकते हैं| बहते गंगा का ये पानी जैसे आपकी साडी थकान को ही दूर कर देता है| पर थोड़ा सा ध्यान ये भी दीजियेगा कि पानी में पड़े होने की वजह से पथ्थर काफी चिकने हैं जिनपर फिसलने का काफी डर हैं तो जरा संभाल के| बाकी आप का यहाँ से उठने को दिल ही नहीं करेगा|
रेस्टोरेंट नहीं, ढाबे (Vocal the Local)
अगर आप किसी शहर में सिर्फ घूमना चाहते हैं तो बेशक एक टूरिस्ट की तरह घूमिये पर यदि आप उस जगह को बारीकी से समझना चाहते हैं तो इसका सबसे अच्छा तरीका ये है कि आप वहां के खान पान को समझें और उन लोंगो से साथ में वहां से जुडी बातों एवं किस्से कहानियों से रूबरू हों| ऋषिकेश के बाजार में आपको एक पर्पल ढाबा भी मिल जायेगा यहाँ खाना जरूर try करें|बहुत सारे चाय टापरी भी दिखेंगी, जिन पर चाय के साथ ब्रेड पकोड़ा खाना बिलकुल ना भूले| वही लक्ष्मण झूला से उलटे हाथ की तरफ जायेंगे तो वहाँ आपको ये शिकंजी वाले भैया भी मिल जायेंगे, जिनकी शिकंजी ऋषिकेश की बेस्ट शिकंजी है|
रात और ऋषिकेश
तारों से भरी रातों का ज़िक्र तो कभी ना कभी आपने भी किया ही होगा, पर ये शहर रात को मानो तारो से भरा हो जाता है| जितना खूबसूरत ये दिन में है, उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत और सुकून को अपनी बाँहों में समेटे हुए होता है| रात को लक्ष्मण झूले पे खड़े होकर देखिएगा मानो हवा आपसे अटखेलियाँ करती महसूस होगी| रात के सुकून में झूले की जगमगाहट और गंगा की कलकल करती हुई आवाजें एक अलग ही दुनिया में ले जाती है| रात की इस खूबसूरती को अगर सुकून से बैठ देखने का मौका मिले तो कैसा रहेगा| गंगा रूफ टॉप कैफ़े, इस जगह जा कर आप सुकून से कितनी भी देर बैठ चाय की चुस्कियों के साथ इसका मजा ले सकते हैं| चाय के साथ यहाँ का फ़ूड को भी टेस्ट करना ना भूले|
नौका विहार और गंगा Beach:
यूँ तो ऋषिकेश एडवेंचर स्पोर्ट के लिए मशहूर है, पर यहाँ के Beach की एक अलग ही शान है| यहाँ आप नौका विहार का भी लुफ्त उठा सकते हैं| दूर तक फैली सफ़ेद रेत और किनारों पे खड़ी ये रंग बिरंगी नाव, बेहद खूबसूरत है ये नजारा|
कैसे पहुंचे ऋषिकेश
रेल यात्रा: ट्रेन के जरिये ऋषिकेश पहुंचना बहुत ही आसान एवं सुविधाजनक है| ऋषिकेश उत्तराखंड में आता है, अतः आपको बहुत सी ट्रेन मिल जाएँगी जो आपको हरिद्वार तक पंहुचा देंगी और फिर आप वहां से ऑटो के द्वारा ऋषिकेश पहुँच सकते हैं| हरिद्वार से ऋषिकेश पहुंचने में आपको लगभग 40 min का सफर तय करना होगा|
बस यात्रा: यदि आपको बस से सफर करना पसंद है तो यह भी काफी आसान है| ज्यादातर प्रत्येक जगह से आपको ऋषिकेश की सीधी लोकल एवं वॉल्वो दोनों ही तरह की बस मिल जाएगी| यदि आप किसी बहुत ही दूर दराज से आ रहे हैं तो आपको दिल्ली से direct ऋषिकेश बहुत सी बसें आसानी से मिल जाएँगी| जो लगभग 5 से 6 घंटे में आपको दिल्ली से ऋषिकेश पहुंचा देती हैं|
तो ये तो रहा ऋषिकेश मेरी यानि एक ट्रैवलर नज़रों से| तो अब पैक कीजिये अपने बैग और निकल जाइये कहानियों को इकठ्ठा करने और शहर को शहर का बन के देखने को खूबसूरती को महसूस करने को| अगर आपको ये जानकारी अछि लगी हो या आप भी कुछ experience शेयर करना चाहते हो तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के बता सकते हैं| और मुझसे कनेक्ट करने के लिए मेरे इंस्टाग्राम प्रोफाइल पे भी जुड़ सकते हैं|