मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन

Tripoto
10th Oct 2020
Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav
Day 1

कैलाश से प्रस्थान
आज हमारे ग्रुप के लोग जो परिक्रमा के लिये गये थे, वापिस आ जायेंगे। सुबह हम सब जल्दी तैयार हो गये क्योंकि आज वापिसी के लिये भी निकलना था। मौसम अच्छा था। करीब 8 बजे हमारे ग्रुप के लोग वापिस आ गये। हमने पूरी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। सबके चेहरों पे थकावट थी पर आँखों में परिक्रमा पूरी करने की चमक भी थी। हम सबने एक साथ नाश्ता किया और करीब 9 बजे वापिसी के लिये निकल पड़े।

वापिसी का रास्ता

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

Daarchin

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

Daarchin

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

घन्टे भर मे हम मानसरोवर पहुंच गये जहां हमें बस बदलनी थी इसलिये करीब 40-45 मिनट हमें वहां रुकना पड़ा। आज भी हमने मानसरोवर में खूब फोटोग्राफी की।

Monestery

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

मानसरोवर की ओर जाता रास्ता

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

निहार लें फिर चलें

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

हम दोनो 😇

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

मानसरोवर से पुरांग जाते हुए

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

फिर पुरांग के लिये निकल पड़े। दोपहर 1 बजे तक पुरांग पहुंचे। जहाँ हमने लंच किया। लंच के बाद हमें हिलसा पहुंचने में शाम के 4 बज गये। सब चाहते थे की आज हिलसा ना रुककर और आगे निकल जायें। अब सबको घर जाने की जल्दी थी। किसी ने सही कहा है कि काम खत्म होते ही घर की याद आती हैं। हम सब का हाल भी कुछ ऐसा ही था। भोले बाबा के दर्शन हो गये थे और अब घर की और अपनो की याद आ रही थी। आज से हम सब के नाम के आगे कैलाशी लग गया। जब कोई कैलाश यात्रा कर लेता हैं उसे कैलाशी बोलते है। लोग बताते हैं कि यहां आने पर भी कभी कभी भोले बाबा के दर्शन नही हो पाते हैं। जैसा कि हमारे बेंगलुरु के एक साथी ने बताया था कि उसके चाचा पिछ्ले 4-5 साल से लगातार कैलाश आये पर उन्हें एक बार भी दर्शन नही हुए। पर इस मामले मे हम सब बहुत ही खुशकिस्मत रहे। भोले बाबा ने हमें बहुत अच्छे से दर्शन दिये। हिलसा में हम उसी guest house में रुके, जहाँ जाते वक़्त रुके थे। डिनर करने के बाद हम सभी डाइनिंग हाल में देर रात तक बातें करते रहे....भगवान की बातें, कैलाश की बातें, राम- रामायण की बातें, राजनीति की बातें और चीन की बदइन्तज़ामी की भी बातें....बातें-बातें बहुत सारी बातें। क्युंकि सबको पता था कि कल के बाद सब अपने अपने शहर लौट जायेंगे। यहीं सभी ने अपने फोन नंबर exchange किये और एक whatsapp ग्रुप बनाने की भी बात हुई।

Hilsa

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

हिलसा के घरों के दरवाजे पर याक के सींग लगाते हैं

Photo of मेरी कैलाश मानसरोवर यात्रा- नौवाँ दिन by Kalpana Srivastav

Further Reads