
चारों और झील,और हिमखंडों से घिरी, आसमान छूते शैल-शिखरों के दामन में बसी लाहौल-स्पीति की घाटियाँ पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नही है। आसमान छोटे पर्वतों के शिखर, ठंडी हवा के झौंके और चारों हरी-भरी हरियाली यह सब लाहुल-स्पीति को पर्यटक स्थलों में नया मुकाम दिलाते हैं।

स्पीति घाटी हिमाचल प्रदेश राज्य में समुद्र तल से 12,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जहाँ पर साल में सिर्फ 200 से 250 दिन धूप रहती है। जब आप स्पीति घाटी पर अपना कदम रखते हैं तो यहाँ के ठंडे रेगिस्तान और बर्फ से भरे पहाड़ों की अविस्मरणीय झलक पेश करने वाली लंबी घुमावदार सड़कें और घाटियाँ आपका का स्वागत करती हैं। स्पीति घाटी देश की सबसे ठंडी और खूबसूरत जगहों में से एक है। साल के लगभग 6 महीने यानि गर्मी का मौसम ऐसा होता है कि जब स्पीति मोटरमार्ग के माध्यम से सीधे पहुँचा जा सकता है।

स्पीति घाटी को भारत के सबसे पुराने मठों का घर होने के लिए भी जाना जाता है, जैसे कि काई मठ, जो एक किले जैसी संरचना है और पारंपरिक चीनी वास्तुकला से मिलता-जुलता है, इसमें शानदार बुद्ध तीर्थ है। यहाँ पर मठों की यात्रा में आप तब्बू मठ, लाहलंग मठ और गंधोला मठ को भी शामिल कर सकते हैं।

कैसे पहुंचें
ज़िला लाहौल और स्पीति में सड़क मार्ग से दो अलग-अलग स्थानों से प्रवेश किया जा सकता है, जिसमें से एक स्पिति घाटी में प्रवेश के लिए सुमदो (किन्नौर जिला) के माध्यम से है और दूसरा लाहौल घाटी में प्रवेश के लिए मनाली (कुल्लू जिला) के माध्यम से है। यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा भुतर हवाई अड्डे (कुल्लू) और निकटतम रेलवे स्टेशन जोजीन्द्र नगर, शिमला और चंडीगढ़ है |
