कैलाश मानसरोवर यात्रा मेरे जीवन की अविस्मरणीय यात्रा हैं।
मैं अपनी इस यात्रा का पूरा अनुभव आप सब के साथ बांटना चाहती हूँ। दिल्ली से लखनऊ और कैलाश तक हम (मैं और मेरे पति) कभी खूबसूरत तो कभी खतरनाक रास्तों से गुजरे। कभी बेहद थकावट तो कभी बेहद खुशी।
कैलाश जाने की इच्छा मुझे बहुत समय से थी जो 9 अगस्त 2019 को पूरी हुई। जनवरी में YouTube पे 'Trip To Temple' की एक promotional video आई जिसमे कैलाश मानसरोवर यात्रा की पूरी जानकारी थी। मैने उनसे सम्पर्क करके यात्रा की पूरी जानकारी ली। हमने 9 अगस्त 2019 में जाने वाले group में अपनी booking करवा ली।
हमारी शॉपिंग जनवरी से ही शुरु हो गई। इस यात्रा की शॉपिंग भी थोड़ी अलग थी क्योंकि ये यात्रा भी अलग हैं।
हमारी यात्रा 11 दिन की थी इसलिये सामान भी ज्यादा था।
9 अगस्त को दिल्ली से लखनऊ हम अपनी कार से गये क्योंकि हमारी यात्रा वही से शुरु होनी थी। हमारे ग्रुप में 25 सदस्य थे। जो अलग अलग शहरों से आ रहे थे।
हम घर से सुबह 8 बजे निकले और करीब 4 - 4.30 के बीच हम लोग लखनऊ पहुंच गये।
होटल पहुंच कर डिनर के समय हम अपने सहयात्रीयों से मिले। जिसमे सबकी उम्र 50 से ऊपर थी। सिर्फ 4 सदस्य थे जो 22 से 30 की उम्र के थे। हमारे ग्रुप मे एक दादा-दादी भी थे जिनकी उम्र लगभग 75 वर्ष के आसपास होगी। डिनर के वक़्त हमारे ग्रुप लीडर ने हमें पूरे टूर की जानकारी, हिदायत और सलाह दी। हम सब अभी मिले थे तो बहुत ही फॉर्मल बातचीत के साथ हम सब अपने अपने कमरों में आ गये क्योंकि अगले दिन सुबह हम सबको नेपालगंज के लिये निकलना था।
होटल पहुंच कर डिनर के समय हम अपने सहयात्रीयों से मिले। जिसमे सबकी उम्र 50 से ऊपर थी। सिर्फ 4 सदस्य थे जो 22 से 30 की उम्र के थे। हमारे ग्रुप मे एक दादा-दादी भी थे जिनकी उम्र लगभग 75 वर्ष के आसपास होगी। डिनर के वक़्त हमारे ग्रुप लीडर ने हमें पूरे टूर की जानकारी, हिदायत और सलाह दी। हम सब अभी मिले थे तो बहुत ही फॉर्मल बातचीत के साथ हम सब अपने अपने कमरों में आ गये क्योंकि अगले दिन सुबह हम सबको नेपालगंज के लिये निकलना था।