हमें रात में ३ बजे निकलना था पर मेरे साथी यु बोलू तो मेरा सबसे अच्छा दोस्त में उसी के साथ सारी ट्रेवलिंग करती हु अरे रात के ३ बज गए मेने उसको कॉल करना सुरु किया पर कहते है ना कुम्बकरण को कौन उठा सकता है 😜😜😜😜 खेर वो उठा ही नही सुबह हो गई गुस्सा तो इतना आ रहा था की उसके घर जाकर उसको मारु 😡😡😡😡 .......... चलो खेर सुबह हो गई सुबह नीद भी कब खुली १० बजे 😬😬 फिर उसका फोन आया बोला रेडी हो जा जल्दी से में आ रहा हूँ , मन तो कर रहा था माना कर दू ,,,, पर मुझे घूमने का बहुत शोक है इसके लिए मेने अपनी जॉब भी छोर दी .....पर घूमना नहीं छोड़ोगी 😁😁😁😁 खेर में जल्दी रेडडी हो गई बेग तो पहले ही से पैक था अब बाइक पर जाना था तो फालतू की चीज़े नहीं ली जो जरूरी था बस ो ही लिया 👒👟👞👗👚👜👜............................. अब हम दोनों रेडडी थे हम ११ बजे निकले दिल्ली से महिपाल पुर से होकर जयपुर से जाना था ..
जयपुर तक तो हम ३ बजे तक पहुंच गई मतलब सही से 😄😄😄😄😄 हमने फिर जयपुर से आगे उदयपुर वाले रोड पर एक ढाबे पर खाना खाया और सच बोलू तो खाना इतना टेस्टी पूछो मत सच में उसका स्वाद में अभी तक नहीं भूली दाल फ्राई एंड रोटी और उसके साथ छाछ बाउ किया स्वाद था और कीमत बस १०० रूपए में हम दोनों का पेट भर गया मतलब अगर हम किसी होटल या रेस्टोरेंट में खाते तो मेरे ख्याल से १०० रु तो उनकी मेनू में ही नहीं होता और हमने इतना अच्छा खाना खा लिया जयपुर एंड उदयपुर वाले रोड पर ये ढाबा परता है बाबू ढाबा .....आपलोग कभी जाना तो खाना जरूर सायद आपको भी पसंद आये ......🍛🍲🌮.अब वह हमने थोड़ी देर आराम किया फिर निकले मेरे दोस्त को तो इतना शॉक. है बाइक चलने का दिल्ली से सूरत तक बाइक से ही ले गया वो भी नॉन सटोप अभी तो फ़िलहाल हम जयपुर ही पहुंचे थे अब वह से चल दिये चलते गए दूसरी मंजिल हमरी थी अजमेर तो हम अजमेर रात के ९ बजे करिब्बन पहुंचे थे यार कमर की तो कमरा बन गया इतना दर्द हो रहा था की अब जरा सी भी नहीं बैठ सकती थी पर नीरज को तो कुछ वह ही नहीं चलो अब कर भी किया सकते थे घूमना जो था अब वह १०-१५ मं रुके फिर निकल पड़े हमने वह से शिदा nh higway वाली रोड ली जो डायरेक्ट अहमदाबाद तक जा रहा था ........में तू पूरी तरह थक गई थी candidate_type पूरी रात ड्राइव किया सो अगले सुबह ८ बजे अहमदाबाद पहुंची वह रुके क्यू की में अब नहीं बेथ सकती थी बाइक पर थक ही इतनी चुकी थी ....जैसे ही बाइक रुकी में तो रोड पर ही बेथ गई मेने सोचा यह पर रुक जाते है ......फिर अगले दिन सूरत जायेगे candidate_type पर हमे नॉनस्टॉप बाइक चलनी थी तो वह रुके चाय पिया फिर निकल दिए अहमदाबाद से सूरत की दुरी २६९ थी सो हमने ३ बजे तक आखिरकार सूरत पहुंच ही गए ....ऐसे तो इतनी थकांन हो रही थी पर जैसे ही सूरत पहुंचे सारी तकान ख़त्म हो गयी
सूरत पहुंच खर पहले तो रूम लिया और पूरी नीद ली क्यू पुरे २८ घंटो से सोये नहीं थे सो इसलिय बैंड पर पहुंचते ही नीद ा गई अगले दिन हम सूरत के डोमस बीच देखने गए पर हमारी किस्मत बेकार बीच में किसी को एंट्री नहीं थी बारिस की वजह से ☹☹☹☹☹🙁🙁😕....खेर हमें तो सूरत पहुंचना था हम पहुंच गए 😀😀😀हम दो दिन रुके वह घुमा वह का खाना अच्छा है पर नमक बहुत कम रहता सायद में जयदा कहती हु 😀😀😀😀पर एक बात सूरत में ट्रेफिक नहीं है ये बात मुझे अच्छी लगी पर सूरत के रोड बहुत ख़राब है हर जगह......मुझे तो बहुत मजा आया