ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया.

Tripoto
23rd Aug 2020
Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller
Day 1

दोस्तो ट्रेक करने में सब को बहुत मजा आता है. चारो तरह सुन्दरता और सुन्दर नजारे हो तो मजा क्यू ना आये. कैसा हो अगर आपके चारो तरफ सुन्दरता के साथ साथ छुपी हुई हो मौत. जहाँ एक गलत कदम आपको मौत की तरफ धकेल सकता है. जी हाँ ये बिल्कुल सही है मैं बात कर रहा हूँ मेघालय के मवरंगखांग ट्रेक के बारे में.

Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller

मवरंगखांग ट्रेक - ये ट्रेक मेघालय के वाखेन गाँव में है. ये अपने तरह का एक अनोखा ट्रेक है. ये ट्रेक सिर्फ 1.7 km का एक छोटा सा ट्रेक है, लेकिन कदम कदम पर खतरों से भरा है

Photo of Mawrangkang by Pankaj Mehta Traveller

जैसे ही आप गाँव में प्रवेश करेंगे आपको एक पार्किंग मिलेगी और पार्किंग के बगल में ही एक छोटा सा टीन का बना कमरा मिलेगा जहाँ से आप 50 रूपये की पर्ची कटा कर अपना ट्रेक शुरू कर सकते हैं. इस 50 रूपये में आपको एक गाइड भी मिलेगा जो आपको रास्ता दिखाने से ज्यादा खतरे में आपकी मदद करेगा और आपको बतायेगा कैसे इस ट्रेक से आपको जिंदा निकलना है.

Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller
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अगर इस ट्रेक की खूबसूरती की बात की जाये तो. ट्रेक शुरू होते ही आपको एक से एक दिलकश नजारे देखने को मिल जायेंगे. छोटी छोटी जल धाराएँ, नदियाँ और झरने इस ट्रेक को खूबसूरत बनाते हैं.

Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller
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क्यू है ये ट्रेक खतरनाक - दोस्तों अब आपको बताऊँगा ये ट्रेक इतना खतरनाक क्यू है. इस ट्रेक को गाँव वालों ने अपनी मेहनत से बनाया है. जब तक वाखेन गाँव में ये ट्रेक नहीं था. वाखेन को कोई जानता भी नहीं था. गाँव वालों ने अपने बल बूते पर इस गाँव को एक अलग ही पहचान दिला दी है. इस ट्रेक के एक साइड खड़े चट्टान के पहाड़ हैं और दूसरी ओर गहरी खाई है. गाँव वालों ने बांस की लकडिय़ों को चट्टान पर बहुत ही कुशलता से फिट कर दिया है जिसमें आप चल सकते हो और ये ट्रेक कर सकते हो.

Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller
Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller

इस लिए इस ट्रेक को बेंम्बू ट्रेक भी कहा जाता है. इन बेंम्बूओ से बने गैप से नीचे देखने पर आपको गहरी खाई दिखेगी और आपको अगर ऊंचाई से डर लगता है तो आपको चक्कर भी आ सकते हैं. ट्रेक खत्म होता है एक चट्टान के उप्पर जा कर बने व्यू पॉइंट में.

Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller
Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller

कैसे पहुँचे 

वाखेन गाँव मेघालय की राजधानी शिलांग से 50 km की दूरी पर है. शिलांग से यहाँ तक के लिए बहुत आसानी से टैक्सी मिल जाती है. शिलांग पहुचने के लिए सब से पास का एयरपोर्ट और रेल्वे स्टेशन गुवाहटी है जो शिलांग से 100 km है.

Photo of ऐसा ट्रेक जहाँ हर कदम पर है होता है मौत से सामना जो डर गया वो मर गया. by Pankaj Mehta Traveller
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