सच कहूं तो मुझे बहुत खुशी होती है कि मै जमशेदपुर जैसे खूबसूरत शहर में रहता हूं इसलिए नहीं कि यहां प्रकृति का सुंदर नज़ारा है । बल्कि इसलिए कि यहां हर दिन आप कुछ अलग और स्पेशल तरीके से अपना दिन एन्जॉय के सकते है ।
इस शहर के क्या ही कहने सुबह सुबह की ठंडी हवाओं से शुरुवात किसी हिल स्टेशन से कम नहीं दिन भर चिल चिलाती धूप किसी रेगिस्तान से कम नहीं और शाम ढलते ढलते रिमझिम सी बारिश पूरे दिन की भागदौड़ भरी जिंदगी में एक सुकून कि तरह हैं ।
ये शहर इसलिए भी और खूबसूरत है क्युकी यहां आस पास घूमने के लिए बहुत सारे जगह हैं ।
और घूमना किसे पसंद नहीं ।
लेकिन हमारी भागदौड़ भरी जिंदगी में घूमने का टाइम कहा होता और टाइम मिले तो कोई प्लान नहीं होता ।
लेकिन मेरी मानो तो सभी को इस भागदौड़ भरी जिंदगी में एक ब्रेक लेकर कही घूमना चाहिए।
ठीक इसी तरह मै भी एक छोटे से ब्रेक कि तलाश में था कि बहुत दिनों से कहीं घुमा नहीं काश एक ब्रेक मिल जाए और कही घूम आऊ।
लेकिन घुमु तो घुमू कहा और ब्रेक कितने दिनों का लेना है हर किसी के मन में यही सवाल होता है । और अभी तो covid-19 के वजह से किसी दूसरे शहर जा नहीं सकते ।
लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं था क्युकी मै जमशेदपुर जैसे खूबसूरत शहर में रहता हूं और यहां किसी भी लोकल प्लेस में जाकर अपना छोटा सा ब्रेक एन्जॉय कर सकता हूं ।
आखिरकार 10-08-2020 को वो दिन आ गया जब मै और मेरे दो दोस्त को एक ब्रेक मिल गया अपने अपने काम से दोपहर के खाने के बाद और हम लोगो ने प्लान किया कि domuhani घूम कर आया जाए और अपने इस ब्रेक को पूरी अच्छे तरीके से एन्जॉय किया जाए ।
और हम लोग निकल परे अपने डेस्टिनेशन की तरह ।
काफी तेज धूप थी और गर्मी भी फिर भी हम लोग अपनी बाइक से डेस्टिनेशन कि और बढ़ रहे थे ।
Domuhani ये जगह हमारे work Shop से लगभग 12 किलोमीटर दूर था और हम बाइक से दोपहर के समय जाने में लगभग 1 घंटे लग गए ।
और हम लोग लगभग 3 बजे अपने डेस्टिनेशन पे थे ।
जब हम लोग मरीन ड्राइव जमशेदपुर के नदी किनारे पहुंचे तो धूप बहुत तेज़ थी और 3-4 बच्चे वहां नदी मै नहा रहे थे और दूर एक बूढ़े अंकल मछलियां पकड़ रहे थे । इस करकराती धूप में भी एक बूढ़े व्यक्ति को इस लग्न से काम करते देखना काफी मोटिवेट कर देने वाला था फिर मै और मेरे दोस्त इस अंकल के समीप गए और उनसे बाते करने लगे तो उनसे बाते करने लगे तब उन्होंने बोला की हम यहां रोज मछलियां पकड़ने आते है कभी कभी खाली हाथ भी लौटना पड़ता है जिस दिन हम मछलियां नहीं मिलती उस दिन रात का खाने के लाले पड़ जाते है । बहुत बुरा लगा जान कर की ना जाने कितने परिवार ऐसे होंगे जिनको रात को खाना भी नसीब नहीं होता होगा । बहुत देर बात चीत करने के बाद हमलोग अंकल तो धन्यवाद बोल के आगे की बढ़ गए ।
काफी तेज धूप हो रही थी और हम भूख भी लगी थी और घूमना भी था ।
Domuhani दो नदियों का संगम है और आस पास मंदिर पहाड़ खुला आसमान और भी खूबसूरत बना देता है इस जगह को ।
नदी में बारिश के कारण पानी का बहाव काफी तेज था और मौसम भी बदल रहा था तभी हम लोगो से प्लान बनाया कि हम नदी के दूसरी तरफ जाना है क्युकी हम दूर से एक बहुत ही बड़ी शिवलिंग दिखाई दे रही थी और मुझसे रहा नहीं जा रहा था उस जगह जाने के लिए ।
मै काफी उत्साहित था उस बड़े से शिवलिंग को नजदीक से देखने को और मैंने अपने दोस्तो से बोला कि वहां चलते है और वो लोग भी मान गए । लेकिन प्रॉब्लम अब शुरू हुई क्युकी हमलोगो से सोचा की हम सब अपनी बाइक को नदी के साइड लगा कर नाव से दूसरी तरफ चले जाएंगे और उस जगह को घूम आएंगे । लेकिन नदी के किनारे को भी नाव नहीं थी और जो भी नाव थी वो नदी के दूसरी साइड थी । अब मुझे लगा शायद मै वहां नहीं जा पाऊंगा । लेकिन हम लोगो से ठान लिया हमें दूसरी तरफ जाना है और फिर हम लोगो ने अपनी बाइक स्टार्ट कि और चल पड़े अनजान राह पर हमें दूसरी तरफ जाने का रास्ता भी मालूम नहीं था । लगभग दो किलोमीटर जाने के बाद हमने मैंने रोड छोड़ कर एक कच्ची सड़क पर चलना शुरू किया और फिर कुछ दूर जाने के बाद हमलोग ने वहां के एक लोकल आदमी से रास्ता पूछा तो उन्होंने बताया कि था से लगभग 3 किलोमीटर जाकर आप लोग लेफ्ट टर्न ले लेना और आप सीधे उस जगह पे पहुंच जाएंगे । मै और मेरे दोस्त काफी उत्साहित थे और हम लोग जल्दी से जल्दी जगह पे पहुंचना चाहते थे । और लगभग 20 मिनट में हम लोग आखिरकार उस बड़े से शिवलिंग के पास पहुंच गए को दूर से दिखाई से रहा था । और उस शिवलिंग के दर्शन करने के बाद हम लोग नदी के किनारे पहुंच गए जहां पे एक नाव खड़ी थी फिर ह्मलोगो ने कुछ फोटो खींचा और मैंने कुछ वाइड एंगल शूट लिए अपने इंस्टाग्राम फीड के लिए तभी क्लाइमैक्स में सीन change हो गया और घने बादल हमारे उपर आ गए और फिर क्या था जोरदार बारिश की शुरुवात हो गई । हम लोग छुपने के लिए बड़े से शिवलिंग वाले मंदिर के छत के नीचे चले गए और लगभग एक घंटे बारिश मै हमलोग वहीं छिपे रहे। और उसी छत के नीचे से मैंने कुछ स्लो मोशन वीडियो बनाया । लगभग 1 घंटे बारिश के बाद आखिरकार बारिश रुक गई और हमलोग फिर से नदी किनारे चले गए और खूब मस्ती की पानी मै उतर कर लगभग 40-45 मिनट मस्ती करने और फोटो , वीडियो लेने के बाद अब जाने का समय हो गया था
लेकिन मेरा मन बिल्कुल नहीं कर रहा था यहां से जाने का लेकिन समय हो चला था तो जाना तो पड़ेगा ही और अपने उदास मन से वहां से निकल गया फिर हम लोगो से बाहर से स्ट्रीट फूड खाया और एन्जॉय किया फिर हमलोग निकल गए एनएच33 पे एक लोग ड्राइव पे बारिश अभी अभी ख़तम हुई थी जिसके कारण प्रकृति का नजारा और भी खूबसूरत हो गया था और हम तीनो दोस्त धीरे धीरे अपनी बाइक चलाते हुए और बाते करते हुए बस चले जा रहे थे ना कोई मंजिल थी ना कोई लक्ष्य बस एन्जॉय करना था प्रकृति के खूबसूरती को (इस ट्रिप का मैंने ब्लॉग भी बनाया है जो कि आपको मेरे YouTube channel पे मिल जाएगा बहुत जल्द ही। मेरे YouTube channel का नाम Traveller Rohit और इंस्टाग्राम का @traveller__rohit हैं आप मुझसे इन दोनों जगहों पे जुड़ सकते है और मेरे साथ अनुभव शेयर कर सकते है )
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आखिरकार हमलोग लगभग 10 किलोमीटर रोड ट्रिप पे मस्ती करने के बाद वापस अपने घर की और चल पड़े थे । आज का दिन बहुत ही खास और मजेदार था ।
आप लोग कॉमेंट कर के बताए कि स्टोरी कैसा लगा और अपने अनुभव को मेरे साथ शेयर करें (घर पे रहे सुरक्षित रहे सतर्क रहे )।।।।।।।।।
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