भूत होता है या नहीं होता? इस सवाल का जवाब अलग-अलग हो सकता है। लेकिन भूत के होने का ‘भय’ होता है या नहीं? इस सवाल का एक ही जवाब है और वह है ‘हां’। बाकी जो लोग भूत के भय से मुक्त होने का दावा करते हैं, उन्हें आज हमारे द्वारा बताई जा रही चुनिंदा भूतिया जगहों पर जाकर खुद के दावे को कम से कम एक बार आजमा जरूर लेना चाहिए। दोस्तों, भारत में ऐसी कई जगहें हैं जो अपने भूतिया होने को लेकर भारत भर में प्रसिद्ध है। इन सभी जगहों को लेकर अलग-अलग लोग भूत-प्रेत से जुड़ी अलग-अलग कहानियां कहते रहते हैं। खैर, मेरा मनोविज्ञान तो यह कहता है कि जहां भय होता है वहां भूत होता है। तो इसी डिस्क्लेमर के साथ चलिए जानते है भारत के उन 10 जगहों के बारे में जहां भूत होने का दावा किया जाता है।
1) भानगढ़, राजस्थान:-
भानगढ़ को अगर भूतगढ़ कहा जाए तो इसमे कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। जब भी भारत के सबसे भूतिया जगहों की सूची बनती है, तब राजस्थान के अलवर में स्थित भानगढ़ किले का नाम उस सूची में हमेशा से शीर्ष पर ही काबिज होता है। इसलिए मैंने भी इस परंपरा से कोई छेड़छाड़ नहीं की है। तो भानगढ़ किले की कहानी शुरू होती है आज से करीब 400 साल पहले 17वीं सदी में जब इसका निर्माण हुआ था। बसने के 300 बरस तक तो यह किला और इसके आसपास का क्षेत्र खूब फलता-फूलता है। लेकिन इसके बाद एक ऐसा घटनाक्रम घटता है जो भानगढ़ के समूचे अस्तित्व को ही समाप्त कर देता है।
दरअसल ‘कहानी’ के अनुसार एक तांत्रिक किले की राजकुमारी पर मोहित हो जाता है। फिर वह उसे अपने वश में करने के लिए तांत्रिक काले जादू का इस्तेमाल करता है। काले जादू का राजकुमारी पर तो कोई असर नही पड़ता उलटे उस तांत्रिक की ही मौत हो जाती है। लेकिन वह तांत्रिक मरते-मरते ऐसा भयानक श्राप दे जाता है कि भानगढ़ एक ही रात में समाप्त हो जाएगा और यहां के लोगों को कभी मुक्ति नहीं मिलेगी। संयोग से एक महीने के बाद ही भानगढ़ किले पर हमला होता है और उस हमले में राजकुमारी के साथ महल के सारे लोग मारे जाते हैं। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि तांत्रिक के श्राप के चलते हमले में मारे गए सभी लोगों की आत्माएं आज भी उस इलाके में भटक रही हैं।
और यही कारण है कि सरकार तक ने इस किले के बाहर यहां घूमने आए पर्यटकों के लिए चेतावनी जारी कर रखी है कि सभी लोग अंधेरा होने से पहले किले से बाहर निकल जाए। ऐसा क्यों? वो हम ऊपर विस्तार से जान ही चुके हैं। तो जो लोग आज भी भानगढ़ किले को देखने जाते हैं वो लौट कर कुछ ऐसा अजीबोगरीब देखकर आने का दावा करते हैं जिसे मानने वाले भूत कहते हैं और ना मानने वाले भ्रम।
2) थ्री किंग्स चर्च, गोवा:-
1960 में पुर्तगाली गोवा को छोड़कर तो चले गए। लेकिन शायद जाने वालों में सिर्फ इंसान शामिल थे भूत नहीं। यही कारण है कि गोवा के थ्री किंग्स चर्च में आज भी तीन पुर्तगाली राजाओं की आत्माओं के भटकने की बात ज्यादातर लोगों द्वारा कही-सुनी जाती है। स्थानीय कहानियों के अनुसार एक समय में यहां तीन पुर्तगाली राजा रहा करते थे। तीनों में अक्सर वर्चस्व का संघर्ष चलता रहता था। इसी दौरान इनमें से होल्गेर नाम के एक राजा ने अन्य दो राजाओं को इसी चर्च में बुलाकर धोखे से जहर देकर मार दिया। लोगों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने आक्रोशित होकर चर्च को चारों तरफ से घेर लिया। इस वजह से होल्गेर ने भी मजबूरन उसी चर्च में खुदकुशी कर ली। इसके बाद तीनों राजाओं के शव को उसी चर्च में दफना दिया गया। इसके बाद से इस चर्च में आने वाले लोगों को अक्सर इन राजाओं की मौजूदगी का एहसास होता है।
3) टॉवर ऑफ साइलेंस,मालाबार हिल्स, मुंबई:-
मुंबई के मालाबार हिल्स इलाके में स्थित टॉवर ऑफ साइलेंस दरअसल पारसी समुदाय का कब्रिस्तान है। यहां पारसी समाज के लोग मृत व्यक्ति को जलाने और दफनाने की बजाय गिद्ध जैसी मांसभक्षी पक्षियों के लिए उसे खुले में छोड़ जाते हैं। इस जगह की भयावहता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि भूत से जुड़ी कथित अजीबोगरीब घटनाएं सिर्फ इस कब्रिस्तान भर में ही नहीं तो इसके आसपास के इलाकों में भी अक्सर घटती रहती हैं।
लोगों की माने तो रात के वक्त यहां से गुजरने वाले मुसाफिरों से एक सुंदर-सी लड़की लिफ्ट मांगती है। जिसको लिफ्ट देने का फैसला आपकी ज़िंदगी का सबसे गलत फैसला साबित हो सकता है। इतना ही नहीं तो इस कब्रिस्तान से सटे रोड पर एक पारसी परिवार की आत्माओं को देखने का दावा भी बार-बार किया जाता रहा है। लोगों की आम धारणा यह है कि यह वही परिवार है जिसकी इसी जगह एक कार एक्सीडेंट में बेहद दर्दनाक मौत हो गई थी। हसीन लड़की और पारसी परिवार की आत्माओं ने इस रास्ते से गुजरने वाले कई लोगो को कथित रूप से नुकसान तक पहुंचाया है।
4) लांबी देहर माइंस, मसूरी:-
पर्यटन के लिए भारतभर में सबसे लोकप्रिय स्थान मसुरी में एक ऐसी भी जगह है जो पर्यटन की बजाय प्रेत के लिए प्रसिद्ध है। जी हां, मसूरी के बाहरी इलाके में स्थित लांबी देहर माइंस ऐसी ही एक जगह है, जो स्थानीय लोगों द्वारा बहुत सारे भूतों का स्थान है। ऐसा कहा जाता है 1990 के दशक में जब यहां खनन का काम चल रहा था तब तकरीबन 50,000 मजदूर काम कर रहे थे। लेकिन स्टोन माइंस की वजह से फैली बीमारी की वजह से एक के बाद एक मज़दूरो की मौत होने लगी। सुरक्षा अनदेखी के चलते ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाओं में भी इजाफा होण्या शुरू हो गया।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने माइंस को हमेशा-हमेशा के लिए बंद कर दिया। इसके बाद से यह जगह वीरान पड़ी हुई है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस माइंस में मारे गए लोगों ने इसे ही अपना घर बना लिया है। यही कारण है कि लोग अक्सर यहां से लोगों के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनने की बात कहते हैं। इतना ही नही तो यहां कई बार रहस्यमयी तरीके से ट्रक और कार जैसी गाड़िया हादसे का शिकार हो गई है। इसके साथ ही यहां एक बार एक हेलीकॉप्टर तक के दुर्घटनाग्रस्त होने का मामला घट चुका है।
5) कुलधारा गांव, राजस्थान:-
राजस्थान सिर्फ अपने सांस्कृतिक संपन्नता के लिए नहीं तो भूतिया किस्से-कहानियों के लिए भी दुनियाभर में बहुत मशहूर है। भानगढ़ किले के बारे में तो सब जानते ही है लेकिन राजस्थान में कुलधारा नाम का एक ऐसा गांव भी है जो पिछले लगभग 175 सालों से वीरान पड़ा है। कुलधारा गांव अपने समय का सबसे अत्यधुनिक और समृद्ध गांव था। लेकिन एक मनहूस दिन एक दीवान की गांव की लड़की पर पड़ी गंदी नजर ने गांव का इतिहास पलटकर रख दिया।
लोगों के अनुसार यहां का एक दीवान गांव की एक लड़की की खूबसूरती पर मोहित होकर उसके साथ जबरदस्ती शादी करना चाहता था। गांव वाले इस बात के लिए तैयार नहीं थे। ऐसे में जब दीवान की तरफ से जोर आजमाइश के संकेत मिले। तो घर और बेटी में से गांव वालों ने बेटी को चुना और एक रात में सभी गांव वालें कुलधारा को छोड़कर चले गए। लेकिन जाते-जाते इस जगह को यह श्राप दे गए कि दोबारा इस इलाके में दूसरा कोई और बस नहीं पाएगा। फिर क्या, वो दिन है और आज का दिन आज तक कुलधारा गांव वीरान पड़ा हुआ है।
ऐसा नहीं है कि लोगों ने दोबारा उस गांव में बसने की कोशिश नहीं की। लेकिन जो लोग कुलधारा गांव में बसने गए वो जल्द ही वहां से जुड़ी भयानक कहानियों के साथ उलटे पैर लौट आए। यह तो वो लोग थे जो खुशनसीब थे। कइयों के बारे में कइयों ने यहां तक कहा कि वो कुलधारा गांव में बसने के लिए निकले तो लेकिन उसके बाद कभी दिखे नहीं। भूत के अलावा यहां की जमीन में कथित रुप से गड़ा सोना भी पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है।
6) ग्रांड पैराड़ी टॉवर, मुंबई:-
मुंबई शहर अपनी गगनचुम्बी इमारतों के लिए जाना जाता है। लेकिन आसमान को छूती इन इमारतों में कई इमारतें ऐसी भी हैं जो खौफनाक होने के मामले सातवें आसमान तक को छू जाती हैं। ऐसी ही एक इमारत है जिसका नाम है ग्रांड पैराड़ी टॉवर। इस टॉवर को मुंबई की सबसे भूतिया इमारत बताया जाता है। 1976 में बने इस इमारत के आठवीं मंजिल से कूदकर अब तक आठ लोग आत्महत्या कर चुके है। साल 2004 में एक बुजुर्ग दंपति ने इमारत के आठवें मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी थी। इस घटना के एक साल के भीतर उस परिवार के सभी सदस्यों ने एक एक कर उसी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। हैरान करने वाली बात यह कि आत्महत्या करने वालों में उस घर के सबसे छोटे बच्चें पोता-पोती भी शामिल थे। इसके बाद से इस इमारत को सुसाईड पॉइंट कहा जाने लगा। लोगों में यह धारणा बन गई कि उस मंजिल पर रहने वाले लोगों को अदृश्य शक्तियों द्वारा आत्महत्या के लिए उकसाया जाता है।
7) राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता:-
अपने काले जादू के लिए जगप्रसिद्ध बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी एक ऐसी जगह है जिसका शुमार भारत की सबसे डरावनी और रहस्मयी जगहों में होता है। कोलकाता के राष्ट्रीय पुस्तकालय में कई तरह की रहस्यमयी घटनाएं आए दिन देखने सुनने को मिलती हैं। इस पुस्तकालय को बनाते वक्त कुछ मजदूरों की मौत हो गई थी। यहां काम करने वाले गार्ड की माने तो उन मजदूरों की आत्मा आज भी इस लाइब्रेरी में भटक रही है। ऐसा कहा जाता है कि हर रोज सुबह लाइब्रेरी खोलने पर पेपर और बाकी समान बिखरे पड़े मिलते हैं। इतना ही नहीं तो इस जगह कि भयावहता को लेकर एक कहानी ऐसी भी है जो डर के मारे पसीने छुड़ा देती है। दरअसल, पुस्तकालय से जुड़े लोगों का कहना है कि एक बार एक लड़का इस पुस्तकालय में गया और फिर कभी दोबारा लौटा ही नहीं।
8) ताज होटल,मुंबई:-
अगर आप यह सोच रहे है कि यहां गेटवे ऑफ इंडिया से सटे जगप्रसिद्ध ताल हॉटेल की बजाय किसी और हॉटेल की बात हो रही है, तो आप गलत हैं। वैसे ताज हॉटेल को लेकर जो खूबसूरत छवि हमारे अंदर बनी हुई है, उसकी वजह से ऐसी गलती होना लाजमी भी है। क्योंकि ताज हॉटेल की खूबसूरती से रूबरू हुए लोगों में से ज्यादातर को इससे जुड़े एक खौफनाक पहलू की जानकारी ही नहीं है। जिस वास्तुकार ने ताज हॉटेल को बनाया था उसने इसी हॉटेल में आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या के पीछे का कारण यह बताया गया कि वास्तुकार जैसा चाहता था वैसा डिज़ाइन नहीं बनाया गया। हुआ यह कि ताज हॉटेल का निर्माण उनके निर्दशों के ठीकउलट कर दिया गया। और कहा जाता है कि इससे पैदा हुए तनाव के चलते उसने खुदकुशी जैसा कदम उठा लिया। तब से लेकर आज तक इस हॉटेल में ठहरने वाले कई मेहमानों ने इस बात को स्वीकार किया है उन्हें हॉटेल के कमरों में एक डरावने साए के अपने आसपास होने का एहसास हुआ है।
9) सेवॉय होटल, मसूरी:-
हॉटेल और मसूरी का नाम पढ़ते ही आपके दिमाग में पिकनिक के ख्याल घूमने लगे होंगे। लेकिन ठहरिए, मसूरी में सिर्फ मनमोहक नजारे ही नहीं है तो इसके अलावा दिल दहला देने वाली कई डरावनी जगहें भी हैं। सेवॉय हॉटेल उन्हीं डरावनी जगहों में से एक है। 1902 में बने इस हॉटेल से जुड़े भुतहा किस्से आसपास के इलाकों में बहुत चर्चित है। ऐसा कहा जाता है कि साल 1911 में गर्मियों के दिनों में इस हॉटेल के सबसे ऊपरी मंजिल पर एक महिला की लाश मिली थी। उसकी मौत कैसे हुई? किसने की? इन सवालों का जवाब तो नहीं मिला। लेकिन उसके बाद से उस हॉटेल में अजीबोगरीब घटनाओं का दौर जरूर शुरू हो गया। ऐसा माना जाता है कि उस महिला को जहर देकर मौत के घाट उतारा गया था। और कथित रूप से उस महिला की आत्मा आज भी सेवॉय हॉटेल में अपने कातिलों की तलाश में भटक रही है।
10) राज किरण होटल, लोनावला:-
मुंबई और पुणे शहर के लिए ऊटी का काम करने वाले हिल स्टेशन लोनावला पर साल के 12 महीने प्रकृति के सौंदर्य का मजा उठाने के लिए लोगों का आना जाना लगा रहता है। क्योंकि यहां दूर-दूर से लोग आते हैं और कई दिनों तक ठहरते भी हैं इसलिए यहां लोगों के रहने की व्यवस्था के लिए हॉटेलों की भरमार है। इन्हीं सब होटलों में से एक है लोनावाला का राज किरण हॉटेल। इस हॉटेल में एक ऐसा कमरा है जिसे भूत होने की बात कही जाती है। दरअसल शुरूआत में इस कमरे में ठहरने वाले ढेर सारे मेहमानों ने यह शिकायत की कि रात के वक्त रूम के अंदर अजीबोगरीब घटनाएं घटने लगती हैं। कभी कोई बिस्तर का चादर खिंचने लगता है तो कभी खिड़की से अचानक तेज हवा चलने लगती है। ऐसी घटनाओं की बार-बार शिकायतों के बाद इस कमरे को हमेशा-हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।
– रोशन सास्तिक