एक बेहद रोमांचक और हरियाली से भरपूर स्थल उद्दीन

Tripoto
27th Jul 2020
Day 1

        
नीलगिरी के पेड़ों और पहाड़ियों के बीच प्रकृति के  श्रृंगार         रूप ऊटी,- ‌   ऊटी को लो ग एक रोमांटिक हनीमून स्थल के रूप में जानते हैं लेकिन इसके अलावा भी मिट्टी के प्राकृतिक के असीम सौंदर्य और हरियाली समेटे हुए हैं। यहां प्राकृतिक सौंदर्य के अनेक खजाने छिपे हुए हैं प्रकृति प्रेमी यहां आकर भावविभोर होकर इस खजाने को निहारते हैं और सुखद आश्चर्य में डूब जाते हैं खैर अब हम अपनी ऊटी यात्रा की बात पर आते हैं हम कर्नाटका के घने जंगलों के बीच से होकर जा रहे थे रास्ते में अनेक सफारी कैंप बने हुए थे हम अनेक वन्य जीव हिरण मोर आदि को देखते हुए जा रहे थे हमें रुकने का समय नहीं मिला क्योंकि उनकी जल्दी पहुंचना था और रास्ते में अंधेरा होने लगा था वहां रुकने की परमिशन नहीं थी सोहम थोड़ा डरते हुए जंगलों से गुजरते हुए रात के 7:00 बजे उठी पहुंच गए । हम बहुत थके हुए थे लेकिन जब वहां पहुंचे यहां का मौसम बहुत सुहाना हल्की हल्की ठंड लग रही थी हमारी सारी थकान जाती रहे हम बहुत खुश हो गए और रात में स्नानादि करके रात्रि विश्राम करने चले गए । सुबह हम ब्रेकफास्ट करके उनकी घूमने का मन बनाए हमारे ड्राइवर ने बताया कि आप पहले उनकी से कुन्नूर के लिए चलें वहां पर टॉय ट्रेन चलती है सो हमने उसी से जाने का मन बनाया। ।    ‌                                                                      ।               ऊटी का आकर्षण-        टॉय ट्रेन जब हम ऊटी रेलवे स्टेशन पहुंचे तो पता चला फिर टिकट के लिए यहां लंबी लाइन लगानी पड़ती है और बहुत भीड़ होती है जल्दी टिकट नहीं मिलता है हमारी सारी खुशी काफूर हो गए लगा शायद हम ट्रेन से यात्रा नहीं कर पाएंगे फिर भी हम कतार में खड़े रहे और ट्रेन के आने का इंतजार करने लगे ट्रेन के आने का समय हो गया हो गया था और हमें टिकट अभी तक नहीं मिला था भगवान का आशीर्वाद कहऐ        या उनकी कृपा की अंतिम समय पर हमें टिकट मिल गया        हमने भगवान को धन्यवाद दिया और जल्दी-जल्दी ट्रेन की तरह बंद है भीड़ में किसी तरह हम ट्रेन में दाखिल हो गए। और कुछ देर बाद हमें बैठने की जगह मिल गई    । हम रास्ते भर खिड़की के रास्ते ट्रेन से नीलगिरी की पेड़ों और पहाड़ियों के बीच से गुजरती हुई ट्रेन का आनंद लेते हुए जा रहे थे     । कहीं रास्ते भर लंबे चौड़े मैदान तो कहीं ढलान दार खेत बने हुए थे हम उसका सौंदर्य वर्णन नहीं कर पा रहे हैं जो हमने वहां महसूस किया हमें बहुत सुखद अनुभव लगा हम कुछ घंटों में कुन्नूर पहुंच गए अगर ऊटी जाने का मौका मिले तो ट्रेन से जरूर घूमे आपको सुखद अनुभव की प्राप्ति होगी।

         कोटा गिरी हिल्स- ‌‌ कोटा गिरी हिल्स   ऊटी ‌‌ ‌    से 30 किलोमीटर दूर कोटा  गिर  की पहाड़ियों पर एक सुंदर पर्वतीय स्थल है ।यहां यहां का मौसम बहुत ही सुहाना रहता है दूर-दूर तक हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है। यहां पर चाय के बागान दूर-दूर तक फैले हुए हैं और टी रिसॉर्ट भी बने हुए हैं। बहुत से लोग चाय के बागान होने आकर अपनी तस्वीरें खिंचवाते हैं । यहां महिलाएं     टोकरिया लेकर         चाय की पत्ती तोड़ तोड़ कर रखती भी नजर आ रही । कोटा गिर के रास्ते में है हमने बहुत से जड़ी बूटी और आयुर्वेदिक तेल आदि की दुकान भी देखी। और आगे बढ़ते हुए हमने पर्वत की ऊंचाई पर एक डॉल्फिन नोज नामक स्थान बना हुआ था ।जो डॉल्फिन कऐ के   नोज    आकार का था। वहां से पहाड़ियों की खूबसूरती नजर आ रही थी दूर-दूर तक नीलगिरी के पेड़ के हरियाली फैली हुई थी।  ‌।
           रोज गार्डन- ‌ रोज गार्डन पहाड़ों की ऊंचाई पर स्थित एक बहुत ही खूबसूरत गुलाब के फूलों का पार्क है। इस गार्डन में विभिन्न प्रजातियों के गुलाब के पौधे लगे हुए हैं जो बहुत ही मनोरम लगते हैं रोज गार्डन में जगह जगह बैठने के लिए बेंच लगे हुए हैं । यह गार्डन फोटोग्राफी के लिए बहुत ही आकर्षक है।।                         ‌।                ‌।                   ।                 ‌         बॉटनिकल गार्डन- बॉटनिकल गार्डन विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां एवं फूल लगे हुए हैं जो बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक लगते हैं। बॉटनिकल गार्डन में पशुओं की आकृति स्वरूप झाड़ियों को काटकर बनाया गया बहुत ही खूबसूरत ढंग से बनाया गया है। यहां मई-जून के महीनों में ग्रीष्म महोत्सव मनाया जाता है । विभिन्न प्रजातियों के फूलों के प्रदर्शन प्रदर्शनी लगाई जाती है बोटैनिकल गार्डन बहुत खूबसूरत गार्डन है। यहां पर छोटे-छोटे पौधों को काटकर भारत का मानचित्र बनाया गया है।                                     ।
   दो                                                        

Photo of एक बेहद रोमांचक और हरियाली से भरपूर स्थल उद्दीन by Janki tripathi