सिंगापुर, भारत के दक्षिण पूर्व में बसा ये देश विश्व भर में धूम मचा रहा है। सिंगापुर का मतलब है शेर की नगरी और ये नाम संस्कृत भाषा से ही लिया गया है। ऐसी कई बातें, रीती- रिवाज़ और जगहें हैं जो सिंगापुर को समझने में मदद करती है। लेकिन किसी भी सभ्यता का सबसे उम्दा प्रदर्शन उसके त्योहारों से होता है और उसे करीब से समझने के लिए ये त्योहार एक अहम भूमिका निभाते हैं। सिंगापुर में रंग-बिरंगे त्योहार भी उतनी ही गर्मजोशी और उत्साह से मनाए जाते हैं जितना कि हमारे देश में। आइए जानते हैं कौन से हैं वो त्योहार जिन्हें आप सिंगापुर में मना सकते हैं और किन जगहों पर उनका आनंद सबसे ज़्यादा लिया जा सकता है।
1. वैशाख दिवस
जिस तरह हम भारत में बौद्ध पूर्णिमा मनाते हैं उसी तरह सिंगापुर में वैशाक दिवस मनाया जाता है। बौद्ध धर्म के लोग इस त्योहार को मनाते हैं। इस त्योहार के बारे में ऐसा माना जाता है कि इस दिन महात्मा बुद्ध को ज्ञानार्जन हुआ था। इस त्योहार को तप और ध्यान करके और गरीबों की सेवा करते हुए मनाया जाता है। इस दिन शिशु बुद्ध को नहलाने की रीति देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है।
कब: मई की शुरुआत में
कहाँ जाएँ: लीन शान शुआंग लिन मंदिर
2. ड्रैगन बोट फेस्टिवल
हज़ारों वर्ष पूर्व चीन में शुरू हुए ड्रैगन बोट फेस्टिवल को सिंगापुर में भी मनाया जाता है। इस दिन ड्रैगन के आकार वाली लम्बी नावों की रेस होती है । ये प्रथा चीन के हान साम्राज्य के समय से चली आ रही है जब मछुआरे नदी के रक्षक मिथक ड्रैगन को प्रसन्न करने के लिए ड्रैगन रुपी नावों की रेस करते थे। जोश और उमंग से भरे इस उत्सव को लोग मोमोज़ और वाइन का स्वाद लेकर मानते हैं। दर्शकों के मनोरंजन के लिए रेस शुरू होने के पहले बहुत सारी छोटी प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की जाती हैं।
कब: जून के शुरुआत में
कहाँ जाएँ: बेडोक रिजर्वायर
3. दीपावली
दीपावली की जितनी चकाचौंध भारत में है उतनी ही सिंगापुर में भी मिलेगी। यहाँ, पटाखों का शोर और प्रदूषण ज़रूर कम होगा लेकिन लोगों के उत्साह और खुशी में कोई कमी नहीं मिलेगी। लोग नए कपड़े पहन कर एक-दूसरे को मिठाईयाँ बाँटते हैं और भारत की तरह रंगोली भी बनाते हैं। इस वक्त सिंगापुर की कई जगहें सुंदर रौशनी में नहाई दिखाई देंगी, खासकर लिटल इंडिया। दीपावली की शॉपिंग के लिए सिंगापुर का मुस्तफ़ा बाज़ार एक महीने पहले ही सजा रहता है।
कब: अक्टूबर के अंत में
कहाँ जाएँ: श्री वीरामकालीअम्मन मंदिर
4. लैंटर्न फेस्टिवल
जैसा कि नाम से पता चलता है, लैंटर्न फेस्टिवल या मिड ऑटम फेस्टिवल पर सिंगापुर के लोग पेपर लैंटर्न आसमान में छोड़ कर इस उत्सव को मनाते हैं। इस समय पर चन्द्रमा आकाश में काफी तेज़ी से चमकता है और चन्द्रमा से जुड़े कई मिथकों और किंवदन्तियों को इस वक्त यहाँ के स्थानीय लोग याद भी करते हैं। चाँद देखने से सम्बंधित कई प्रथाएँ भी इस त्यौहार का हिस्सा हैं। साधारण लैंटर्न्स से लेकर बहुत ही आकर्षक, अतरंगी और विशाल लैंटर्न्स भी आसमान में देखने को मिलते हैं। लैंटर्न्स से पटे आकाश को देखना एक अद्भुत नज़ारा होता है और फोटोग्राफर्स इसका आनंद लेने ज़रूर आते हैं।
कब: सितंबर से अक्टूबर के बीच
कहाँ जाएँ: चाइना टाउन
7. सिंगापुर नैशनल डे
त्योहारों की बात करें और सिंगापुर नैशनल डे का नाम ना लें, यह तो हो ही नहीं सकता। सिंगापुर की आज़ादी और इसके विकास के जश्न को मनाने के लिए सिंगापुर लाल और सफेद रंग में रंग जाता है। इस दिन पर परेड, ग्रुप डांस और आतिशबाज़ी से सिंगापुर के निवासी अपना उत्साह प्रदर्शित करते हैं। जश्न की तैयारियाँ दो महीने पहले से ही शुरू हो जाती है और इसकी ख़ुमारी सिंगापुर की सड़कों पर भी महसूस होने लगती है।
कब: अगस्त 9
कहाँ जाएँ: मरीना बे
है ना, सभ्यता और परंपरा का रंगीन नज़ारा सिंगापुर में हर ओर! तो घूम आइए सिंगापुर और रंग जाइए वहाँ के रंगों में।