कोई बात नहीं अगर आपकी जेब में दुनिया के सात अजूबों को देखने के पैसे नहीं। राजस्थान के कोटा आ जाइये, और यहाँ मिलेंगे ये सातों वंडर्स एक साथ। हाँ, दिखने में असली वालों से थोड़े छोटे ज़रूर हैं लेकिन जब आप इनके सामने खड़े होकर तस्वीर खिंचवाएँगे, तो आपके दोस्त फोटो देख ज़रूर पूछेंगे-"अरे, तुम दुनिया कब घूमें?"
देश का एजुकेशन हब कोटा हर साल हजारों-लाखों बच्चों का भविष्य सँवारता है। सच कहें तो इस शहर में हर तरफ सिर्फ पढ़ाई ही पढ़ाई है। यहाँ कोचिंग, वहाँ कोचिंग, ना जाने कहाँ-कहाँ कोचिंग। कई परिवारजन अपने बच्चों को छोड़ने यहाँ आते हैं तो घूमने का ज्यादा अवसर नहीं मिल पाता। बच्चे भी पढ़ाई कर-करके परेशान हो जाते होंगे। ऐसे में इन सबके लिए वरदान साबित हो रहा है कोटा का नम्बर वन पर्यटन स्थल-'सेवेन वंडर्स पार्क।'
साल 2013 में शहरी विकास मंत्रालय की दिशानिर्देशिता में 20 करोड़ खर्च 150 कामगरों की मदद से किशोर सागर झील के बगल में इस खूबसूरत पार्क को तैयार किया गया था। खुद में इस छोटी-सी दुनिया में आप ताजमहल, ग़िज़ा का पिरामिड, क्राइस्ट द रिडीमर, एफिल टावर, लीनिंग टावर ऑफ पीसा, स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी तथा रोमन कोलॉजियम जैसे सात अजूबे एक साथ देख सकते हैं।
हाल ही में दिल्ली में खुले ऐसे ही सेवन वंडर्स पार्क से पहले ये भारत का एकमात्र ऐसा पार्क था। दिल्ली में भी यूँ तो ये पार्क खुल गया है, मगर जो बात कोटा में है, वो वहाँ नहीं। कोटा का सेवेन वंडर्स पार्क यहाँ का मुख्य आकर्षण केंद्र है और इसकी बड़ी वजह ना सिर्फ यहाँ का कंस्ट्रक्शन, बल्कि पीछे बहती किशोर सागर झील भी है। इस झील में नौकायान की सुविधा भी उपलब्ध थी लेकिन किसी कारणवश उसे बन्द कर दिया गया। हालाँकि, निराश होने की ज़रूरत नहीं। अगर आप चाहें तो कुछ आगे जाकर केएसटी से भी नाव लेकर झील के बीच से भी इस पूरे पार्क को रोशनी में जगमगाता देख सकते हैं।
आप चाहें तो अपने साथ कुछ खाने-पीने को ला सकते हैं, वरना यहाँ भी कैंटीन मौजूद है। ये जगह समय गुज़ारने के लिए बेहतरीन है, खासकर शाम में। झील से आती ठंडी हवा मन को सुकून देती है। थकान मिटाने की क्षमता है इस जगह में इसलिए आप अक्सर विद्यार्थियों को यहाँ चहलकदमी करता देखेंगे। एक छोटा-सा ब्रिज भी है यहाँ जोकि नाव तक जाने के लिए बनाया गया था। नौकायान तो बन्द है फिलहाल, पर आप उस ब्रिज पर खड़े हो इस जगह का लुत्फ उठा सकते हैं। महसूस होगा जैसे आपके पैरों को छूते हुए पानी बह रहा हो। और हाँ, यहाँ से ढलता सूरज भी बेहद खूबसूरत दिखता है, इसलिए अपना कैमरा तैयार रखें।
कैसे जाएँ: कोटा जंक्शन से यहाँ के लिए ऑटो की सुविधा है।
प्रवेश शुल्क: ₹10/-
समय: बुधवार- सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक। बाकी दिन शाम 04:30 से रात 10 बजे तक।
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