जैसे ही आपको ये पता चले कि दिल्ली में 'मुंडा गुम्बद' नामक भी कोई संरचना है, तो एकाएक दिमाग में जो दो मुख्य सवाल उभरते हैं, जिनमें से एक तो यह कि ये जगह है कहाँ? और दूसरी, इसका नाम 'मुंडा गुम्बद' पड़ने की वजह क्या है? आइये, इन दोनों सवालों के जवाबों के साथ-साथ जानते हैं इस संरचना से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियों को भी।
मुंडा गुम्बद दिल्ली की उन कुछ जगहों में से एक है, जिसके बारे में लोगों को कम ज्ञात होने के बावजूद प्रशासन द्वारा उसे बेहद खूबसूरती से सहेजा गया है। दिल्ली के हौज खास जैसे व्यस्त इलाके में मुंडा गुम्बद हौज़ खास के ही डिस्ट्रिक्ट पार्क/डिअर पार्क में एक ऊँचे टीले पर स्थित है, जहाँ चढ़कर आपको इस संरचना की इमारत और आसपास का वातावरण, दोनों बेहद प्रभावित करेगा।
मुंडा गुम्बद 13वीं शताब्दी में खिलजी वंश के शासक अलाउद्दीन खिलजी द्वारा निर्मित करवाया गया था। आज के समय में हौज खास तालाब काफी सिमट गया है, मगर ऐसा अनुमान है कि उस दौर में ये काफी बड़ा हुआ करता था। इस तालाब का निर्माण मोहम्मद तुगलक व अलाउद्दीन खिलजी द्वारा दिल्ली के 'सिरी' शहर के वासियों के लिए पानी उपलब्ध करवाने के लिए करवाया था। आज जो मुंडा गुम्बद तालाब के एक किनारे में है, पहले चारों तरफ तालाब होने की वजह से, टापूनुमा आकृति में तालाब के बिल्कुल मध्य में हुआ करता था। ऐसा अनुमान है कि अलाउद्दीन खिलजी ने तत्कालीन दो मंजिला इस पवैलियन का निर्माण इसलिए करवाया था ताकि वह टीले पर स्थित इस संरचना पर चढ़कर आसपास के नजारे का लुत्फ उठा सके।
'मुंडा' का अर्थ है, सर कटा हुआ। ऐसा माना जाता है कि मुंडा गुम्बद पर एक बड़ा गुम्बद हुआ करता था जोकि वक्त की मार के चलते अपनी ऊपरी मंजिल व गुम्बद दोनों खो चुका है। इसका गुम्बद तो आज कहीं नजर नहीं आता, और इसी वजह से इसका नाम 'मुंडा गुम्बद' पड़ गया। इस संरचना में चारों ओर से द्वार बने हुए हैं। अंदर में सीढ़ी भी है, जोकि छत पर ले जाने के लिए बनी हुई है। कुछ समय पहले मुंडा गुंबद की छत से एक बच्चे की गिरकर मौत हो गयी थी, जिसके बाद से इस सीढ़ी को वर्तमान में तारों द्वारा बन्द कर दिया गया है। इसलिए अब आप जब यहाँ जाएँगे, तो इसकी छत पर जाने का अवसर शायद आपको न मिल पाए।
डिस्ट्रिक्ट पार्क/डिअर पार्क में स्थित ये मुंडा गुम्बद आपके लिए एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट हो सकता है। आसपास पेड़ों से हरा-भरा वातावरण, बगल में तालाब, पीछे हौज खास कॉम्प्लेक्स की कई अन्य संरचनाएँ और फिर एक ऊँचे टीले पर स्थित मुंडा गुम्बद, आपके लिए अच्छा वक्त बिताने के लिए काफी खूबसूरत जगह हो सकती है। एक साथ इतना कुछ बहुत कम जगहों पर मिलता है। इसलिए आप भी किसी दिन वक्त निकालकर यहाँ हो आइये...
कैसे जाएँ?- निकटतम मेट्रो पीली लाइन पर स्थित हौज खास मेट्रो स्टेशन है। वहाँ से ई-रिक्शा लेकर या पैदल भी यहाँ जा सकते हैं।
प्रवेश शुल्क:- निःशुल्क
समय:- सूर्योदय से सूर्यास्त का समय सर्वोत्तम