पता नहीं क्या जादू है ऋषिकेश मे

Tripoto
9th Nov 2019
Day 1

हमारे ट्रिप का तीसरा पड़ाव था ऋषिकेश । पता नही था की इतना मजा आने वाला है हमारा होटल हरिद्वार में था तो हमने ट्रेन पकड़ी और निकाल पड़े ऋषिकेश के लिए ।हमने तय किया था कि हम पहले गंगा में नहाएंगे फिर राम झूला लक्ष्मण झूला और फिर नीलकंठ महादेव मंदिर के लिए जाएंगे ।ट्रेन चल पड़ी और हम ऋषिकेश पहुंचे ।बाहर निकलते ही एक अजीब सी शांति सा माहौल हमें अपने रोजमर्रा की जिंदगी से अलग अनुभव कराने के लिए पर्याप्त थी ।ऋषिकेश को योगा कैपिटल भी कहा जाता हैं क्योंकी यहां हर गली नुक्कड़ प योगा क्लासेज दिखाई देंगी और इसलिए भी क्युकी यह प्राचीन नगरो म से एक है हमने पहले त्रिवेणी घाट पर जाना ही उचित समझा । त्रिवेणी घाट पर स्नान करने के बाद हमने लक्ष्मण झूला जाने का तय किया । वहां से ऑटो से हम लक्ष्मण झूला पहुंचे व्हा अलग ही नजारा था ज्यो ही हम लक्ष्मण झूला के निकट पहुंच रहे थे एक अलग ही ऋषिकेश दिखाईं दे रहा था यहां विदेशी पर्यटकों की संख्या ज्यादे थी । मै पहले से ही रिवर राफ्टिंग करना चाहता था मैंने कुछ किताबो में ऋषिकेश की रिवर राफ्टिंग के मज़े पढ़े थे हालांकि मेरे दोस्त बिल्कुल भी इंटरेस्टेड नहीं थे लेकिन जब मै  लक्ष्मण झूले पर था तो मैंने रिवर राफ्टिंग करते कुछ युवकों समूहों को देखा मेरी उत्सुकता और बढ़ गई हालांकि लक्ष्मण झूले के पास गंगा नदी शांत दिखाई पड़ती हैं  लक्ष्मन झुले से बाहर  निकलते ही आपको त्रयंबकेश्वर मंदिर दिखाई देगा ।इस मंदिर में 13 ज्योतिर्लिंग के दर्शन हो जाएंगे । मेरे दिमाग में रिवर राफ्टिंग ही चल रहा था शाम भी हो रही थी  मैंने व्हा  विदेशी पर्यटकों से बात भी किया उन्होंने बताया कि वो यहां 7 दिन से है और योगा और डांस क्लासेज में अपना टाइम व्यतीत कर रहे हैं हा और  यदि आप खाने के सौकीन है तो यहां आपको चाइनीज इंटरनेशनल डिशेज उपलब्ध है हमें भुख लगने के कारण हमने गंगे व्यू रेसटोरेंट्स में चाइनीज फूड का मजा लिया और   यह ऋषिकेश के बेस्ट रेसटोरेंट्स म से एक है  फास्ट फूड  के बाद हमारी नजर एक रिवर राफ्टिंग काउंटर पर बैठे थे मैंने बिना अपने दोस्तो से पूछे उनसे रिवर राफ्टिंग के बारे में जानकारी ली उन्होने बोला कि 1800 चार्ज है 4 लोगो का हम में गए मैंने फ्रेंड्स को भी मना लिया ।एक लड़का
आया हमें ऑफिस तक ले  गया व्हा से  हम एक गाड़ी से शिवपुरी रिवर राफ्टिंग स्पॉट की तरफ निकाल पड़े ।ज्यो ज्यो हम शिवपुरी की तरफ बढ़ रहे थे गंगा की लहरे ऊपर उठती दिखाई दे रही थी हम शिवपुरी पहुंच गए । हमें इंस्ट्रक्टर ने कुछ वर्ड बताए ।हम सभी शिवपुरी से निकले तब तक तो सही था लेकिन जब पहला  रैपिड आया रोमांच अपने चरम पर था ऐसा लग रहा था मानो सब कुछ मिल गया हो हर रैपिड का अपना एक अलग मजा था जब गंगा की लहरों से खेलने का एक अलग ही मज़ा था जो दोस्त मना कर रहे थे उन्हें भी आनंद आ रहा था हमें तो आ ही रहा था बीच में जब गंगा की लहरे शान्त थी तब हम गंगा में भी उतरे थे गंगा की गोदी में सोने का आनंद मै आपको नहीं बता पाऊंगा अत्यंत सुखद अनुभव  था ।लास्ट रैपिड का नाम डबल ट्रबल था कई रैपिड में हम पूरी तरह भीग गए  हम वहां से निकले  उसके बाद हमने गंगा आरती देखी गंगा आरती का अपना अलग ही रसूख हैं।अध्यात्म और एडवेंचर दोनों का संगम आपको ऋषिकेश में मिलेगा जब भी आपको मौका मिले आप ऋषिकेश जरूर जाए

गंगा नदी

Photo of पता नहीं क्या जादू है ऋषिकेश मे by Gaurav Singh

त्रिवेणी घाट

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गंगा नदी

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त्रयंबकेश्वर मंदिर

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