नेपाल जाने वाले घुम्मकड़ों से अनछुई जगह

Tripoto
23rd Oct 2019
Photo of नेपाल जाने वाले घुम्मकड़ों से अनछुई जगह by Kishor Upadhyay

पश्चिम नेपाल के बाजुरा जिले में स्थित बड़ी मालिका टेम्पल (4267 मीटर की ऊँचाई पर स्थित) हिन्दू लोगों की आस्था का स्थान है, हर साल रक्षाबंधन के 5 दिन पहले वहाँ जाने वाले लोग निकलते हे, (बर्फ होने के कारण पूरा साल यहाँ कोई नहीं जाता)

Photo of नेपाल जाने वाले घुम्मकड़ों से अनछुई जगह 1/1 by Kishor Upadhyay

दिल्ली से जाने के लिए 2 रस्ते हैं,

01- दिल्ली से फ्लाइट से काठमांडू पहुँचें और वहाँ से बाजुरा (कोलटि एयरपोर्ट) पहुँचें

02- दिल्ली से बस से नेपाल के गौरीफनता बॉर्डर पहुँचें बॉर्डर से 5 किलोमीटर दूर नेपाल में धनगढ़ी शहर पहुँचने के बाद धनगढ़ी से बाजुरा के मार्तड़ी के लिए बस मिलेगी।

कोई भी रस्ते से जाओ मगर 4 दिन चलने के बाद ही इस मंदिर तक पहुँचा जा सकता है। पूरे साल ये जगह पर बर्फ होने के कारण यहाँ पर कोई रहता नहीं , और मंदिर भी दर्शन करने के लिए 5 दिन खुला रहता हे, फिर यहाँ कोई नहीं होता, यहाँ पहुँचने पर लोगों को टेम्पररी टेन्ट में रहना पड़ता है, (खुद का टेन्ट हो तो कोई चिंता नहीं) यहाँ कोई होटल या डोरमिट्री नहीं मिलेगी।

Photo of नेपाल जाने वाले घुम्मकड़ों से अनछुई जगह by Kishor Upadhyay

पहले दिन हम बस में मार्तड़ी पहुँचने के बाद 2 लड़को को अपना सामान लेकर हमारे साथ आने के लिए मना लिया, ये जगह पर खुद सामान ले कर ट्रेकिंग नहीं कर सकते, बहुत ऊपर की चढ़ाई है।

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दूसरे दिन चलने के बाद घोड़ा पाटण पहुँचते हैं, यहाँ फूलो की वादियाँ दिखेंगी।

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3 दिन चलने के बाद त्रिवेणी संगम जहाँ लोग अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हे, यहाँ हर साल नेपाल आर्मी के दवरा टेम्पररी मेडिकल बनाया जाता हे, चौथे दिन की सुबह त्रिवेणी नदी में पूजा अर्चना होती हे, और पूजा 9 बजे तक ख़तdम होते ही लोग मुख्य मंदिर बड़ी मलिका के लिए चलने लगते हैं। इस रास्ता पर बहुत ध्यान से जाएँ, दोनों और खाई है, और 5 घंटे के चलने के बाद मुख्य मंदिर तक पहुँचा जाता है।

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इस मंदिर के सामने हिमालय दिखता है, यहाँ 5 डिग्री से 10 डिग्री तापमान होता है और बारिश कभी भी हो सकती है।

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पाँचवे दिन मुख्य पूजा होने के बाद लोग नीचे चल जाते हे, 8 घंटे चलने के बाद नाटेश्वरी मंदिर पहुँचते हैं, (ये मंदिर में बलीप्रथा का रिवाज़ है) यहाँ रात को सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं, और सुबह पूजा अर्चना करने के बाद लोग घर जाने के लिए 2 घंटे पैदल चलकर बम्का बाज़ार पहुँचते हैं, यहाँ से धनगढ़ी के लिए बस टैक्सी मिलती है।

Photo of नेपाल जाने वाले घुम्मकड़ों से अनछुई जगह by Kishor Upadhyay

नोट: यहाँ जाने पर ग्रुप में ही रहे, जिनको रास्ता पता हो वैसे लोग भी साथ रखिये क्योंकि यहाँ कोई मोबाईल सिग्नल नहीं आता इस लिए गूगल मेप किसी भी काम नहीं आता।

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