Year 2016 में आखिरी बार उत्तराखंड की ट्रिप करने के बाद मुझे इंतेज़ार था कि मैं कब किसी ट्रिप पर फ़िर से जाऊं ।वक़्त आया या मैंने लाया पता नही पर इस बार मैंने चुना मेघलाय ।कोई पहले से planning नही बस मेघलाय और अब यही जाना है । और इस बार मैं अकेला नही था । मेरी life partner भी आ गयी थी जो अब मेरी travel partner बन गयी थी ।तो बस तय किया और चल पड़े मेघलाय के सफर पर ।हमारा मेघलाय का पूरा ट्रिप organise किया travel north east travel agency की सुप्रिया मेडम ने।पूरा ट्रिप,होटल,कैब सब कुछ बहुत अच्छे से arrange किया उन्होंने और पूरे ट्रिप के दौरान हर दिन उन्होंने पूरे care के साथ हर चीज़ पूछी की हम अच्छे से सारी जगहें घूम रहे या नही या कोई दिक्कत तो नही है।i personally recommend travelne.co.in for north east travel.सुबह 9:00 बजे गुवाहाटी से हमारा सफ़र शुरू हुआ । शादी के बाद ये हमारी साथ में पहली ट्रिप थी और हमने तय किया था कि ये कोई हनीमून ट्रिप की तरह नही होगी । हम दोस्तों की तरह घूमेंगे नई जगह नए रोमांच को जीने के लिए और इसकी शुरुआत हुई हमारी awaited road trip से जो गुवाहाटी से शिलांग की थी । इतनी खूबसूरत रोड ट्रिप हमने कभी पहले नही की थी । गुवाहाटी से शिलांग के बीच का फ़ासला मानो लग रहा था कि कभी ख़त्म ना हो । हम ऐसी ही हसीं वादियों के बीच सफ़र करते रहें । बस एक चीज़ जो हमे खल रही थी वो ये की इन वादियों में सफ़र का मज़ा लेने के लिए ये ट्रिप हमें bike में करनी चाहिए थी पर हम कार में थे ।पर फ़िर भी कार में भी हम के ट्रिप एन्जॉय कर रहे थे । रास्ते में umiam lake एक बहुत ही खूबसूरत जग़ह मिली जहाँ कुछ वक्त बिताने के बाद लगने लगा कि इतनी खूबसूरत झील हमने पहले कभी नही देखी थी । इस झील का दृश्य हमने पहाड़ी से ही देखा क्योंकि जाते वक्त इतना समय नही था कि हम झील के नीचे जाकर वहाँ बोटिंग कर सके । हमने ये वापसी के लिए बचा कर रखा ।कुछ वक्त वह बिताने के बाद हम निकल पड़े शिलांग की तरफ़ ।करीब 1:00 pm बजे हम शिलांग पहुँचे। शिलांग बहुत ही साफ सुथरा शहर है । खासकर वहाँ का traffic sense जिससे हम काफी ज्यादा प्रभावित हुए । शिलांग की खूबसूरती कई बार आपको ये अनुभव कराएगी की आप सच में Scotland जैसी खूबसूरत जगह में है ।और इसीलिए ये scotland of east है। ये रोमांच हमारे लिए हमारी wanderlusting को पूरा कर रहा था । लोकल sightseen करने के बाद गोल्फ कोर्स, और हैप्पी वैली ये दोनों जगह इस दिन की घुमी हुई सबसे खूबसूरत जगह रही। दिन खत्म होते होते हैप्पी वैली ने दिल जीत लिया । एक सुहानी शाम हैप्पी वैली और स्वीट फ़ाल के नजारे ने जैसे हमे ज़िन्दगी के सबसे सुखद अनुभव दिए । ये जगह छोड़ कर जाने का मन ही नही कर रहा था पर ये तो सफ़र की शुरुआत थी और हमें जाना था ।
सुबह 9:00 am पर इस दिन पहले हम शिलांग peak पॉइंट पर गए । जहाँ से पूरे शिलांग शहर का नज़ारा दिखता है । एक खूबसूरत दृश्य और आप इसे अनुभव करते है कि प्रकृति ने अपनी गोद में एक शहर को बिठा कर रखा है ।बहुत ही खूबसूरत जगह है ये ।कुछ वक्त बिताने के बाद फ़िर हम चेरापूंजी की तरफ़ निकल पड़े । रास्ते में हमने zip line adventure sports किया । दो घाटियों के बीच में zip line से गुजरना एक रोमांचक अनुभव था । और अच्छी बात ये रही कि मैं अकेला नही था । मेरी travel partner भी मेरे साथ थी ।हमने साथ में किया । दोनो डर रहे थे पर दोनों को ये करना था । और दोनों ने ये पागलपंथी कर ही ली । आधा दिन हमने इसमे लगा दिया । इसके बाद हम चेरापूंजी की तरफ़ निकल पड़े ।रास्ते में हमारे ड्राइवर ने एक जगह पर कार रोकी और कहा ये जगह बहुत खूबसूरत है आप एक बार नीचे उतर कर घूम आइये।ये हमारे travel plan में नही था। ये जगह थी wakaba fall. औऱ ये हमारे लिए मेघलाय का पहला hidden gems रहा।बहुत ही खूबसूरत जग़ह।बादलों के बीच झरने का दृश्य और दूर तक फैली हुई घाटियाँ आपका दिल खुशी से भर देती है।हमने यहाँ पर कुछ 1 घंटा बिताया।उसके बाद हम चेरापूंजी की तरफ चल पड़े। चेरापूंजी पहुँच कर हमने वहाँ के दोनों waterfall जो बहुत famous है seven sister fall और Nohkalikai fall को देखने को उत्सुक थे और हमने जब देखा तो लगा कि काश हम इस झरने के नीचे खड़े होकर इसे अनुभव कर पाते । पर आम सैलानियों की तरह हमने इसे view point से देखा और यकीन मानिए बादलों के बीच ये झरने अपनी खूबसूरती को आपके अंदर बहा देते है । Nohkalikai fall मुझे कहीं ज्यादा खूबसूरत लगा और उसके आसपास के नजारे और घाटियों की सुंदरता आपको एक सुखद शांति का अनुभव कराएगी ।शाम तक घूम कर हम वापस शिलांग आ गए ।
तीसरे दिन हम जोवाई की तरफ़ निकले और ये दिन हमारे लिए एक suspicious adventoures होने वाला था जिसका हमें अंदाजा नही था । क्योंकि इस दिन जो होने वाला था वो ना तो हमारे plan में था और ना ही हमने सोचा था । हम एक ऐसी जगह जाने वाले थे जिसे मैंने hidden gems of Meghalaya का नाम दिया । इस जगह का नाम था moopun fall । हम सुबह 11 बजे जोवाई पहुँचे। वहाँ होटल पहुँचने के बाद होटल के मैनेजर ने हमें बताया कि moopun fall एक खूबसूरत जगह है आप लोगो को वहाँ जाना चाहिए । ये जगह हमारे घूमने वाली जगहों की लिस्ट में नही थी और ड्राइवर वहाँ जाने को तैयार नही था । ड्राइवर भी कभी उस जगह नही गया था तो उसे रास्ता पता नही था । हमने ड्राइवर को वहाँ जाने के लिये मना लिया और google map में जगह search की और निकल पड़े। पर आगे जाकर ये गलत साबित होने वाला था। हम गूगल मैप को follow करते हुए निकल पड़े । पर एक जगह पहुँच कर गूगल मैप ने कहा कि आप location में पहुँच गए है पर ये क्या हम मेन रोड से करीब 20 km अंदर एक अजीब से रास्ते पर थे जो बहुत ही खराब था । हमने लोकल लोगों से झरने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि हम गलत जगह पर है । उन्होंने आगे से रास्ता बताया और हम निकल पड़े। रास्ता खराब होने के साथ साथ सुनसान होता जा रहा था और मुझे लगने लगा कि शायद हमने गलती कर दी और वापस चले जाना चाहिए । पर driver ने कहा कि अब इतनी दूर आ ही गये है तो चलते है । और चलते चलते चले गए । अंत में हम पहुँचे उस जगह पर लेकिन वहाँ कोई सैलानी नज़र ही नही आ रहा था हम अकेले ही दो लोग बस। और झरने तक जाने के लिए हमें वहाँ से नीचे उतरना था जो बिल्कुल सुनसान सा रास्ता था और फोन पर नेटवर्क नही । फ़िर हमने तय किया कि अब जायँगे हम नीचे और चले गए । नीचे पहुँच कर हमने जो नज़ारा देखा उसे देख कर बस यही ख़याल आया कि इतनी मुश्किलों के बाद यहाँ तक पहुँचना कितना worthy था । इतना खूबसूरत झरना हमने अब तक नही देखा था ।उस जगह पर बस हम दोनों ही थे, पानी के गिरने की आवाज़ औऱ बस शांति । वो जगह एक सुकून देने वाली जगह थी । झरने से गिरता हुआ साफ पानी जो बिलकुल crystel clear था । और एक खूबसूरत दृश्य । हम वहाँ पर आधे घंटे तक रहे। क्योंकि वो जगह बिल्कुल सुनसान सी थी इसीलिए ज्यादा देर वहाँ रुकना सही नही लगा । पर वहाँ से जो लेकर हम निकले वो था ज़िन्दगी में कभी ना भूल पाने वाली सुखद यादों के दृश्य । हम शायद ही कभी इतनी सुंदर और शांत जगह पर दुबारा जा पाएँ । हम वापस जोवाई लौट आये और फिर इस दिन हम कहीं और घूमने नही गए ।''मूपन'' कभी नही भूल पाऊंगा इस जगह को
चौथे दिन हम जोवाई से सुबह निकले और इस दिन मैं सबसे ज्यादा excited था क्योंकि हम उस जगह जाने वाले थे जहाँ जाना मेरा dream था । यूँ कहूँ तो मेघलाय आने का मेरा मन बस इसी जगह की तस्वीरों को देख कर बना था । ये मेरी dream destination थी जिसका मुझे बेसब्री से इंतेज़ार था । ये जगह थी krangsuri waterfall. मैने ये जगह बस तस्वीरों में देखी थी और सामने से देखने के अनुभव का मुझे इंतेज़ार था । जब हम इस जगह पहुँचे और कच्ची सीढ़ियों से काफी मशक्कत करने के बाद नीचे पहुँचे तो इस झरने के सामने मेरे घूमे हुए अब तक के सारे नज़ारे फ़ीके पड़ गए । हमेशा से इस जगह को जीना मेरे सपने में था और आज मैं यहाँ इस जगह पर हर पल को जी रहा था । बेहतरीन दृश्य जो मैं देख रहा था और बेहतरीन पल जिसे मैं महसूस कर रहा था । हमने यहाँ पर 2 घंटे से ज्यादा समय बिताया । इतना समय हमने कहीं पर नही बिताया और ना ही बिताने वाले थे । पर इस जगह को इतना समय देना बनता था । इसके बाद हम डावकी की ओर चल निकले । रास्ते के नज़ारे मन को मोह लेने वाले थे । डावकी पहुँच कर हमने वहाँ पर बोटिंग की । unfortunatly बारिश होने की वजह से पानी साफ नही था तो वो crystel clear वाटर में बोटिंग का सपना अधूरा रह गया । पूरे ट्रिप में बस यही एक चीज़ अधूरी रह गयी । डावकी के बाद हम मोनीलांग की तरफ चल पड़े जो एशिया का सबसे साफ गाँव है और जिसे देखने को मैं बहुत उत्सुक था । इस गाँव में पहुँच कर हमने अनुभव किया की वाकई कोई जगह इतनी साफ और सुंदर हो सकती है । वहाँ के लोगों ने कितने प्यार से अपने गाँव को संभाल कर रखा है। living root bridge को देखना भी आने आप में एक ऐसा अनुभव था जो आप सिर्फ मेघलाय में ही कर सकते है ।जिंदगी में एक बार हर किसी को यहाँ आकर देखना और सीखना चाहिये की कैसे आप पुरी ज़िम्मेदारी के साथ आपने आस पास को साफ सुथरा रख सकते है । इस गाँव ने मेरे दिल में जगह बना ली। मैं कभी इसे नही भूल पाउँगा ।
इस दिन हम माफलाँग सैक्रेड फ़ॉरेस्ट गए जो वहाँ की एक लोकल कम्युनिटी खासी ट्राइब के द्वार संरक्षित कर रखा गया है। वहाँ जाकर हमने देखा कि वहाँ के लोग जंगलो और प्रकृति से कितना प्यार करते है। उस जगह को वो लोग देवता तुल्य मानते है क्योंकि वही उनके जीवन का आधार है । आप इस जंगल से कुछ भी चीज़ बाहर लेकर नही जा सकते है । एक खासी ट्राइब कम्युनिटी के लोकल गाइड जिसका नाम arkey था ने हमें जंगल घुमाया और उसके बारे में बहुत सी बातें बताई । जंगल बहुत खूबसूरत और ठंडा था । ये जगह भी आपको सुकून देने वाली है । मेघलाय में कभी घूमने आएं तो इस जगह पर आना मत भूलियेगा ।
ढेर सारी यादों और रोमांचक अनुभव के साथ मेघलाय को अलविदा कहने का वक़्त था । जाने का मन नही कर रहा था पर ये सफ़र था जो कहीं पर खत्म होना था । इस सफर ने हमें बहुत सारे अच्छे पल यादें और अनुभव दिए जो ज़िन्दगी भर हमारे साथ रहने वाले थे।इतने अच्छे लोग इतनी अच्छी जगहें आप को सिखाती है कि सुकून और शांति से भरी जगह प्रकृति के बीच में है। आप प्रकृति की रक्षा कीजिये और वो आपको बदले में एक ख़ुशनुमा ज़िन्दगी देगी। इतनी अच्छी जगह को जीने के बाद उसका हिस्सा बनने के बाद अब अलविदा कहना था । ज़िन्दगी में फिऱ से मैं मेघलाय आना चाहूँगा। फ़िर से इन जगहों पर जाने के लिए । मैं फ़िर से लौट कर आऊँगा अपने मेघलाय के इस सफ़र पर...इंतेज़ार रहेगा...