भारत घूमने के लिहाज से इतना शानदार देश है कि हर एक राज्य में आपको कुछ न कुछ अलग देखने को मिल जाता है। लेकिन जब हम कहीं घूमने का प्लान करने लगते हैं तो जहन में सिर्फ कुछ ही जगहों का ख्याल आता है, जैसे गोवा, गुजरात, हिमाचल या केरेला, लेकिन कश्मीर से कन्याकुमारी तक के इन राज्यों में हम कुछ राज्यों को भूल जाते हैं जैसे बिहार।
जब भी मैं अपने दोस्तों को कहता हूं कि चलो मेरे साथ मेरे बिहार तो सबका लगभग एक जैसा ही रिएक्शन होता है कि वहाँ है ही क्या? ऐसा शायद इसलिए है कि यहाँ के पर्यटन विभान ने ये नहीं कहा कि 'कुछ दिन तो गुजारो बिहार में' ना ही उन्होंने ये कहा कि 'पधारो हमारे बिहार में'। किसी के लिए बिहार सिर्फ लिट्टी चोखा खाए जाने की जगह है तो किसी के लिए सिर्फ एक गरीब और अविकसित राज्य। बिहार का निवासी होने के नाते मैं ये बताना चाहता हूं कि बिहार में घूमने, मस्ती करने की बहुत-सी जगहें हैं और खाने के लिए लिट्टी चोखा के अलावा बहुत कुछ है। चलिए आपको वो वजहें और वो जगहें बताता हूं जिनके लिए आपको बिहार एक बार जरूर घूमने आना चाहिए।
बोधगया:जहाँ बुद्ध को मिला ज्ञान
बिहार के इसी शहर में बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध को बोधज्ञान प्राप्त हुआ था, इसलिए इसे बोधगया भी कहा जाता है। यहाँ का महाबोधि मंदिर बिहार ही नहीं पूरे देश की शान है। गया में विष्णुपद मंदिर भी मशहूर है। कहा जाता है कि ये मंदिर भगवान विष्णु के पांव के निशान पर बना है।
ज्ञान का सबसे प्राचीन केन्द्र: नालंदा
बिहार में ही विश्व प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय है। यूरोप के कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड से भी कई सदी पहले नालंदा विश्वविद्यालय ज्ञान और शिक्षा का प्रतिष्ठित केंद्र माना जाता था। इसको गुप्त वंश के शासक कुमार गुप्त प्रथम ने 5वीं सदी में बनवाया था। 12वीं शताब्दी में हमलावरों ने नालंदा विश्वविद्यालय को आक्रमण करके नष्ट कर दिया था। हालांकि साल 2014 से इस विश्वविद्यालय को दोबारा स्थापित कर यहां फिर से पढ़ाई शुरू की गई है।
ऐतिहासिक और धार्मिक शहर: राजगीर, मुंगेर, वैशाली
राजगीर बिहार की ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी तो है ही साथ ही ये जगह यहाँ की हरियाली और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है। वहीं जब आप मुंगेर जाएंगे तो आपको वहाँ पहाड़ियों पर बने कई शानदार किले देखने को मिलेंगे।
जैन धर्म के लोगों के लिए वैशाली काफी मायने रखता है। वैशाली में ही भगवान महावीर का जन्म हुआ था। यहां आप सम्राट अशोक द्वारा बनाए गए स्तंभ और स्तूप देखने भी जा सकते हैं। वैशाली का शांति स्तूप तो पूरी दुनिया में मशहूर है।
राजधानी पटना में बिहार के सब रंग
पटना बिहार की राजधानी होने के साथ-साथ बिहार का सबसे विकसित शहर है। पटना में घूमने की कई जगहें हैं जैसे कि संग्रहालय, गोलघर, चिड़ियाघर, बुद्ध स्मृति पार्क, महावीर मंदिर आदि। पटना का चिड़ियाघर आपको दिल्ली के चिड़ियाघर से कहीं ज्यादा बेहतर लगेगा।पटना का चिड़ियाघर देखने के बाद जब मैंने दिल्ली का चिड़ियाघर देखा तो मुझे निराशा हाथ लगी। इसके अलावा पटना सिख धर्म मानने वालों के लिए आस्था का केंद्र है। यहां श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा है जहाँ सिखों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म भी हुआ था।
बिहार में छिपा हुआ सरप्राइज: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व
बिहार में घूमते हुए आपको सबसे ज्यादा हैरान करेगा वाल्मिकि नगर जंगल में बना टाइगर रिज़र्व। इस टाइगर रिजर्व में सफारी करना अपने आप में एक अद्भुत अनुभव है। यहां वॉटर राफ्टिंग, कैंपिंग, ट्री हाउस स्टे जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं। हाल के दिनों में बिहार सरकार ने इस जगह को टूरिस्ट प्लेस की तरह डेवलप करने के लिए काफी काम किया है। जंगल के एक छोर पर बिहार और नेपाल को बांटता हुआ एक विशाल पुल भी है, इस पुल के जरिए आप पैदल ही नेपाल में प्रवेश कर सकते हैं। वाल्मीकि नगर जंगल में हाल ही में बना झूला पुल भी देखने लायक है।
बिहार और आस्था का महापर्व छठ
अगर आप टूरिस्ट प्लेस देखने के उद्देश्य से नहीं आ पा रहे हैं तो मेरी मानिए और एक बार छठ पूजा के वक्त बिहार आ जाइए। मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि आपके लिए ये लाइफ के सबसे अच्छे अनुभवों में एक होगा। उगते सूरज को तो पूरी दुनिया प्रणाम करती है और पूजती है लेकिन बिहार एक ऐसा राज्य है जहाँ उगते और अस्त होते दोनों सूरज की अराधना की जाती है। छठ के लिए आपको बिहार में जिस तरह की श्रद्धा और आस्था दिखेगी वो कहीं और नहीं मिलती। फल, सब्जियों और पूरी पवित्रता के साथ बने प्रसादों के साथ सुर्य देव की उपासना का ये पर्व हर किसी को एक बार जरूर देखना ही चाहिए।
बिहार का चटपटा स्वाद
बिहार सिर्फ घूमने के लिए नहीं बल्कि खाने के लिए भी एक यादगार जगह है, आमतौर पर बिहार के खाने के नाम पर आप लिट्टी-चोखा ही याद कर पाते हैं। लेकिन मैं ये बिहार ना घूम सके हर इंसान को बताना चाहता हूं कि बिहार में लिट्टी चोखा के साथ और बहुत सी ऐसी डिशेज और मिठाईयां खाने को मिलेंगी जिनका स्वाद आप कभी भूल नहीं पाएँगे। खासकर अगर आप नॉन-वेजिटेरियन हैं तो। पूर्वी चंपारण में मिलने वाला मटका चिकन और मटका मटन तो आप शायद ही भूल पाएँ. मिठाईयों में लॉन्ग लत्ती, बालुशाही, चंद्रकला, खाजा और परवल की मिठाई का स्वाद अनूठा है।
बिहार देश के अलग अलग हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप पटना और गया एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट ले सकते हैं और अगर आप ट्रेन से आना चाहें तो लगभग सभी राज्यों से बिहार के लिए ट्रेनें भी मौजूद हैं। तो दोस्तों बिहार आइए, घूमिए और देखिए कि बिहार कैसे आपकी यादों में बस जाता है।