पिछले दिनों मुझे स्विजरलैंड के जिनेवा शहर में यात्रा करने का मौका मिला। जिनेवा शहर स्विजरलैंड का जूरिक्स के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह फ्रांस से सटा हुआ है और इसकी अधिकारिक भाषा फ्रांसीसी है। शहर से फ्रांस की बॉर्डर मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह शहर जिनेवा झील के किनारे बसा है। जेनेवा झील को फ्रांसीसी भाषा में Lac Lemon कहते हैं। जो कि पश्चिमी यूरोप की सबसे बड़ी स्वच्छ जल की झील है। यह झील 582 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली हुई है। इसका लगभग 60% एरिया स्विजरलैंड के अधिकार क्षेत्र में आता है और शेष 40% भाग फ्रांस के क्षेत्राधिकार में आता है। जेनेवा शहर इसके दोनों किनारों पर बसा है।
इस झील का पानी पर्वतमाला के सबसे अच्छे ग्लेशिअर आता है। पानी इतना साफ है कि आप डायरेक्ट भी पी सकते हैं। पानी ठंडा होने की वजह से स्विमिंग करना मुश्किल होता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां समर के मौसम में स्विमिंग की जाती है। लगबग 9 मिल चौड़ी और 45 लंबी झील पश्चिम यूरोप की सबसे बड़ी झील है। पर मात्र इसकी विशालता ही इसे इतना जीवंत नहीं बनाते बल्कि चारों और हरी-भरी पहाड़ियों से घीरी हिमाच्छादित चोटियाँ इसे ऐसी मोहकता प्रदान करती है। लेक जिनेवा स्विजरलैंड की सबसे बड़ी और बेहद खूबसूरत झील का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता। प्रत्यक्ष में इसका अद्भुत नजारा देखकर ही आप इस सुंदरता को दिल में उतार सकते हैं। अंग्रेज कवि बायरन और शैली इस विशाल झील में अचानक आए तूफान में डूबते डूबते बचे थे। और तभी इसके बारे में कई कविताएं लिखी थी मुझे अब आभास हुआ कि ऐसे अवसर क्यों उन्हें काव्य रचना के लिए प्रेरित करते थे।
जेनेवा पहुंचने का सफर काफी रोमांचकारी रहा। पेरिस से 7 घंटा 15 मिनट की सड़क मार्ग से यात्रा करके हम लोग फ्रांस का दूसरा सबसे बड़ा शहर लियोन उसके बाद चैंबरी शहर एवं अल्फा पर्वतमाला की कई पहाड़ियों को पार करते हुए शाम को जेनेवा शहर पहुंचे। यहां की स्वास्थ्य पर जल वायु प्रदूषण रहित परिवेश और व्यवस्थित ट्रैफिक ने हमारे मन को अपार शांति प्रदान की। यहां आकर ऐसा लगा कि क्यों स्विजरलैंड को पृथ्वी का स्वर्ग कहा जाता है। पहला दिन हमने स्थानीय मार्केट घूम कर होटल में आराम किया।
जेनेवा एक अत्यंत समृद्धिशाली, वैभवशाली, सर्वाधिक स्वच्छ और सुव्यवस्थित शहर होने के कारण पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। यही कारण है कि विभिन्न प्रकार के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन यहां समय-समय पर आयोजित किए जाते रहते हैं। जिनेवा के प्रसिद्ध स्थलों में वाच संग्रहालय, प्राकृतिक इतिहास का संग्रहालय, नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम, कला इतिहास संग्रहालय और विशाल जेनेवा झील एवं बड़े बगीचे शामिल है। घड़ी संग्रहालय पूरे संसार में अपनी तरह का एक अकेला संग्रहालय है पिछले 500 सालों में अब तक जितनी तरह की कलाई टेबल और दीवार की घड़ियां बनाई गई है उन सब के सैंपल यहां पर प्रदर्शित किए गए हैं। यहां पर एक अनोखी घडी भी है जो ठीक 12:00 बजे समय के प्रभाव को अनोखे ढंग से प्रदर्शित करती है। ऐसी घड़ी पूरी दुनिया में कहीं भी देखने को नहीं मिलेगी।
लगभग 80 साल पहले विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया पैलेस ‘द नेस्यो भवन’ संयुक्त राष्ट्र के यूरोप संभाग का मुख्यालय है। संसार भर के महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस 13 मंजिले भवन पर हर यूरोपीय देश की वास्तुकला की छाप है। संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय के सामने एक लाल रंग की टूटी कुर्सी रखी है जिसका निर्माण स्विजरलैंड के आर्टिस्ट डेनियल बरसात ने 1997 में 5.5 टन की लकड़ी की मदद से किया था। इस टूटी हुई कुर्सी की ऊंचाई लगभग 12 मीटर है।
सन 1975 में बनाए गए अत्याधुनिक प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में अनेक दुर्लभ वस्तुओं के अलावा लगभग हर तरह के पशु पक्षियों के मॉडल का संग्रह मौजूद है। पुराने और नए जेनेवा शहर के बीच विभाजक रेखा माने जाने वाली झील और बगीचा नामक झील का अपना अलग सौंदर्य और आकर्षण है इसका जल अत्यंत स्वस्थ रहने के कारण नीला मालूम पड़ता है। इस झील में नौका विहार किए बिना लौटने का अर्थ की अपनी यात्रा को अधूरी छोड़ने जैसा है। हमने भी इस झील में नौकायन का आनंद लिया।