ब्रह्मपुत्र नदी का ये छोटा सा द्वीप क्यों है पर्यटकों के बीच एक आकर्षण?

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फोटो: सम्पदा साल्वी

Photo of Majuli, Assam by Kabira Speaking
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स्थान: गुवाहाटी के पास, असम, भारत

माजुली असम में ब्रह्मपुत्र नदी में बसा एक तजा पानी से घिरा द्वीप है. यह एक छोटी जगह है और आस पास के बड़े गावों में जोरहाट सबसे बड़ी और प्रसिद्ध जगह है. पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में माजुली सबसे बड़ा नदी में बसा द्वीप है. ब्रह्मपुत्र नदी के बीचेओं बीच होने के कारण माजुली में पशु-पक्षियों की कोई कमी नहीं है. ब्रह्मपुत्र के किनारे प्रकृति की गोद में अगर आपको कुछ दिन बिताने हैं तो अपनी छुट्टियों में आप माजुली आएं.

माजुली बहुत सारी आदिवासी जातियों का घर है. यहाँ के सभी स्थानीय लोग काफी सरल जीवन व्यतीत करते हैं. आप अगर यहाँ कुछ दिनों के लिए आएं तो बेहतर रहेगा की आप यहाँ के लोगों से मिले जुलें और उनकी संस्कृति, भाषा और जीवन के बारे में और जानें. इन जगहों में आपको वैष्णव सत्र संस्कृति का प्रभाव देखने को मिलेगा. असम की जीवन शैली और संस्कृति बहुत ही रंगीन है और ज़ाहिर है की अपनी छुट्टियों में आप यहाँ बहुत अच्छे दिन बिताएंगे.

अगर आपको चिड़िआओँ को देखने का शौक है तो माजुली आपको काफी पसंद आएगा. ये छोटा सा टापू जाना जाता है देश विदेश से भ्रमण करके आयी कई अनोखी चिड़ियाओं के कारण. देखा गया है की चिड़िया की यह हलचल यहाँ आने वाले फोटोग्राफर्स को बहुत पसंद आती है. हर साल बहुत से प्रवासी पक्षी माजुली में कुछ समय बिताने आते हैं. आप यहाँ आएं तो इनको देखना एक अलग सा अनुभव होगा. न सिर्फ प्रकृति के अनमोल ख़ज़ानों बल्कि यहाँ की जीवंत संस्कृति के कारण भी आपको माजुली याद रहेगा.

अगर आप माजुली आएं तो यहाँ लिखी एक छोटी सी सूची है जिससे आपको पता चले की आप अपने दिन यहाँ कैसे व्यतीत कर सकते हैं.

१. ब्रह्मपुत्र नदी में बोट राइड यानि नौका विहार करें.

२. माजुली में आप कयाकिंग और पैरासेलिंग भी कर सकते हैं.

३. असम की संस्कृति के बारे में और जानें.

४. यहाँ के स्थानीय आदिवासियों के साथ बैठ उनके जीवन को समझें.

५. यहाँ आकर आप स्थानीय आदिवासी हट में और अपने होस्ट परिवार के साथ रह सकते हैं.

६. माजुली में आप साइकिल चलाने का मज़ा भी उठा सकते हैं.

७. मछली पकड़ने आप ब्रह्मपुत्र में जा सकते हैं

८. पंछियों को देखना और फोटोग्राफी करना यहाँ आम है.

९. आप यहाँ मिटटी के बर्तन बनाना भी सीख सकते हैं और मुखोटे बनाने की कला में भी हाथ आज़मा सकते हैं.

१०. माजुली आएं तो शाम के समय एक सुन्दर सूर्यास्त देखने के लिए कुछ पल खाली रहें.

११. यहाँ के ज़ायकों का मज़ा लें. यहाँ की स्थानीय मदिरा अपांग ज़रूर चखें.

सभी भीड़भाड़ से दूर माजुली प्रकृति की गोद में और शहरों से दूर ब्रह्मपुत्र नदी के ठीक ऊपर बसा है. इस जगह का अनुभव भारत के किसी भी और कोने से भिन्न होगा.

कैसे पहुचें माजुली?

माजुली द्वीप गुवाहाटी से लग भाग २०० किलोमीटर दूर है और जोरहाट नाम की जगह से २० किलोमीटर की दूर पर है. जोरहाट या गुवाहाटी से आप नीमती घाट के लिए टैक्सी ले सकते हैं. वहां से आगे आपको फेरी ले कर जाना होगा.

माजुली द्वीप और नीमती घाट के बीच फेरी का समय

8:00 AM, 10:00 AM, 1:00 PM, 3:00 PM

नीमती घर से माजुली के तरफ आखरी फेरी का समय : 4:00 PM

नीमती से माजुली के बीच के सफर का समय : 1:30 घंटे

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