छुट्टियाँ आपको फुर्सत के वो कुछ पल देती है जब आप अपने समय को अपने तरीके से बिताना चाहते हैं। हम में से कई लोग घूमने के लिए अक्सर किसी ट्रेवल एजेंट की मदद लेते हैं। आपके भरोसेमंद ट्रेवल एजेंट्स बेझिझक आपकी छुट्टियों की योजना तो बना देते हैं लेकिन इसके लिए आपको काफी जेब भी ढीली करनी पड़ती हैं।और ज़रूरी नहीं है की इतने पैसे खर्च करके भी आपको वो अनुभव मिले जो आप चाहते हैं।
अपनी छुट्टियों से आप क्या अनुभव चाहते हैं, ये बस आप जानते हैं। इसीलिए अपने ट्रेवल एजेंट को अब कहिये बाई-बाई क्योंकि नीचे लिखे कुछ दिशा निर्देशों से आप आसानी से अपनी अगली छुट्टियों की योजना बना सकते हैं।
1.अपनी यात्रा के समय का रखें ख़याल
अक्सर देखा गया है की ज्यादातर सैलानी अपनी गर्मियों या सर्दियों की छुट्टियाँ बिताने के लिए ही घूमने निकलते हैं। मगर अक्सर ये कुछ छुट्टियों के महीने आम यात्रियों के लिए काफी मेहेंगे साबित होते हैं। होटल, गाड़ी और रेस्टोरेंट्स के खर्चे दुगने हो जाते हैं। अपनी यात्रा का समय तय करने से पहले ये निर्धारित करना ज़रूरी है की क्या आप छुट्टियों में इस भीड़-भाड़ से बच सकते हैं? अगर हाँ तो ऐसे समय पर छुट्टियों की योजना बनाएँ जब आपकी पसंदीदा जगह पर लोग कम हो और आपके खर्चे भी कंट्रोल हो सकें। उदहारण के लिए, आप कश्मीर जाएँ अक्टूबर में, थाईलैंड जाएँ जून में और डबलिन जाएँ सितम्बर के महीने में।
2. यात्रा की योजना बनाने में स्थानीय लोगों की सहायता लें
अगर आज तक आपके ट्रेवल एजेंट ने ही आपकी छुट्टियाँ तय की हैं तो वक़्त आ गया है जब आप स्वयं यात्रा से सम्बंधित सब फैसले लें। आसानी से बुक हो जाने वाले AIR BNB इंटरनेट पर हर कहीं हैं। फायदे की बात यह है की AIR BNB में उपलब्ध घरो में आपको ना सिर्फ एक साफ़ और आज़ाद वातावरण मिलेगा पर अक्सर आपके होस्ट एक स्थानीय व्यक्ति या परिवार होते हैं जो आपको हर दिन सुनियोजित ढंग से बिताने में मदद कर सकते हैं।
3. यात्रा की तैयारी में हुए खर्चों को ना भूलें
अगर आप ट्रेवल एजेंट की सहायता के बिना अपनी छुट्टियों की योजना बना रहे हैं तो सफर से पहले के खर्चों का आपको ख़ास ख़याल रखना होगा। ट्रेवल एजेंट्स अक्सर आपको एक पैकेज देते जिसमें आप ज्यादा मोल-भाव नहीं कर सकते, लेकिन खुद छुट्टियों की योजना बनाते समय ध्यान रखिए की हवाई यात्रा, होटल और रेल यात्रा आप कम से कम एक महीने पहले से ही बुक कर लें। इससे छुट्टियाँ शुरू होने से पहले ही आप काफी बचत कर सकते हैं। इसके लिए आप इंटरनेट में मौजूद होटल और फ्लाइट डील्स की सहायता भी ले सकते हैं।
4. विदेश यात्रा के समय अपनी करेंसी और उसके मूल्य का रखें ध्यान
विदेश यात्रा के समय ज़रूरी है की आप पहले कुछ दिनों के लिए नकद राशि साथ ले कर चलें। इसके लिए अपने देश में ही अपने बजट में से कुछ करेंसी एक्सचेंज करवाना एक सही फैसला है। इसके लिए आप किसी भी बैंक में जा सकते हैं। बेहतर रहेगा की आप उस बैंक में जाएँ जहाँ आपका पहले से लेन-देन हो। उस अवस्था में आपको फी डिस्काउंट भी मिल सकता है। एयरपोर्ट में अक्सर 8 % एक्सचेंज रेट होता है जो मेहंगा साबित हो सकता है।
5. अपने बजट में प्रतिदिन गाड़ी का खर्चा भी जोड़ें
अकसर लोकल टैक्सी के खर्चे एयरपोर्ट से ही शुरू हो जाते हैं। अपनी छुट्टियाँ खुद प्लान करने वाले लोग ये भूल जातें हैं की रोज़ाना की गाड़ियों के खर्चे सबसे अधिक होते हैंय़ इसलिए इससे पहले की आप अपने सगे सम्बन्धियों के लिए अनगिनत उपहारों में पैसे खर्च करें, जाँच लें कि प्रतिदिन आपका टैक्सी या बस का खर्चा कितना है। अपने बजट के अनुसार आप यात्रा का साधन चुन सकते हैं पर बजट बनाते समय इन खर्चों को कभी ना भूलें।
6. फिर आती है खाने और रहने के खर्चों की बारी
अपनी छुट्टियाँ खुद प्लान करने की इस कोशिश में अगले खर्चे हैं होटल और खाने के। अक्सर लोग होटल पहले हो बुक कर लेते हैं, पर अगर आप पहुँच कर होटल खोजना चाहें तो धयान रहे की आपको अपना बजट पता हो। घर से निकलने से पहले ही ये तय कर लें कि हर दिन होटल और खाने पर कितना खर्चा हो सकता है। इस छोटी-सी पहल से आप काफी फिजूलखर्ची से बच सकते हैं।
7. उपहारों के लिए बजट में रखें ख़ास जगह
सगे सम्बन्धी, दोस्त, ऑफिस, पड़ोसी, सभी उपहारों की अपेक्षा करते हैं। तो आखिर इस बड़े खर्चे को आप बजट बनाते समय कैसे भूल सकते हैं? चाहें वो रंगीन क्रॉकरी सेट हो या छोटे फ्रिज मैग्नेट्स, खर्चे बिन बताए आएंगे। निर्धारित कर लें की आपको इन उपहारों में अधिकांश कितना खर्च करना है और याद से ये खर्चे अपने बजट में शुरुवात में ही जोड़ लें।
8. भागादौड़ी में समय ना चला जाए, आरामपसंद बनें
यात्रा का अर्थ यह नहीं है की आप दिन रात बस और टैक्सी के धक्के खाएँ, ना ही दिन भर दौड़ कर शहर के चक्कर काटना अक्लमंदी का काम है। ध्यान रखें की छुट्टियों का मकसद है, आराम! समंदर की लेहरों को देखते हुए घंटों बिता देना, नए लोगों से दिलचस्प बातें करना, भीड़ से दूर वादियों को निहारना, जीवन में असली खुशियों का कोई दाम नहीं हैं। इन खुशियों को ना भूलें। आपकी ना सिर्फ बचत होगी बल्कि यात्रा भी सफल हो जाएगी।
पढ़ें और बताएँ, क्या आप अपनी छुट्टियों की योजना खुद बना सकते हैं? तो अपने ट्रेवल एजेंट को कहिए अलविदा।
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