गुलमर्ग का अर्थ है "फूलों की वादी"। जम्मू - कश्मीर के बारामूला जिले में लग - भग 2730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुलमर्ग, की खोज 1927 में अंग्रेजों ने की थी। यह पहले “गौरीमर्ग” के नाम से जाना जाता था, जो भगवान शिव की पत्नी "गौरी" का नाम है। फिर कश्मीर के अंतिम राजा, राजा युसूफ शाह चक ने इस स्थान की खूबसूरती और शांत वारावरण में मग्न होकर इसका नाम गौरीमर्ग से गुलमर्ग रख दिया।
गुलमर्ग के आस पास की जगह
निंगली नल्लाह और ऑटर सर्कल वाक , गुलमर्ग के दो प्रमुख आकर्षक स्थल है। अफरात पहाड़ी की पिघलती बर्फ निंगली नल्लाहे में बहती है। आगे यह पहाडों से गुजरते हुए सोपोर में झेलम नदी संग जुड जाता है। खिलनमर्ग में बने पुल से यात्री इस नल्लाहे को देख सकते हैं, जो गुलमर्ग का एक और पर्यटक स्थल है। “ऑटर सर्कल वाक ” भी कश्मीर का पर्यटक स्थल है। इस वाक में, सैलानी कश्मीर की वादियों की सैर के साथ साथ 8500 मीटर ऊँची विश्व की चोथी ऊँची पहाडी नंगा पर्वत को देख सकते हैं।
गुलमर्ग का सुहावना मौसम, शानदार परिदृश्य, फूलों से खिले बगीचे, देवदार के पेड, खूबसूरत झीले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। गुलमर्ग अपनी हरियाली और सौम्य वातावरण के कारण आज एक पिकनिक और कैम्पिंग स्पॉट बन गया है। निंगली नल्लाह, वरिनग और फिरोजपुर नल्लाह यहाँ के कुछ प्रमुख नल्लाहे हैं। कहा जाता है कि
वरिनग नल्लाहे के पानी में कुछ औषधीय गुण मौजूद है, जिसके कारण यहाँ कई सैलानी आते हैं। बायोस्पीयर रिज़र्व भी गुलमर्ग का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है।
दृंग, जिसकी खोज हाल ही में हुई है, गुलमर्ग का सबसे बढिया पिकनिक स्पॉट है। सैलानी यहाँ कि खूबसूरती के साथ - साथ मछली पकड़ने का भी लुफ्त उठा सकते हैं।
लिंमर्ग , गुलमर्ग का एक और पर्यटक स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सौन्दर्यता के लिए प्रसिद्ध है। देवदार के पेडों और सुन्दर फूलों से ढक्का यह प्रदेश कैम्पिंग और पर्यटक के लिए उत्तम स्थल हैं।
अलपाथर झील गुलमर्ग से 13 कि.मी दूर है, और यह गुलमर्ग का पर्यटक स्थल भी है। इस झील की खासियत यह है कि, जून तक इसमें बर्फ जमी रहती है और गर्मियों में इसका पानी बर्फ के टुकडो संग निंगली नल्लाह में बहने लगता है। इस झील के आस पास बर्फ से ढक्की पहाडियाँ इसे और भी आकर्षक बनती है।
गोंडोला राईड
गोंडोला राईड जो कि केबल कार सिस्टम है, गुलमर्ग का प्रमुख आकर्षक स्थल है। यह दो पांच कि.मी लम्बी राईड है, गुलमर्ग से कौंगडोर और कौंगडोर से अफरात। इस राईड में आप पूरे हिमालय पर्वत और गोंडोला गाँव को देख सकते हैं। कौंगडोर का गोंडोला स्टेशन 3099 मीटर और अफरात 3979 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। गोंडोला राईड भ्रमण के लिए बहुत ही बढिया साधन है।
कुछ अन्य पर्यटन स्थल
इन के अलावा गुलमर्ग में और भी कई पर्यटक स्थल है। जैसे कि बाबा रेशी की दरगाह , फिशिंग पॉड , बनीबल नग ,
कौतर नग, और सोनमर्ग। ये सारे यहाँ के पिकनिक और कैम्पिंग स्पॉट है। सोनमर्ग, जिसे "सोने का मैदान" भी कहा जाता है, यहाँ से आप हिन्दुओं के धार्मिक स्थान
अमरनाथ की ओर जा सकते हैं। इनके अलावा श्रीनगर - लेह मार्ग द्वारा लधाक और जोजिला भी जा सकते हैं।
गुलमर्ग जाने का सबसे अच्छा समय
वैसे तो सैलानी साल के किसी भी मौसम में गुलमर्ग घूमने जा सकते हैं। पर गुलमर्ग की खूबसूरती देखने का सबसे बढिया समय मार्च और अक्टूबर के बीच है।
कैसे जाएं गुलमर्ग
यहाँ रेल मार्ग, रोड मार्ग, और हवाई मार्ग द्वारा पहुँच सकते हैं